भारी बारिश से देशभर के कई राज्यों में हाहाकार मचा हुआ है. खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में हालात बेहद खराब हो चुके हैं. हिमाचल में बहने वाली नदियां लबालब भर चुकी हैं. बहाव की चपेट में आने से कई दुकानें और घर ध्वस्त हो गए हैं. जबकि राजधानी दिल्ली में बारिश ने 41 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश के चलते नदियां व गदेरे खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं। जिस कारण हिमाचल में कई घरों व होटलों को भी काफी नुकसान पहुंचा साथ ही जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । वहीं मौसम विभाग के आज 10 जुलाई को रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। जिसके बाद से हिमाचल पुलिस ने पोस्टर जारी करते हुए जनमानस से अपील करते हुए घरों में रहने के लिए ही कहा है।
बीती 9 जुलाई हिमाचल के लिए एक आपदा भरा दिन रहा । हिमाचल के कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई जिससे बड़ी नदियों के साथ साथ छोटे बड़े गदेरे व नाले भी रौद्र रूप धारण कर बहाने लगे । वही कई जगहों पर बदल फटने से काफी नुकसान हुआ।
हिमाचल में बारिश कहर बनकर बरस रही है। बीती 9 जुलाई रविवार को हिमाचल के अलग-अलग हिस्सों से डरा देने वाली तस्वीरें सामने आई। मंडी के थुनाग में भी अचानक बादल फटने से आई बाढ़ ने कई मकानो को अपनी चपेट में लिया और कई घरों और दुकानों में मलबा घुसा आया।
भारी बारिश की वजह से पूरे हिमाचल के कई इलाके पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं. भारी बारिश के बाद ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राज्य में पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई है. जिसमें शिमला में तीन, चंबा में एक और कुल्लू में एक की मौत की खबर सामने है. कांगड़ा, मंडी और शिमला में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए SDRF और NDRF टीम की तैनाती कर दी गई है. सरकार ने राज्य के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आगामी 10 और 11 जुलाई को बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
वहीं मंडी में 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया है. पुल का नदी में बहने का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में पुल चंद सेकंड के अंदर ही पानी के बहाव में समाता हुआ नजर आ रहा है।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड में मानसून की एंट्री के साथ ही भारी बारिश का दौर जारी है जिससे राज्य में जनजीवन-अस्त व्यस्त हो गया है। आलम ये है कि जगह-जगह पहाड़ियां दरक रही हैं। जिससे लगातार भूस्खलन हो रहा है और सड़कें बंद हो रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेशभर में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए 7 जिलों देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। संबंधित जिलों के जिलाधिकारी की ओर से इसके आदेश जारी कर दिए है।
07 जिलों में छुट्टी घोषित
उत्तरकाशी, देहरादून और पिथौरागढ़ में एक दिन(10 जुलाई), ऊधमसिंह नगर में दो दिन(10 व 11 जुलाई), अल्मोड़ा व बागेश्वर में तीन दिन.(10 से 12 जुलाई) और नैनीताल में 10 से 13 जुलाई तक चार दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में सोमवार को भी कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने 10 से 13 जुलाई तक प्रदेशभर के सभी जिलों में कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश की तेज बौछार के साथ बिजली चमकने और तेज गर्जन की आशंका है। मौसम विभाग ने हिदायत देते हुए बारिश के दौरान पक्के घरों में रहने को कहा है। खुले स्थान पर मवेशियों और वाहनों को रखने से बचने की सलाह दी है।
170 सड़कें बंद
प्रदेश में भारी बारिश पर्वतीय क्षेत्रों की सड़कों पर भारी पड़ रही है। बीते 24 घंटे में ही भूस्खलन और स्लिप आने से 241 सड़कें बंद हुई हैं। इनमें से 160 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 81 सड़कें रविवार को बंद हुईं। रविवार देर शाम तक 70 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 171 सड़कें अवरुद्ध रहीं।
प्रदेश में भारी बारिश की सबसे अधिक ग्रामीण सड़कों पर पड़ी है। कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक यादव ने बताया कि बारिश के चलते बाधित हुई सड़कों को सुचारु करने के लिए 166 जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर आदि मशीनों को लगाया गया है। बंद सड़कों में 16 स्टेट हाईवे, सात मुख्य जिला मार्ग, चार अन्य जिला मार्ग, 80 ग्रामीण सड़कें और 64 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं।
नैनीताल जनपद में रामनगर स्थित गर्जिया देवी मंदिर के टीले में आई दरारें
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में अपर जिलाधिकारी ने विभिन्न समाचार पत्रों का संज्ञान लेते हुए गर्जिया देवी मंदिर के टीले में आई दरारों को लेकर अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड रामनगर को निर्देशित किया है कि बीते वर्ष सिंचाई विभाग द्वारा टीले में पड़ी दरारों कि और अधिक क्षति रोकने के लिए तिरपाल आदि से पूरी तरह ढक दिया गया था, परंतु इस वर्ष टीले में दरारें पूरी तरह से ढकी नहीं गई है जिस कारण वर्षा का पानी घुसने से दरारें चौड़ी हो रही है, लिहाजा गर्जिया देवी मंदिर के टीले में दरारें पड़ने से मंदिर का टीला संवेदनशील हो गया है। लिहाजा इसकी तात्कालिक सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। अपर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड रामनगर को निर्देशित किया है कि टीले में आई दरारों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए वर्तमान वर्षा काल में इसकी सुरक्षा के दृष्टिगत तत्काल आवश्यक सुरक्षात्मक कार्य किए जाएं और सुरक्षात्मक कार्य करते हुए 24 घंटे के भीतर जिलाधिकारी कार्यालय में भी अवगत कराएं।
उत्तराखंड में क्या है आज के ताजा हालात
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन भारी वर्षा का क्रम बना रह सकता है। हालांकि दो दिन बाद आज सोमवार 10 जुलाई को देहरादून में मौसम साफ बना रहा और सुबह से ही धूप खिली रही। वहीं मलबा आने के कारण रविवार से यमुनोत्री हाईवे बाधित हैं। रुद्रप्रयाग में पत्थर गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं आज मौसम विभाग ने भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और देहरादून सहित कई जिलों में स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे गए हैं।
रविवार की रात को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों सहित उच्च हिमालय क्षेत्र में भी जमकर वर्षा हुई है। वर्षा के कारण हर्षिल में जालंद्री नदी उफान पर है और एक पुलिया बह गई है। बता दे यह पुलिया हर्षिल से क्यारकोटी बुग्याल सहित लम्खागा पास को जोड़ती थी। पुलिया बहने के कारण क्यारकोटी बुग्याल व लम्खागा क्षेत्र से संपर्क कट गया है।
देहरादून और नैनीताल जिले फिलहाल आज मौसम साफ बना रहा और सुबह से ही धूप खिली रही। चमोली में मौसम साफ रहा। यहां धूप खिली रही और बदरीनाथ हाईवे सुचारू बना रहा। यात्रा जारी है।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहे। आधी रात को जनपद में जमकर वर्षा हुई है। वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार की शाम से बंदरकोट के पास अवरुद्ध था। जिसे सोमवार की सुबह यातायात के लिए खोल दिया गया। जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार रात 10:30 बजे से गिनोंटी के पास अवरुद्ध है।
रुद्रप्रयाग में गत रात्रि को ओंण गांव में बोल्डर गिरने से जसपाल कप्रवान का मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है। सूचना पर राजस्व विभाग की टीम ने पीड़ित के घर का निरिक्षण किया।
कोटद्वार में रात से वर्षा नहीं हुई है। यहां आसमान में बादल छाए हैं और वर्षा की संभावना बनी हुई है। एनएच पर यातायात सुचारू है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए अलर्ट पर रहने के निर्देश
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है भारी बारिश के चलते कई जगहों पर नदी नाले उफान पर हैं। इसके चलते सीएम धामी ने भी अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘कुछ दिनों से प्रदेश में हो रही अत्यधिक बारिश के मद्देनज़र मेरा सभी से निवेदन है कि ऐसे समय में आप पूर्ण सतर्कता बनाए रखें व अनावश्यक यातायात से बचें। नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखते हुए किसी भी प्रकार की परिस्थिति से निपटने हेतु प्रशासन को भी रेड अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।’
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