उत्तराखंड : भू- स्खलन की ज़द में आया मकान ध्वस्त,दरारों से दहशत ..Video

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उत्तराखंड में एक बार फिर प्रकृति ने रौद्र रूप दिखाया है. जोशीमठ में भूस्खलन के कारण मकान टूटने की तस्वीरें सामने आई हैं. पागनो गांव में पहाड़ से गिरी चट्टानों ने लोगों को दहशतजदा कर दिया है. जान बचाने के लिए लोग मकान छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं. मकानों में दरार देखकर लोग अनहोनी की आशंका जता रहे हैं. उत्तराखंड में पिछले दिनों आई आपदा के बाद लगातार पलायन का सिलसिला जारी है।

सुरक्षित ठिकानों की तलाश में लोग खुद का मकान छोड़कर निकल रहे हैं. उत्तरकाशी में जमीन धसने की घटना लोगों के जेहन में अभी ताजा है. लगातार हो रहा भूस्खलन लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है. मकान ताश के पत्तों की तरह बिखर रहे हैं. सपनों के आशियानों को टूटता देख लोगों की आंखें नम हैं. फिलहाल पागनो गांव से तमाम लोग पलायन कर चुके हैं. उन्होंने दूसरी जगह पर ठिकाना बनाया है. अब तक भूस्खलन की घटना में कई मकानों को नुकसान पहुंचा है।

जोशीमठ नगर क्षेत्र की तरह जोशीमठ विकासखंड के पगनो गांव में मकान पर दरार पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है यहां पिछले वर्ष गांव के ऊपर लगातार भूस्खलन होने की वजह से गांव के कुछ भवन खतरे की जद में आ गए हैं जिन पर मोटी मोटी दरारे बढ़नी शुरू हो गई है।हालांकि मकान को छोड़कर पहले ही ग्रामीण सुरक्षित स्थान पर जा चुके हैं लेकिन सुरक्षित स्थानों पर भी व्यवस्था न होने से ग्रामीणों की चिंता और बढ़ने लगी है वही गांव के ऊपर लगातार भूस्खलन होता जा रहा है।

बता दें कि कई जिलों में बारिश का दौर अभी भी जारी है.मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ में 20 सितंबर तक भारी बारिश का येलो जारी किया गया है. बारिश के बीच पहाड़ों से गिरे मलबों ने कई मार्ग को बंद कर दिया है. लोक निर्माण विभाग बंद पड़ी सड़कों को खोलने के काम में जुटा है. रास्तों से मलबे, पत्थर और चट्टानों को हटाने का काम लगातार किया जा रहा है।

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