बच्चों की पुलिस से गुहार हमें अध्यापिका से बचाओं.

ख़बर शेयर करें

उधमसिंह नगर काशीपुर (GKM news अज़हर मलिक रिपोर्ट) सरकार चाहती है कि शिक्षक बच्चों को तेज आवाज में फटकारने का काम भी न करें. यह सच है कि जागरूकता के कारण बच्चों की पिटाई के मामले कम हुए है अधिकारियों की लापरवाही के चलते अभी ये पूरी तरह से खत्म नहीं हुए है काशीपुर महुआ खेड़ा गंज के राजकीय स्कूल में एक अध्यापक का हैवानियत वाला चेहरा सामने आया केमिस्ट्री के अध्यापक स्वाति पांडे ने अपनी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के शोर मचाने पर बच्चों को बेरहमी से पीटकर चोटिल कर दिया जिसके बच्चों ने अध्यापक के खिलाफ प्रदर्शन किया स्कूल प्रशासन हाय हाय के बैनर लगाकर नारेबाजी की बच्चों ने बताया अध्यापक के पढ़ाई जाने के समय पर अध्यापक क्लास रूम में फोन में व्यस्त थी जिसके बाद बच्चों ने आपकी बात करनी शुरू कर दी इसी से खिंचा कर अध्यापक ने बच्चों को छड़ से मानना शुरू कर दिया बच्चों की पिटाई के बाद सूचना मिलने पर अध्यापक की शिकायत करने अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए खंड शिक्षा अधिकारी को बुलाकर स्कूल के अध्यापक के खिलाफ शिकायत की और अभिभावकों ने बताया कि ना तो स्कूल में बच्चों को सही शिक्षा दी जाती है और ना ही समय रहते उनके सब्जेक्ट की पुस्तकों को पूर्ण रूप से नहीं पढ़ाया जाता है पिछले साल भी केमिस्ट्री की किताब के मात्र दो ही पाठ पढ़ाए गए थे जिसके चलते कुछ नौनिहाल भी फेल हुए थे और इस साल भी दो ही पाठ पढ़ाए गए हैं वहीं अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के साथ मारपीट ना की जाए और समय रहते उनको अच्छी शिक्षा दी जाए बाइट :- मोहम्मद अली …. अभिभावक जब बात खंड शिक्षा अधिकारी से की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों अनुशासनहीनता कर रहे थे जिसके चलते अध्यापक को गुस्सा आ गया और उन्होंने बच्चों को मारा लेकिन अध्यापक को इस तरीके का दंड देने का कोई अधिकार नहीं वही खंड शिक्षा अधिकारी का यह भी कहना है कि मैडम को स्कूल में पढ़ाते पढ़ाते 3 साल हो गए किस में आज तक उनकी कोई भी शिकायत नहीं आई इसलिए उन्हें इस बार चेतावनी दी जाएगी वही बात जब बच्चों को पढ़ाने की की गई तो खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अगर ऐसा था तो प्रिंसिपल या हमारे पास बच्चों को शिकायत करनी थी लेकिन उनके द्वारा कोई भी शिकायत हमें प्राप्त नहीं हुई फिर भी उनके हमारे द्वारा इस पर जांच की जाएग बाइट:- आर एस नेगी ………खंड शिक्षा अधिकारी अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक ही जब अनुशासनहीनता करेंगे तो उनसे शिक्षा लेने वाले बच्चे उनसे किस तरीके की शिक्षा लेंगे यह खुद आप अनुमान लगा लीजिए और ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती क्यों उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page