नैनीताल : चालान के बावजूद यहां कैसे हो रहे अवैध निर्माण ? सख़्त हुए कुमाऊं कमिश्नर..दिए ध्वस्तीकरण के निर्देश

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उत्तराखंड के भीमताल में आयुक्त दीपक रावत ने अतिक्रमण का जायज़ा लेते हुए अवैध निर्माण के खिलाफ ध्वस्तीकरण के सख्त निर्देश दिए हैं । उन्होंने भवाली, श्यामखेत और भीमताल की तरफ तेजी से हो रहे अवैध निर्माण पर रोक लगाने के अपने अधिनस्त अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं । अध्यक्ष ने जिम्मेदार अधिकारियों से अवैध निर्माण जारी रहने पर स्पष्टीकरण भी मांगा है।


नैनीताल के भवाली, भीमताल और श्यामखेत क्षेत्र में अवैध निर्माण की बाढ़ आ गई है। इसकी शिकायतों के बाद जिला विकास प्राधिकरण(डी.डी.ए.)के अध्यक्ष और आयुक्त दीपक रावत ने मंगलवार को क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। अध्यक्ष दीपक रावत को डी.डी.ए.सचिव पंकज उपाध्याय ने निर्माण कार्यों की जानकारी दी ।

अध्यक्ष को कई खामियां मिली जिसके बाद उन्होंने कहा कि श्यामखेत में जितने भी मकानों को पूर्व में प्राधिकरण का नोटिस हुआ है और वहां निर्माण जारी है, उन्हें ध्वस्त किया जाए । अध्यक्ष ने सवाल किया कि चालान के बावजूद इन स्थानों में निर्माण कैसा चल रहा है ?
अध्यक्ष ने भीमताल में स्वीकृत ग्रुप हाउसिंग नक्शों के बिल्डरों से कहा की वो मलबे का उचित निस्तारण करें। उन्हें पूर्व में भी नोटिस दिया गया और बावजूद इसके वो अभी भी मलबे का उचित निस्तारण नहीं कर रहे हैं। आशंका जताई कि ये कभी भी आपदा के दौरान नीचे बसे घरों और जान-माल को नुकसान पहुंचा सकता है। आयुक्त ने गंभीरता से लेते हुए ऐसे नक्शों को निरस्त करने के निर्देश डी.डी.ए.सचिव को दिए।


दीपक रावत ने निरीक्षण के दौरान कहा कि तिरछाखेत में लगभग 37 फ्लैट की कंपाउंडिंग हुई है, उनका बारीखी से निरीक्षण करें और देखें कि क्या वो ग्रुप हाउसिंग के मानकों को पूरा कर रहे है या नहीं ? इसकी रिपोर्ट कार्यालय में पहुचाएं । इसके अलावा निरीक्षण के दौरान कुछ ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जहां इन सभी 37 फ्लैट्स का चालान करने के बाद भी कार्य चल रहा है, जिसे आयुक्त ने गंभीरता से लेते हुए सचिव डी.डी.ए.को जांच के निर्देश दिए और संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा।

वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती

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