उत्तराखंड में आदि कैलाश यात्रा करने आए यात्रियों का दल बूंदी में फंसा, ब्लास्टिंग से मार्ग बंद, जानिए क्या है मामला…

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उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के बूंदी गांव में दर्जनों आदि कैलाश यात्री फंसे ।कुमाऊं मंडल विकास निगम और ‘ट्रिप टू टेम्पल’ कंपनी द्वारा आयोजित 17वीं आदि कैलाश और ॐ पर्वत यात्रा रास्ते में सड़क मार्ग बंद होने के कारण दर्जनों यात्री फंसे । यात्रियों को बताया गया है कि दो दिन तक सड़क नहीं खुलेगी ऐसे में दिल्ली और पंतनगर से फ्लाइट और ट्रेन पकड़ने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है ।


आदि कैलाश और ॐ पर्वत के दर्शन के लिए देश दुनिया के यात्रियों को कुमाऊं मंडल विकास निगम(के.एम.वी.एन.) और ट्रिप टू टेम्पल कंपनी वर्ष में कई बार दर्शन कराने के लिए ले जाती है । इस वर्ष मई माह में शुरू होने के बाद बरसात से पहले यात्रियों का अंतिम जत्था 10 जुलाई को यात्रा शुरू कर आज लौट रहा था । बताया जा रहा है कि गूंजी से धारचूला के बीच बूंदी नामक जगह से लगभग 5 किलोमीटर दूर सड़क पर पहाड़ी से मालवा आ गया । चौड़ीकरण के नाम पर बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन(बी.आर.ओ.)ने ब्लास्टिंग कर बड़ी बड़ी चट्टानों को तोड़ दिया, जिससे मार्ग बाधित हो गया ।

इसी मार्ग में बीती 12 जुलाई को आयुक्त दीपक रावत और के.एम.वी.एन.के एम.डी.विनीत तोमर भी आदि कैलास और ॐ पर्वत के दर्शनों और जनता से मिलने के लिए गए थे ।

इन अधिकारियों के निकलने के बाद विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा के दल को निकाले बगैर विभाग ने ब्लास्टिंग शुरु कर दी । सड़क में पहाड़ी से पत्थर आने के कारण भी सड़क बाधित हो गई है । इससे दल के सभी 25 यात्री और स्टाफ बूंदी नामक स्थान में फंस गया । इनमें से कई यात्रियों को फ्लाइट, ट्रेन और कार से अपने घर लौटना था जो मिस हो सकती है । केरल के तिरुअनंतपुरम से यात्रा दल में शामिल हुई लेखा का कहना है कि सड़क के खुलने में दो दिनों का समय लगने की अपुष्ठ सूचना आ रही है । इस क्षेत्र में कॉम्युनिकेशन का कोई साधन नहीं है जिसके कारण यात्रियों की धड़कनें बढ़ती जा रही है । उन्होंने प्रशासन से जल्द मार्ग खोलने की बात की है क्योंकि उन्हें फ्लाइट पकड़नी है । इनका यात्रियों का सम्पर्क देश दुनिया से कट गया है ।

वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती

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