हल्द्वानी – आज तीसरा दिन_सुनिये SSP ने क्या कहा.. 5 गिरफ्तार,ये 3 नामजद_ 5 की मौत

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हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के दौरान को लेकर हुई हिंसा के बाद आज तीसरे दिन तनावपूर्ण शान्ति है। बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण तोड़ने के दौरान हुई हिंसा ने पूरे क्षेत्र को अशांत कर दिया ।

बीते दिनों हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा पर एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पुलिस ने अब तक इस मामले में CCTV फुटेज व अन्य माध्यम से मिले वीडियोस के आधार पर 5 लोगों की गिरफ्तारी की है। आगे और भी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिनकी गिरफ्तारियां होंगीं। तीन नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।जिसमे अब्दुल मालिक और पुत्र का नाम भी शामिल है।

जिसकी तलाश पुलिस द्वारा जारी है। एस एस पी ने बताया अब्दुल मालिक ने ही मदरसे और उक्त स्थल का निर्माण करवाया था । जिसके ध्वस्तीकरण के दौरान पथराव हुआ और भारी हिंसा हुई।उन्होंने बताया पुलिस की इन्वेस्टिगेशन जारी है। वीडियो फुटेज के ज़रिए हिंसा फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।


मामले में टीमों का गठन किया गया है। CCTV एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर 05 अभियुक्तो की गिरफ्तारी की गई है। वनभूलपुरा क्षेत्र को छोड़कर अन्य क्षेत्र में कर्फ्यू हटा दिया गया है। अति आवश्यक सामग्री की आपूर्ति सामान्य चल रही है।थाना बनभूलपुरा को सुचारू रूप संचालित किया जा चुका है, थाने पर समस्त कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गई है जो गिरफ्तारी के लिए कार्य कर रही है।

एसएसपी ने बताया इस पूरी घटना के दौरान सभी पुलिसकर्मी और अन्य विभागों के सभी कर्मचारी पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई है। यह सभी मौतें कैसे हुई हैं इसका कारण पोस्टमार्टम(फोरेंसिक)रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।

हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए उपद्रव में पांच लोगों की गोली लगने से मौत की पुष्टि हो गई है। स्थानीय लोग पुलिस की गोली से मौत होने का आरोप लगा रहे हैं। अब पुलिस इसकी जांच कराएगी कि किस बंदक से मृतकों पर गोलियां चली हैं। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि गोलियों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। जांच के बाद पता चलेगा कि गोली किस बंदूक से चली है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि इस मामले में निवर्तमान पार्षद महबूब आलम, निवर्तमान पार्षद जीशान, सपा नेता अरशद अयूब, असलम चौधरी और सपा नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी के भाई जावेद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया है। ये पांचों बनभूलपुरा क्षेत्र के हैं। गिरफ्तार लोगों में शामिल महबूब आलम को भाजपा से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट का कहना है कि जब से वह जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं तब से उन्होंने आलम को पार्टी में सक्रिय नहीं देखा है। ना ही उसके पास कोई दायित्व रहा है। 

जानिये क्या हुआ अबतक- कैसे हैं हालात

मलिक के बगीचे के चारों ओर से पथराव में फंसने के बाद किसी तरह पुलिस फोर्स यहां से निकलकर मुख्य सड़क पर पहुंच सकी। मगर यहां भी बनभूलपुरा थाने को आग के हवाले कर दिया गया था। आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहन को भी उपद्रवियों ने आग लगा दी। जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को तितर बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की। इस दौरान एके 47, एसएलआर और पिस्टल से पुलिस ने करीब सैकड़ों राउंड हवाई फायरिंग की। इसके बाद भी पथराव होने पर पैरों में गोली मारी जाने लगी। जानकारी के अनुसार उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस टीम ने 350 राउंड से अधिक बार फायरिंग की। जिसके बाद लोग मौके से इधर उधर होने लगे।

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बनभूलपुरा के हिंसाग्रस्त क्षेत्र में पुलिस ने भारी फोर्स के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया और दो निवर्तमान पार्षद समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 60 से अधिक लोगों को भी हिरासत में लिया है। प्रभावित इलाकों को छोड़कर शहर के शेष हिस्से से कर्फ्यू हटा लिया गया है।

हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने अब तक 3 नामजद सहित 5 हजार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर है। पुलिस प्रशासन की कार्रवाई में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकॉर्डिंग भी कब्जे में लिए हैं। उपद्रवियोंकी पहचान की जा रही है। सुरक्षा को लेकर बनभूलपुरा को सात सेक्टर में क्षेत्र को बाटा गया है व हर सेक्टर में एक मजिस्ट्रेट(अधिकारी)की तैनाती की गई है।

 इलाके में अर्धसैनिक बल को भी तैनात किया गया है। सम्पूर्ण इलाके में धारा 144 लागू की गई है व इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है। वही दूसरे दिन भी स्कूल बंद किये गए हैं। बताया गया कि अगले आदेश तक कर्फ्यू जारी रहेगा आज सुबह कर्फ्यू के नए आदेश जारी हुए हैं जिसमें कुछ इलाकों में प्रतिबंध हटा दिया गया है। इस दौरान कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है वहीं उपद्रवियों पर बड़ी कार्रवाई करनी की प्रशासन की तैयारी तेज हो गई है।

बृहस्पतिवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हुई भारी हिंसा के बाद शुक्रवार को शहर शांत रहा। कर्फ्यू का संबंधित क्षेत्र में सख्ती से पालन कराया गया जबकि शेष शहर में वाहनों की आवाजाही होती रही और दुकानें बंद रहीं। दोपहर करीब 12 बजे मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार बनभूलपुरा पहुंचे और थाने का जायजा लिया।

शहर में बृहस्पतिवार रात करीब दस बजे से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बीएसएनएल, वोडाफोन, एयरटेल, जियो समेत अन्य नेटवर्क पर इंटरनेट सेवा संचालित नहीं हो पाई। ऐसे में सैकड़ों यूजर्स सूचना न मिल पाने के कारण परेशान रहे। इंटरनेट सेवा बंद होने से वर्क फ्राॅम होम से जुड़े लोगों का काम प्रभावित रहा वहीं परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी खासी दिक्कत हुई।

पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लेकर सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग कब्जे में ले ली है। पुलिस ने कई डीबीआर की हार्ड डिस्क कब्जे में ली है। क्षेत्र में अर्द्धसैनिक बल और भारी संख्या में वाहनों के साथ फोर्स ने बनभूलपुरा इलाके में फ्लैग मार्च किया।

कल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हल्द्वानी पहुंचे और घायल पुलिस, निगम के कर्मचारियों के साथ ही घायल पत्रकारों से भी मुलाकात की। उन्होंने हल्द्वानी हिंसा को सुनियोजित तरीके से की गई गहरी साजिश करार दिया। कहा कि दंगाइयों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।

LIU की रिपोर्ट ने क्या बताया था… अधिकारियों ने क्या की थी जल्दबाज़ी….?

हल्द्वानी हिंसा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। संवेदनशील इलाका होने के बावजूद भी यहां कार्रवाई करने में जल्दबाजी क्यों की गई? हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने आरोप लगाए कि यह हिंसा अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है। इसको लेकर एक बड़ा खुलासा हौआ है। अतिक्रमण पर एक्शन लेने से पहले ही LIU ने DM और SSP को एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें कुछ सुझाव दिए गए थे, लेकिन उनपर अमल नहीं किया गया। LIU ने प्रशासन को एक-दो नहीं, बल्कि पांच बार ऐसी घटना होने के इनपुट दिए थे। लेकिन, उसपर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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LIU  ने 31 जनवरी को दो बार, 2 फरवरी को भी 2 बार और 3  फरवरी  को एक बार वबभूलपुरा क्षेत्र में हिंसा और बवाल की चेतावनी दी थी। LIU ने 31 जनवरी को जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के कार्यकर्ताओं द्वारा आयुक्त कुमायूं मण्डल से वार्ता के दृष्टिगत अलर्ट रहने और बनभूलपुरा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण मस्जिद, मदरसा ध्वस्त किए जाने की स्थिति में भारी विरोध किए जाने की आशंका जाहिर की गई थी।

दो फरवरी को LIU ने अतिक्रमण के धवस्तीकरण की कार्रवाई को करने के लिए सुबह का समय सही बताया था। इसके साथ ही इस कार्रवाई से पहले इलाके का ड्रोन से सर्वे कराए जाने की बात कही थी। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में भारी पुलिसबल तैनात करने को कहा था। इसके साथ ही एलआईयू ने धार्मिक स्थल के अंदर पवित्र किताब है या नहीं इसका पता लगाने के लिए कहा था। अगर किताब है तो उसे सम्मान पूर्वक संबंधी मौलवी के सुपुर्द किए जाने को कहा था।


3 फरवरी को LIU ने फिर से चेतावनी दी थी कि अतिक्रमण के धवस्तीकरण की कार्रवाई का नोटिस दिए जाने के साथ ही धार्मिक स्थलों की प्रस्तावित ध्वस्तीकरण में विरोध होने की संभावना जताई थी। इसके साथ ही इस कार्य में किसी ना किसी तरह बाधा उत्पन्न किए जान की बात भी कही थी। इतना ही नहीं कार्रवाई वाले दिन भी LIU ने द्रोन से सर्वे करने का सुझाव भी दिया था। अगर ऐसे होता तो घरों में हो रही गतिविधि की जानकारी मिल सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया..। आखिर क्यों?
इसके साथ ही विरोध में अतिक्रमणरोधी की कार्यवाही के दौरान योजनाबद्ध रूप से मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को आन्दोलन में आगे रखे जाने पर बल प्रयोग की स्थिति में आन्दोलन के उग्र होने की चेतावनी दी गई थी। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर बार-बार चेताने के बाद भी प्रशासन और अधिकारियों ने इन इनपुट को अनदेखा क्यों किया?

5 करोड़ की सरकारी संपत्ति का नुकसान बताया जा रहा है

बनभूलपुरा में हुए अग्निकांड में सरकारी संपत्ति, नगर निगम और पुलिस की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। निगम ने अपना आकलन करीब पांच करोड़ रुपये बताया है। एक करोड़ रुपये की सरकारी और पुलिस की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।

सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने बताया कि उनकी एक जेसीबी, एक ट्रैक्टर-ट्राली, एक टाटा एस, दो योद्धा वाहन, किराए पर ली गईं दो जेसीबी, कई सफाई रिक्शा जलाए और तोड़े गए हैं। निगम के अधिकतर वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए हैं। निगम ने जो आकलन किया है, उसमें पांच करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान सामने आया है। उधर करीब एक करोड़ लागत की सरकारी और पुलिस की संपत्ति का नुकसान सामने आया है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि पुलिस को कितना आर्थिक नुकसान हुआ है। इसका आंकलन किया जा रहा है।

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सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने बताया कि उनकी एक जेसीबी, एक ट्रैक्टर-ट्राली, एक टाटा एस, दो योद्धा वाहन, किराए पर ली गईं दो जेसीबी, कई सफाई रिक्शा जलाए और तोड़े गए हैं। निगम के अधिकतर वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए हैं। निगम ने जो आकलन किया है, उसमें पांच करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान सामने आया है। उधर करीब एक करोड़ लागत की सरकारी और पुलिस की संपत्ति का नुकसान सामने आया है।

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि पुलिस को कितना आर्थिक नुकसान हुआ है। इसका आंकलन किया जा रहा है। नगर निगम की टीम दिन भर बनभूलपुरा थाने के सामने जले हुए वाहन और सड़कों पर पड़ी राख को हटाती रही। जले हुए वाहनों को अग्निशमन विभाग के मैदान में रखा गया है। उधर लोक निर्माण विभाग ने बनभूलपुरा थाने को दोबारा सही करना शुरू कर दिया है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि बनभूलपुरा थाने में रीस्टोर किया जा रहा है। एक सप्ताह में थाना पूर्व रूप में आ जाएगा।

बाप बेटे सहित 5 लोगों की मौत, कई घायल

बनभूलपुरा में गुरुवार शाम से शुरू हुए बवाल के बाद अब तक 5 लोगों की मौत हुई। इसमें कई निगमकर्मी और पुलिसकर्मी के अलावा मीडियाकर्मी भी घायल हुए हैं।

प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विगत रात्रि घटना में कुल 05 लोगों की मृत्यु हो गई थी। जिसमें फईम कुरैशी, जाहिद, मौ0 अनस, शब्बान व प्रकाश कुमार के मृतक के रूप पहचान की गई हैं। इसके अलावा बेस चिकित्सालय मंे 07, कृष्णा चिकित्सालय में 03, सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 03, तथा बृजलाल चिकित्सालय में 01 घायल का उपचार चल रहा है।

आज तीसरे दिन जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में लिखा है-


जिला मजिस्टेªट वन्दना ने विगत दिन 08 फरवरी को कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने हेतु दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए हल्द्वानी नगर के सम्पूर्ण क्षेत्र में पूर्णतः बन्द (कर्फ्यू) प्रभावी किया गया था। उन्होंने क्षेत्र की वर्तमान परिस्थितियों का संज्ञान लेते हुए उक्त कर्फ्यू के क्षेत्र की सीमा को सीमित करते हुए अब संशोधन किया है।

आज़ अब संशोधन के उपरान्त सुबह दस बजे से नगर निगम, हल्द्वानी क्षेत्रान्तर्गत सम्पूर्ण बनभूलपुरा क्षेत्र (आर्मी कैंट) वर्कशॉप लाईन, तिकोनिया-तीनपानी-गौलापार बाईपास की परिधि के अन्तर्गत क्षेत्र को सम्मिलित करते हुए पूर्णतः बन्द (कर्फ्यू) रहेगा।
साथ ही नैनीताल-बरेली मोटर मार्ग पर वाहनों का आवागमन के साथ ही व्यपारिक प्रतिष्ठान प्रतिबन्ध मुक्त रहेंगे।


बनभूलपुरा घटना पर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी

हल्द्वानी शहर अंतर्गत थाना वनभूलपुरा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई घटना की मजिस्ट्रीयल जांच करेंगे मंडलायुक्त दीपक रावत – मुख्य सचिव राधा रतूड़ी

कुमाऊं आयुक्त को 15 दिनों के भीतर हल्द्वानी वनभूलपुरा में हुई घटना की निष्पक्ष जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के दिए निर्देश – मुख्य सचिव राधा रतूड़ी

कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को थाना वनभूलपुरा, हल्द्वानी और निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई हिंसात्मक घटना की मजिस्ट्रियल जांच हेतु जांच अधिकारी नामित किया गया है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने घटना की निष्पक्ष जांच 15 दिनों के भीतर संपादित करते हुए जांच आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए‌।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश देते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से रिपोर्ट 15 दिन में तलब की है।


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