सावधान : शायद वैक्सीन भी ना हो कारगर.. कोरोना के इस डेल्टा प्लस वैरिएंट के आगे.. घातक साबित हो सकता है यह..रहें सतर्क

ख़बर शेयर करें

भले ही कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ गई हो लेकिन उसके बाद कई तरह के फंगस ने देश में पैर पसारे जिसके कई मामले देश के अलग अलग राज्यों में देखने को मिल रहें हैं.देश के साथ ही राज्य में भी ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ चुके है. लेकिन अब खबर आ रही है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के कई मामले सामने आये हैं.

उधर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट के 21 मामले सामने आये हैं. इसके साथ केरल में भी डेल्टा प्लस कम से कम तीन मामला चुके हैं. इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों से एकत्र किए गए नमूनों में SARS-CoV-2 डेल्टा-प्लस वैरिएंट के कम से कम तीन मामले पाए गए हैं। बता दें कि कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट को काफी खतरनाक माना जा रहा है।मध्य प्रदेश में मिला डेल्टा प्लसखबर है कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं। चार लोगों में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई थी और और चारों लोगों की मौत हो गई है। इन लोगों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। जिसके बाद डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन चार लोगों में इस वायरस की पुष्टि हुई है उनकी मौत भी हो गई है। हैरानी की बात तो यह है कि इन चारों लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन भी लग चुकी थी.

अब तक मिल चुके हैं चार वैरिएंटबता दें कि डेल्टा प्लस को कोरोना वायरस का सबसे खतरनाक वैरिएंट माना जा रहा है। कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, अभी तक ये चार वैरिएंट सामने आए हैं। खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन इन चार वैरिएंट के बारे में जानकारी दे चुका है। इसमें सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट जो भारत में भी पाया गया है। कोरोना वायरस की दूसरी लगर में डेल्टा वैरिएंट ने ही कहर बरपाया है।

नए डेल्टा वैरिएंट के चलते वैक्सीन भी बेअसर हो सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से यह आशंका जताई गई है। इसके चलते दुनिया भर में एक बार फिर से कोरोना संकट की नई लहर का संकट पैदा हो गया है। डब्ल्यूएचओ के महामारी विशेषज्ञ ने सोमवार को कहा कि डेल्टा वैरिएंट के चलते वैक्सीन का असर भी कम होता दिख रहा है। हालांकि अब भी वैक्सीन के चलते कोरोना का असर ज्यादा गंभीर नहीं हो रहा और मौत जैसी स्थिति से बचाने में कारगर है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी ने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना के ऐसे नए म्यूटेंट भी एक्टिव हो सकते हैं, जिनके चलते वैक्सीन्स का असर कम हो सकता है।डेल्टा वैरिएंट के म्यूटेशन के चलते डेल्टा प्लस वैरिएंट पैदा हुआ है। डेल्टा वैरिएंट पहली बार भारत में ही पाया गया था। माना जाता है कि इसके चलते ही देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर देखने को मिला था। ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों में भी डेल्टा वैरिएंट का कहर देखने को मिला है। इस बीच महाराष्ट्र में डेल्टा वैरिएंट के 21 मामले सामने आए हैं। राज्य के हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे ने यह जानकारी दी है।

केरल में भी डेल्टा प्लस कम से कम तीन मामला सामने आए हैं। अधिकारियों ने कहा कि केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों से एकत्र किए गए नमूनों में SARS-CoV-2 डेल्टा-प्लस वैरिएंट के कम से कम तीन मामले पाए गए हैं।अब तक मिल चुके हैं कोरोना के ये चार वैरिएंटबता दें कि डेल्टा प्लस को कोरोना वायरस का सबसे खतरनाक वैरिएंट माना जा रहा है। कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, अभी तक ये चार वैरिएंट सामने आए हैं।आपकों बता दें कि who यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन इन चार वैरिएंट के बारे में जानकारी दे चुका है। इसमें सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट जो भारत में भी पाया गया है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page