ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा, भारतीय मूल के ऋषि सुनक बनेंगे PM ? दौड़ में ये नाम शामिल..
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने तमाम विवादों के बाद आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया के सामने लाइव आकर उन्होंने इस्तीफे का ऐलान किया. बोरिस जॉनसन ने इस दौरान अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों को गिनाया. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री पद को छोड़ते हुए उन्हें काफी दुख हो रहा है. जॉनसन ने कहा कि उन्होंने नई कैबिनेट का गठन कर दिया है और नए प्रधानमंत्री के चयन तक वह पद पर बने रहेंगे.
बोरिस जॉनसन से पहले बीते 48 घंटे में उनकी सरकार के 45 मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके थे. हालांकि नए प्रधानमंत्री के चयन तक वह अपने पद पर बने रहेंगे.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार कंजर्वेटिव पार्टी (टोरी) के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि नए नेता का चुनाव होने तक वह प्रधानमंत्री के पद पर बने रहेंगे. जॉनसन, 10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रभारी बने रहेंगे, जब तक कि कंजर्वेटिव पार्टी के नया नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती. पार्टी का सम्मेलन अक्टूबर में होने वाला है.
उन्होंने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मुझे अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है, मैं एक नए नेता के चुने जाने तक कार्य जारी रखूंगा. वहीं अब सवाल ये हैं कि बोरिस जॉनसन के बाद ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन हो सकता है? प्रधानमंत्री की रेस में कई नाम हैं, जिनमें से हम आपको कुछ मुख्यों नामों के बारे में बता रहे हैं.
ऋषि सुनक का नाम सबसे आगे
भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) यूके के प्रधानमंत्री पद की रेस में सबसे आगे हैं. ऋषि सुनक ने जॉनसन के चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी. ज्यादातर समय उन्हें प्रेस ब्रीफिंग में भी देखा जाता था. कई बार ऐसा हुआ है जब ऋषि ने बोरिस की जगह टीवी डिबेट में हिस्सा लिया. 2015 में वे पहली बार सांसद बने. ब्रेक्सिट का पुरजोर समर्थन करके वह अपनी पार्टी में ताकतवर बन गए थे. उन्होंने ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर करने की बोरिस जॉनसन की नीति का समर्थन किया था. ऋषि सुनक के दादा-दादी पंजाब के रहने वाले थे. इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से उनकी शादी हुई है. उनकी दो बेटियां हैं. अपनी लोकप्रियता के बावजूद, सुनक को अपनी पत्नी अक्षता के खिलाफ कर चोरी के आरोपों के कारण आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था.
ये हैं पीएम पद बाकी दावेदार
इस लिस्ट में अगला नाम लिज़ ट्रस का है. 46 वर्षीय लिज़ ट्रस का पूरा नाम एलिजाबेथ मैरी ट्रस है. वह साउथ वेस्ट नॉर्थफोक की सांसद हैं. लिज़ विदेश कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी हैं. इन दिनों वे बहुत लोकप्रिय हैं. ट्रस दो साल तक अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव भी रही हैं. पिछले साल उन्हें यूरोपीय संघ के साथ बातचीत करने का अहम काम सौंपा गया था. प्रधानमंत्री पद की रेस में अगला नाम जेरेमी हंट का है. 55 वर्षीय विदेश सचिव 2019 के चुनावों में दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता थे. उनकी सार्वजनिक छवि बेदाग रही है. पार्टी के लोगों को भरोसा है कि जेरेमी बिना कोई विवाद पैदा किए गंभीरता से सरकार चलाएंगे.
इराक से शरणार्थी बनकर आए नदीम जहावी भी रेस में
पीएम के दावेदारों में नदीम जहावी का नाम भी है. सुनक के इस्तीफे के बाद जॉनसन ने नदीम जहावी को नया वित्त मंत्री नियुक्त किया था. नदीम जब छोटे थे तो उनका परिवार में इराक से शरणार्थी बनकर ब्रिटेन आया था. 2010 में वे पहली बार सांसद बने. नदीम जहावी ने हाल ही में कहा था कि अगर मैं ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना जाता हूं तो यह मेरा सौभाग्य होगा. पूर्व रक्षा मंत्री पेनी मोर्डेंट भी प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में हैं. पिछले चुनावों में हंट का समर्थन करने के लिए पेनी को जॉनसन द्वारा सरकार से हटा दिया गया था. पेनी यूरोपीय संघ छोड़ने के पक्ष में सबसे आगे रही थीं. वह अब कनिष्ठ व्यापार मंत्री हैं.
रक्षा मंत्री बेन वालेस भी मजबूत दावेदार
पीएम के दावेदारों में अगला नाम बेन वालेस का है. बेन वालेस रक्षा मंत्री हैं. उन्होंने ब्रिटिश शाही सेना में सेवा की है. वह रूस-यूक्रेन युद्ध में ब्रिटेन के रुख को लेकर चर्चा में आए थे. यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है. उनकी राजनीतिक यात्रा 1999 में शुरू हुई. 2005 में संसद पहुंचे. बेन 2016 में गृह सुरक्षा मंत्री थे. उन्होंने अफगानिस्तान से ब्रिटिश नागरिकों को निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
साजिद जाविद भी बन सकते हैं आगले पीएम
ब्रिटेन (Britain) के अगले प्रधानमंत्री के दावेदारों में साजिद जाविद (Sajid Javid) का नाम भी हैं. स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने मंगलवार देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. ब्रॉम्सग्रोव से चार बार के कंजरवेटिव पार्टी के सांसद जाविद एक पाकिस्तानी परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रवासी हैं. 2012 में, जाविद मंत्री चुने गए थे और यूके सरकार में व्यापार, संस्कृति और गृह कार्यालय विभागों का संभाला था. ब्रिटेन के पीएम पद के लिए साजिद जाविद को मजबूत दावेदार माना जा रहा है.
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