उत्तराखंड:अब पढ़ाई के साथ 9 से 12वीं के स्टूडेंट्स को मिलेगी हुनर की ट्रेनिंग, कॉलेजों में शुरू होगा ये पाठ्यक्रम

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उत्तराखंड : प्रदेश के शिक्षा विभाग से बड़ी खबर सामने आ रही है अब राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्रों को उद्यमी बनने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा, छात्रों के अंदर उद्यमिता की मानसिकता विकसित करने के लिए कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया गया है, प्रत्येक सप्ताह दो पीरियड छात्र-छात्राओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महीने के अंतिम शनिवार को स्कूल में प्रतिभा दिवस में कौशल विकास से जुड़ी गतिविधियां कराई जाएंगी। माना जा रहा है कि इसी सत्र से इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी। पहली सूची की ट्रेनिंग होगी जिसमें 500 माध्यमिक स्कूलों में वर्चुअल लैब हाई स्कूल में कक्षा 9 के दो शिक्षकों को चुना जाएगा। गूगल ऐप के जरिए ट्रेनिंग दी जाएगी 7 और 9 जुलाई तक चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, चंपावत के शिक्षकों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी। जबकि 18 से 20 जुलाई के बीच पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, देहरादून उधम सिंह नगर के शिक्षक ट्रेनिंग लेंगे।

जानकारी के मुताबिक इस योजना के दायरे में प्रथम चरण में कक्षा 9 के एक लाख से ज्यादा छात्र छात्रा लेंगे नियमित रूप से उद्यमिता की रुचि के विषय में जानकारी दी जाएगी, ताकि 12वीं पास करने के बाद उनके साथ रोजगार का भी विकल्प रहेगा।

कॉलेजों में जल्द शुरू होगा योगा पाठ्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड सरकार बड़ा निर्णय लेने जा रही है. इस मौके पर यहां के सभी डिग्री कॉलेजों में योगा को पाठ्यक्रम की तरह जोड़ने की घोषणा की जाएगी. इस बाबत प्रदेश के शिक्षा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घोषणा की है. उनका कहना है कि उत्तराखंड के सभी डिग्री कॉलेजों में अब योगा सिलेबस के तौर पर ऐड कर दिया जाएगा. सरकार का ये प्रयास रहेगा कि छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत का भी पूरा ध्यान रखा जाए.

कॉलेज के बाद स्कूल की बारी –

पहले चरण में प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों के सिलेबस में योगा शामिल करने के बाद सरकार की योजना अगले चरण में सभी स्कूलों के पाठ्यक्रम में योगा शामिल करने की है. कॉलेज स्तर पर योगा सिलेबस में शामिल होने से स्कूल लेवल पर योगा क्लासेस संचालित करने के लिए प्रशिक्षित युवा भी मिलेंगे. इस प्रकार सरकार दोगुने फायदे की योजना बना रही है.

इसके साथ ही वैदिक शिक्षा भी दी जाएगी –

इस बारे में डॉ. रावत ने आगे कहा कि प्रदेश की धामी सरकार यह पहल कर रही है जिसके तहत छात्र-छात्राओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा सके. इसके साथ ही स्कूलों में भारतीय ज्ञान और परंपरा की भी शिक्षा दी जाएगी. जिसके लिए वैदिक गणित और ऐसे ही दूसरे विषय पढ़ाए जाएंगे.  

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