उत्तराखण्ड के नैनीताल में प्रोटेक्टिव वन क्षेत्र से तेज बरसात के बीच अतिक्रमणकारियों और उनके घोड़ों को हटाया गया। जिला प्रशासन और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में वन विभाग ने अवैध निर्माण ढहाया।
नैनीताल के बारह पत्थर क्षेत्र में वन विभाग के नियंत्रण वाले कंपार्टमेंट नंबर 25 में वन विभाग की टीम जिला प्रशासन और पुलिस के साथ पहुंची। भारी बरसात के बावजूद टीम ने तीन दिन पहले दी चेतावनी के बावजूद बसे अतिक्रमणकारियों के ठिकाने ढहा दिए।
मुख्यमंत्री की जंगलों से अतिक्रमण हटाने के निर्देशों के बाद आज वन विभाग ने अपने प्रोटेक्टिव वन क्षेत्र से आठ एकड़ में कब्जा कर बैठे दस परिवार और उनके घोड़ों को हटवा दिया। इस क्षेत्र में लगभग 12 घोड़ों के अस्तबल भी बनाए गए थे और 19 दरवाजों वाले जॉइंट घर मिले। लैंड्स एंड बीट में नारायण नगर को जाने वाले कब्रिस्तान मार्ग से इस अतिक्रमण को हटवाया गया।
लगभग 100 मीटर जंगल क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया गया। अतिक्रमणकारियों का कहना था कि उनकी भूमि नगर पालिका की है जबकि वन विभाग इसे अपना बता रहा है। उनका कहना है कि उन्हें सभी धर्मों के मैट्रोपोल से हटाए जाने की तरह ही यहां से भी हटाया जाए। वन विभाग ने कहा कि जंगलों में अतिक्रमण बर्दास्त नहीं होगा और इस बात पर भी नजर रखी जा रही है कि ये लोग किसी दूसरी जगह के जंगल को न घेरें।
वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती
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