उत्तराखंड के नैनीताल जिले में आज 6.5 रैक्टर स्केल का भूकंप मानते हुए प्रशासनिक अमला मुस्तैद कर दिया। नैनीताल की खड़ी बाजार, रोपवे और जी.जी.आई.सी.में हुए मॉक ड्रिल के बाद प्रशासन ने खामियों को दूर करने के लिए समीक्षा बैठक की।
नैनीताल के धारी, रामनगर, कालाढूंगी और नैनीताल शहर में आज जिला प्रशासन ने 6.5 रैक्टर स्केल का भूकंप मानते हुए अपनी व्यवस्थाओं का जायजा मॉक ड्रिल के माध्यम से लिया। मामले के अनुसार सवेरे 11 बजे बागेश्वर के कपकोट में 6.5 रैक्टर स्केल का भूकम्प आने की सूचना मिली। इसका व्यापक असर नैनीताल शहर, रामनगर, कालाढूंगी और धारी क्षेत्र में हुआ।
तत्काल जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुँच गई। प्रशासन से मिली सूचना के अनुसार, नैनीताल शहर के आज़ाद क्लॉथ हाउस में आग लगी और जी.जी.आई.सी.तल्लीताल में स्कूली विद्यार्थियों के फंसे होने के कारण राहत और बचाव कार्य किये गए।
शहर में चारों तरफ वाहनों के साइरन और हूटरों ने शहर में अफरा तफरी का माहौल बना दिया। एम्ब्युलेंस घायलों को लेकर फ्लैट्स मैदान में बनाए गए राहत शिविर और अस्थाई अस्पताल पहुंची। इधर, बीच मार्ग में लटकी ट्रॉली से लोगों को रैस्क्यू किया गया। पीड़ितों को राशन किट भी बांटे गए। एन.डी.आर.एफ. और एस.डी.आर.एफ.की टीमें रैस्क्यू के लिए मुस्तैद दिखी। एन.सी.सी.के छात्र छात्राओं को भी लाइन अप किया गया था।
इस सब पर जिलाधिकारी धिराज गर्भयाल और एस.एस.पी.पंकज भट्ट समेत अन्य अधिकारियों ने नजदीक से नजर बनाए रखी।
• आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जिले में मॉक ड्रिल का अभ्यास।
• भूकंप की सूचना मिलने के बाद प्रभावित क्षेत्र में पहुंचा प्रशासनिक अमला
• तत्काल बचाव राहत कार्य के लिए एक्टिव दिखाई दी सरकारी मशीनरी
आपदा और भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील नैनीताल जिले में सरकारी तंत्र की तत्परता के मूल्यांकन के लिए रिस्पांसिबल ऑफिसर/जिला अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देश पर 15वी वाहिनी , एनडीआरएफ गदरपुर के सहयोग से एक आपातकाल मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशासन को सूचना दी गई कि भूकंप के बाद नैनीताल जिले के कई इलाकों में आपदा राहत कार्य चलाया जाना है जिसमें सरकारी तंत्र का बचाव और राहत कार्य में तत्काल रिस्पांस देखा गया।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने मॉक ड्रिल के पश्चात अधिकारियों की डी ब्रीफिंग के दौरान कहा कि इंसिडेंट रेस्पॉन्स टीम के सभी नोडल अधिकारी भविष्य में आयोजित होने वाली मॉक ड्रिल को वास्तविक घटना मानकर बचत एवं राहत कार्य में अपने दायित्वों का निर्वहन करें। जनपद में किसी भी आपात की स्थिति में अधिकारी स्वतः ही अपनी जिम्मेदारी समझे और उसी के अनुसार कार्य करे। इस बार की मॉक ड्रिल की कमियों को दूर करने के लिए निरन्तर इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जायेगी। वास्तविक आपदा के समय स्थानीय लोग ही फर्स्ट रिस्पांडर होते है, इसलिये स्थानीय लोगों को भी इस दिशा में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इसका जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में काफी लाभ भी मिलेगा।
मॉक ड्रिल के दौरान यह जानकारी दी गई कि जिला आपातकालीन परिचालन से प्राप्त सूचना के अनुसार प्रातः 11 बजे कपकोट, बागेश्वर में 6.5 रिक्टर स्केल के भूकम्प आने की सूचना प्राप्त हुई है जिसका असर नैनीताल शहर, रामनगर, कालाढूंगी व धारी में हुआ।
घटना की जानकारी प्रशासन को मिलते ही तत्काल बचाव राहत के लिए रिस्पांस टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य चलाए। मोबाइल में सर्वप्रथम नैनीताल के मल्ली ताल बाजार में सूचना मिली की भूकंप की घटना के उपरांत एक रेस्टोरेंट क्षतिग्रस्त हो गया है और वही रेस्टोरेंट के निकट कपड़ों की दुकान में काफी क्षति हुई है जिसमें 15 से 18 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है मौके पर पहुंची रिस्पांस टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाया जिसमें घायलों को रेस्क्यू किया गया। इसी प्रकार राजकीय कन्या इंटर कॉलेज तल्लीताल में भूकंप की घटना के बाद कक्षा 6 के कक्ष क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें 157 छात्राएं तथा 6 अध्यापिका हैं फंसी हुई हैं इस पर रेस्क्यू चलाकर चार अध्यापिका एवं 43 बालिकाओं को निकाल लिया गया जिनमें 32 को हल्की चोटें आई हैं जबकि 15 लोग गंभीर हैं 116 लोग भवन में फंसे हुए हैं।
इसी प्रकार मॉक ड्रिल में यह भी पता चला कि राजकीय इंटर कॉलेज रामनगर में भूकंप की घटना के बाद 11 भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं जिनमें 35 से 40 लोग रहते हैं स्थानीय लोगों द्वारा 26 को निकाल लिया गया है और अभी भी 10 से 15 लोग फंसे हुए हैं जिनमें 2 लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है और 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं यहां बचाव राहत टीम ने 26 लोगों का रेस्क्यू किया।
विकासखंड धारी में भूकंप की घटना से तहसील कार्यालय धारी के पास आवासीय परिसर में 7 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई जिनमें 28 से 30 लोग निवास करते हैं 22 लोगों को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया 6 से 8 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली जिस पर बचाव राहत दल ने तत्काल रिस्पांस दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर बचाव राहत कार्य शुरू किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, डिप्टी कमांडेंट गदरपुर रवि बधानी, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, शिव चरण द्विवेदी,प्रभारी अधिकारी योगेश मेहरा, सीओ विभा दीक्षित, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रश्मि भट्ट, एनसीसी, एनएसएस के स्कॉउटस सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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