दो लाख किसान,महिलाए और मज़दूरों का दिल्ली कूच,960 बसें, 2400 ट्रैक्टर-ट्रालियां हैं शामिल..

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नई दिल्ली/ चंडीगढ़ 25.November 2020 GKM NEWS देश में किसानो का गुस्सा कम होने का नाम नही ले रहा है.देश के अन्नदाता अपने हक के लिए अब सडको पर आ गए हैं..जहा एक तरफ सरकार बोल रही है कि इस बिल से किसानो को कोई नुकसान नही है, तो उधर किसान खुद से ठगी महसूस कर रहे हैं. तीन कृषि कानूनों, बिजली संशोधन बिल 2020 और पराली जलाने वाले किसानों पर एक करोड़ रुपये जुर्माने के प्रावधान के खिलाफ पंजाब के किसान संगठनों ने 26 व 27 नवंबर को ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.उधर किसान संगठनों का आरोप है कि दिल्ली के लिए पहले ही रवाना की गई राशन से लदीं 40 ट्रालियों को हरियाणा सरकार ने बार्डर पर रोक लिया है।

गांवों में जागो निकालकर घर-घर से जुटाया राशन

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भाकियू एकता उगराहां की महिला नेता हरिंदर कौर बिंदू ने कहा कि दिल्ली मोर्चे में शामिल होने के लिए औरतों और बच्चों में भी भारी उत्साह है और सैकड़ों गांवों में औरतों की तरफ से जागो मार्च निकालकर घर-घर से राशन एकत्र किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मोर्चे में खुदकुशी पीड़ित और जमीनों से बेदखल किए जा चुके परिवारों की औरतें भी बड़ी संख्या में शामिल होंगी। 

किसान काफिले में 26 हज़ार से अधिक महिलाएं भी शामिल हैं.

इसके साथ ही इस किसान काफिले में 26 हज़ार से अधिक महिलाएं भी शामिल हैं.महिलाओ का कहना है कि 15 ज़िलों के 1400 से अधिक गांवों की महिलाएं, किसान-मजदूर और नौजवान दिल्ली के लिए रवाना होंगे। उगराहां ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों, बिजली संशोधन बिल 2020, पराली जलाने पर एक करोड़ के जुर्माने का प्रावधान और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर देशभर में सभी फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की मजबूती के संबंध उनकी मांगें माने जाने तक किसान अपना संघर्ष जारी रखेंगे.सभी किसान संगठन शांतिपूर्वक तरीके से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन यह लड़ाई तीन साल तक जारी रह सकती है। केंद्र सरकार कोरोना का बहाना बनाकर किसानों के संघर्ष में रोड़े अटकाना चाह रही है। वहीं पंजाब को आर्थिक तौर पर भी परेशान किया जा रहा है.

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दो लाख से अधिक किसान, मजदूर और महिलाएं दिल्ली  कूच करेंगे

आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में पंजाब से दो लाख से अधिक किसान, मजदूर और महिलाएं खनौरी और डबवाली के रास्ते दिल्ली  कूच करेंगे. यह एलान मंगलवार को पंजाब भवन में भाकियू एकता उगराहां के प्रदेश प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पत्रकारों को बताया कि पंजाब से 960 बसें, 2400 ट्रैक्टर-ट्रालियां, 20 पानी के टेंकर और 23 अन्य वाहन इस काफिले में शामिल होंगे.

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काफिला रोका गया तो वहीं लगा देंगे धरना : जेठुके

भाकियू एकता उगराहां के सीनियर उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठुके ने कहा कि 13 नवंबर को केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान संगठनों की बैठक के मौके पर केंद्र सरकार की तरफ से अपनाए अड़ियल रवैये के बाद किसानों की लामबंदी और तेज़ हो गई है। किसानों के काफिले अपने तय कार्यक्रम के अनुसार दिल्ली कूच करेंगे और अगर सरकार ने उन्हें कहीं भी रोका तो वहीं धरना शुरू कर दिया जाएगा।


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