जल स्रोत बचाओं कार्यक्रम में मुख्यमन्त्री रावत ने लिया भाग..जानिऐ सीएम सवालों पर क्या बोले..

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नैनीताल (GKM news समीर शाह) उत्तराखण्ड के मुख्यमंन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्राकृतिक जल स्रोतों को बचाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिह शेखावत ने दीप प्रज्वलित कर किया । कार्यक्रम में भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिह शेखावत ने जल संरक्षण और जल मूल्यों पर अपनी बात रखी ।

डॉ.रघुनन्दन सिह टोलिया प्रशासनिक अकादमी में आयोजित ‘प्रोविजन ऑफ पोर्टेबल ड्रिकिंग वाटर इन माउन्टेंस थ्रू पार्टिसिपेटरी स्प्रिंगशेड मैनेजमेंट’ विषयक राष्ट्रीय सेमीनार में देशभर के 22 राज्यों के जल शोधकर्ताओं ने शिरकत की है । भारत के जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत दो दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया ।

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वहीं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिह शेखावत ने कहा कि इस लंबाई की दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सबसे साफ 10 नदियों में से एक गंगा नदी है । कहा कि पिछले 5 सालो में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सरकार ने प्रदेशों की सरकारो के साथ मिलकर काम किया है देवप्रयाग से लेकर ऋषिकेश तक गंगा का पानी लायक हैं । झीलों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह का दूषित जल झीलों में मिलता है या नदियों से आता है

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उसके लिए केंद्र द्वारा अध्यन किया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस की लालटेन रैली पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लालटेन से विकास ढूंढने गई थी या हरीश रावत को ढूंढने गई थी ये शोध का विषय है लेकिन अच्छी बात ये है कि उन्हें हरीश रावत मिल गए है। उन्होंने विकास की बात करेते हुए कहा कि 18 मार्च को उत्तराखंड भाजपा सरकार को 3 साल होने पर 70 विधानसभाओ में 70 कार्यक्रम के माध्यम से जनता को सरकार के कार्यो की जानकारी देंगे।

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त्रिवेंद्र रावत ने हरेला पर्व पर कहा कि राज्य में हरेला के दिन वृक्षारोपण किया जाएगा जिससे पेड़ और पौधों को पर्याप्त जल मिल सके, और हरेला त्योहार की मांयन्ता है कि उस दिन पौधे लगाने से वो जीवित रहते है। वहीं सुब्रमनियम स्वामी द्वारा देवस्थानम बोर्ड एक्ट को उच्च न्यायालय में चुनौती दिए जाने पर उन्होंने कहा कि सुब्रमनियम स्वामी के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा।

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