देहरादून में जलप्रलय,पुल टूटा लोग बहे_अब तक 10 की मौत,,रेस्क्यू जारी_देखिए हालात.. Video

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देहरादून :

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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। लगातार हो रही मूसलधार बारिश और जलप्रलय जैसे हालातों के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य के लापता होने की आशंका जताई जा रही है।

प्रेमनगर और सहस्त्रधारा में भारी जानमाल का नुकसान

प्रेमनगर के परवल क्षेत्र से लाए गए छह मजदूरों के शव प्रेमनगर अस्पताल में रखे गए हैं, जो टॉस नदी में बह गए थे। वहीं सहस्त्रधारा से बहकर आए तीन लोगों के शव कोरोनेशन अस्पताल में रखे गए हैं। नया गांव क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। कुल मिलाकर बादल फटने की इस त्रासदी में 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

विकासनगर में भूस्खलन, एक युवक की मौत

विकासनगर के कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर स्थित भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र जजरेड के पास पहाड़ी से गिरे भारी पत्थरों की चपेट में आने से एक स्कूटर सवार युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। घायल युवक की पहचान विनय के रूप में हुई है। दोनों युवक कालसी से साहिया की ओर जा रहे थे।

छह मजदूरों की नदी में डूबने से मौत

प्रेमनगर स्थित परवल टॉस नदी में दस मजदूर बह गए, जिनमें से छह के शव बरामद कर लिए गए हैं। राहत एवं बचाव दल अन्य लोगों की तलाश में जुटा है। नया गांव चौकी क्षेत्र में पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्रवाई की जा रही है।

जखन नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त

डोईवाला क्षेत्र में स्थित जखन नदी पर बने पुल का एक हिस्सा टूटकर बह गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई है। एहतियातन मार्ग को फिलहाल बंद कर दिया गया है।

मौसम विभाग का अलर्ट जारी

मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जिलों के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक, 21 सितंबर तक प्रदेशभर में भारी बारिश के दौर की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने किया प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उनके साथ स्थानीय विधायक और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को हर संभव राहत तुरंत उपलब्ध कराई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।”

उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से राहत कार्यों को और तेज़ी से अंजाम दिया जा रहा है।

देवभूमि इंस्टिट्यूट में फंसे 200 छात्रों का सफल रेस्क्यू

देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट में भारी जलभराव के कारण लगभग 200 छात्र-छात्राएं परिसर में फंसे रह गए थे। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की एक टीम मौके पर रवाना की गई, जिसने त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। टीम की सूझबूझ और तत्परता की स्थानीय लोग सराहना कर रहे हैं।

अभी भी सात से आठ लोग लापता, खोजबीन जारी

प्रशासन के अनुसार अब तक 7 से 8 लोगों के लापता होने की सूचना है। खोज और बचाव कार्य जारी है। प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सक्रिय है और हर संभव सहायता के प्रयास किए जा रहे हैं।

देहरादून और आस-पास के इलाकों में बादल फटने की इस भीषण आपदा ने एक बार फिर पहाड़ी राज्यों की संवेदनशीलता को उजागर कर दिया है। सरकार और प्रशासनिक मशीनरी राहत कार्यों में जुटी है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

देहरादून में टोंस नदी का कहर: बिजली के खंभे से लटका युवक सुरक्षित रेस्क्यू

नदियों ने एक बार फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है। देहरादून के नंदा की चौकी इलाके में टोंस नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से एक युवक नदी के बीच फंस गया और जान बचाने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ गया। युवक कई घंटे तक खंभे से लटका रहा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ।

जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और जोखिम भरे हालात में तार के सहारे युवक को सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर मौजूद लोगों ने तालियों के साथ बचावकर्मियों की बहादुरी की सराहना की।

इस बीच, देहरादून के सहस्त्रधारा और टपकेश्वर महाराज क्षेत्र में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। सहस्त्रधारा में कई होटल और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं, जबकि टपकेश्वर मंदिर में शिवलिंग जलमग्न हो गया। अब तक 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है।

नागरिकों से अपील है कि वह अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

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