उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का दौर चाहिए जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है आजदेहरादून, टिहरी और पौड़ी जिले में शुक्रवार को भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, यहां आज गर्जन के साथ बिजली चमकने और बारिश की तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं।
इसके अलावा नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। यहां के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हरिद्वार, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। यहां के लिए येलो अलर्ट है।
मूसलाधार बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनि की रेती और तपोवन क्षेत्र में गंगा घाट और तट जलमग्न रहे। त्रिवेणी घाट में आरती स्थल जलमग्न रहा। गंगा घाट और तटों पर जल पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम मुस्तैद है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा चेतावनी रेखा 339.50 से मात्र 30 सेमी नीचे 339.20 मीटर बह रही है।
मौसम विभाग के अनुसार टिहरी, देहरादून और पौड़ी में 14 अगस्त तक भारी बारिश का रेड अलर्ट है। इन जिलों में शुक्रवार को कुछ स्थानों पर भारी से अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की आशंका भी है। बता दें कि प्रदेश में भारी बारिश के चलते गुरुवार को भूस्खलन होने से गौरीकुंड हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया। इस मलबे में एक वाहन के दबे होने की आशंका है।
केदारनाथ मार्ग बंद
रुद्रप्रयाग में गुप्तकाशी तरसाली में पहाड़ी से भारी भूस्खलन से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। यहां मलबे में एक वाहन के दबे होने की सूचना भी है। हाईवे ध्वस्त होने से केदारनाथ यात्रा मार्ग बंद हो गया है जो शुक्रवार तक भी खुलना मुश्किल है।
मलबा आने से केदारनाथ मार्ग फिलहाल बंद हो गया है। जिसकी वजह से दोनों और वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। पुलिस ने यात्रियों को रोक कर सुरक्षित जगहों पर रुकने की सलाह दी है। रुद्रप्रयाग में गुप्तकाशी-तरसाली में पहाड़ी से भारी बोल्डर और मलबा आने के कारण 60 मीटर का हिस्सा ध्वस्त हुआ है। मलबे के कारण बंद हाईवे को शुक्रवार को भी खोलना मुश्किल है। देर शाम हुए भूस्खलन के कारण फाटा, सोनप्रयाग, गौरीकुंड का गुप्तकाशी से संपर्क कट गया है। इससे केदारनाथ यात्रा फिर से प्रभावित हो गई है। एनएच अधिकारियों के अनुसार हाईवे को खोलने में लंबा समय लग सकता है। पुलिस प्रशासन यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रात्रि प्रवास के लिए अपील कर रहा है।
18 लापता की तलाश
गौरीकुंड में बीती तीन अगस्त को हुए भूस्खलन में लापता बीस लोगों में से दो के शव एसडीआरएफ ने बरामद कर लिए हैं।
इनमें से एक शव की शिनाख्त वीर बहादुर के रूप में हुई है। तीन शव पूर्व में बरामद किए जा चुके हैं। रेस्क्यू टीमें फिलहाल 18 लापता लोगों की तलाश कर रही है। बीती 3 अगस्त को रात के समय गौरीकुंड घाट पुल के पास भारी भूस्खलन से हाईवे के किनारे बनी तीन दुकानें में बह गई थी और 23 लोग भी इसकी चपेट में आ गए थे। इनमें से 5 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अन्य 18 की तलाश जारी है।
ठप रहा ट्रेनों का संचालन
उधर हरिद्वार में भीमगोडा टनल के पास भूस्खलन होने से रेलवे ट्रैक बाधित हो गया। हरिद्वार में हुई मूसलाधार बारिश के चलते मनसा देवी के पहाड़ से काली मंदिर के पास भूस्खलन हो गया और मलबा मंदिर के पास तथा रेलवे ट्रैक पर गिरा। भूस्खलन की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र से लोगों को हटवाया।
लगभग सवा चार घंटे तक रेलवे ट्रैक बाधित रहने के कारण ट्रेनों का संचालन भी ठप रहा। सुबह 10:25 पर बंद हुए रेलवे ट्रैक को 2:45 पर खोला जा सका। इस वजह से देहरादूऩ, ऋषिकेश से आने जाने वाली ट्रेन प्रभावित रही। उधर, ऋषिकेश में मूसलाधार बारिश से गंगा और सहायक नदियां उफान पर हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से लक्ष्मण झूला, स्वर्ग आश्रम, मुनि की रेती और तपोवन क्षेत्र में गंगा घाट और तट जलमग्न हो गए। त्रिवेणी घाट में आरती स्थल भी जलमग्न हो गया।
भारी बारिश के मद्देनजर इन जनपदों में अवकाश घोषित
प्रदेशभर के कई जिलों में भारी बारिश के अलर्ट के चलते चंपावत, पौड़ी, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर की संवेदनशील तहसील सितारगंज में अवकाश घोषित किया गया है।
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