दिल्ली शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को पूछताछ के बाद बुधवार (4 अक्टूबर) को गिरफ्तार कर लिया. उनके आवास पर सुबह से एजेंसी छापेमारी कर रही थी.
ईडी ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया.प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले के संबंध में बुधवार सुबह आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापे मारे थे।
ईडी के पास सवालों की एक लंबी लिस्ट है. मामले में दिनेश अरोड़ा सरकारी गवाह बन गए हैं. 1 अक्टूबर 2022 को वह सरकारी गवाह बने थे और ईडी की चार्जशीट के मुताबिक उन्होंने खुलासा किया कि संजय सिंह ने ही मनीष सिसोदिया से दिनेश अरोड़ा की मुलाकात करवाई थी, इसके अलावा जो 82 लाख रुपये थे वो चेक के जरिये और जो लोग थे उनसे दिलवाए थे.
संजय सिंह को अधिकारी ईडी के मुख्यालय में लेकर जाएंगे और गुरुवार (4 अक्टूबर) को उन्हें अदालत में पेश किया जा सकता है. सूत्रों ने बताया कि संजय सिंह पूछताछ में ईडी के सवालों पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि मामले के संबंध में कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर भी छापे मारे गए.बता दें कि सिंह (51) ‘आप’ से राज्यसभा सदस्य हैं. ईडी ने इस मामले में पहले उनके स्टाफ सदस्यों और उनसे जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ की थी।
AAP सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”पिछले कुछ हफ्तों से केंद्र सरकार के लिए जबरदस्त नेगेटिविटी है जनता में, पांच राज्यों में अधिकतर चुनाव बीजेपी हार रही है. जनता बीजेपी को वापस लाने को तैयार नहीं. संजय सिंह को बिना सबूत गिरफ्तार किया गया. अब उनके पत्रकार भी उन्हें अच्छा नहीं बता पा रहे. कल पत्रकारों को पकड़ा गया और आज संजय सिंह को. इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री जी चुनाव हार रहे हैं, इसलिए ये सब काम केंद्रीय एजेंसियों से करा रहे हैं. एजेंसियों का गलत इस्तेमाल है, इससे सत्ता बचती नहीं है और तेजी से जाती है.”
ऐसा आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए लायी गयी आबकारी नीति ने गुटबंदी को बढ़ावा दिया और कुछ डीलरों को फायदा पहुंचाया जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर रिश्वत दी थी।जबकि ‘आप’ ने ऐसे सभी आरोपों का खंडन किया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से इस मामले की जांच कराने की सिफारिश करने के बाद इस नीति को रद्द कर दिया गया था. सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज किया था।
कांग्रेस ने संजय सिंह के परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी की बुधवार को निंदा की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी ‘डरते हैं’ तो जांच एजेंसियों और पुलिस का सहारा लेते हैं।
पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इसकी (छापेमारी) निंदा करते हैं. मोदी जी जब-जब डरते हैं तो ईडी, सीबीआई और पुलिस को आगे करते हैं।
कांग्रेस नेता और राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने संजय सिंह के घर रेड पर कहा, “जब जब चुनाव होंगे वहां नेताओं पर ED और सीबीआई की कार्रवाई होगी. सभी विपक्षी नेताओं को इसके लिए तैयार रहना चाहिए. बीजेपी हार के डर से यह कार्रवाई करवा रही है. राजनेताओं को इसके लिए तैयार रहना चाहिए, अभी तो ऐसी कार्रवाई और तेजी से होंगी. राजस्थान में कांग्रेस सरकार जीतने वाली है. बीजेपी ने राजस्थान में दंगो का पूरा प्लान बना लिया है. राजस्थान में चाहे बीजेपी का कार्यकर्त्ता या कांग्रेस का कार्यकर्त्ता कानून को हाथ में लेगा तो जेल में जाएगा।
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