उत्तराखंड : शत्रु संपत्ति खुर्द बुर्द मामले में एक्शन शुरू,लपेटे में PCS समेत बड़े नाम..

ख़बर शेयर करें

www. gkmnews

ख़बर शेयर करें

उत्तराखंड में जनपद हरिद्वार के ज्वालापुर में कई साल पहले सामने आए शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के मामले में आखिरकार कार्रवाई की शुरुआत हो गई है। विजिलेंस ने तत्कालीन एसडीएम व तहसीलदार समेत कई अधिकारियों और जमीन खुर्द बुद्ध कर खरीद प्राप्त करने वाले लोगों के खिलाफ देहरादून में मुकदमा दर्ज कराया है।

हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में शत्रु संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने का मामला सामने आया है। शिकायत के बाद विजिलेंस तत्कालीन दो पीसीएस सहित 28 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है, इनमें कुल 10 लोकसेवक हैं। एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने मुकदमे की पुष्टि की है।जानकारी के मुताबिक, हरिद्वार जिले के ज्वालापुर क्षेत्र में 21 बीघा शत्रु संपत्ति थी, जिसे सरकार में निहित किया जाना था। लेकिन, कुछ तत्कालीन पीसीएस अफसरों ने भू-माफिया से उस संपत्ति को सरकार में निहित करने के बाद खुर्द-बुर्द करने के लिए गठजोड़ कर लिया। बताया जा रहा है मामले में फर्जी तरीके से 10 से अधिक रजिस्ट्रियां करवा दी गईं।

इस बड़े एक्शन से अधिकारियों और भूमाफिया समेत खेल से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।उत्तराखंड में शत्रु संपत्तियों को खुर्द करने के मामले पहले भी आते रहे हैं, लेकिन अब तक इस पर कोई खास कार्रवाई नहीं हुई है। ज्वालापुर में 10 साल से भी ज्यादा एक पुराने मामले में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज कर कई लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।

यह संपत्ति ज्वालापुर में ईदगाह के आसपास बताई गई है। जिस पर ज्यादातर हिस्से में कई-कई मंजिला मकान भी बन चुके हैं। जबकि कुछ हिस्सा अभी खाली है। इस मामले में कई बड़े अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं, जिन पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी हो रही है।
खबरों के मुताबिक, इस मामले में धारा 420, 467, 468, 471, 218 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ सांठ-गांठ कर षड्यंत्र के तहत सरकारी जमीन को खुर्द-बुर्द करने का आरोप है।एफआईआर में तत्कालीन एसडीएम हरवीर सिंह, तत्कालीन हल्का लेखपाल अनिल कुमार कंबोज, तत्कालीन शासकीय अधिवक्ता सुखपाल सिंह, लेखपाल नीरज तोमर और विजेंद्र गिरी, विजेंद्र कश्यप, तत्कालीन कानूनगो श्रवण कुमार, तत्कालीन सब रजिस्ट्रार एसबी शर्मा, हरिकृष्ण शुक्ला व मायाराम जोशी, एडवोकेट पहल सिंह वर्मा, एडवोकेट सज्जाद, दस्तावेज लेखक मोहनलाल शर्मा, दस्तावेज यशपाल सिंह चौहान, एडवोकेट राजकुमार उपाध्याय, रियाज, शरीफ, शौकत वहीदा, सलीम, जुलेखा, कारी मुस्तफा, कोमल, विनोद मलिक, रेशमा, प्यारेलाल, सफदर अली और संजीदा आदि को नामजद किया गया है।

हरिद्वार तहसील में उस दौरान तैनात रहे अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लाया गया है, जबकि यह खबर सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि प्रकरण में कुछ बड़े अधिकारियों का नाम होने की वजह से फिलहाल विजिलेंस बेहद बारीकी के साथ इन्वेस्टिगेशन को आगे बढ़ा रही है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page