घर में शराब मिलने पर, प्रधान गए जेल तो बिना शादी के दुल्हे के साथ विदा हुई दुल्हन..

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बिहार में एक अजीब सा मामला सामने आया है, जहाँ एक शादी में दुल्हन को बिना शादी के ही विदा होना पड़ा. खबर के मुताबिक घटना बिहार के बांका ज़िले की बताई जा रही है जहाँ कुशाहा गांव में रसिकलाल मुर्मू बेटी बासमती मुर्मू की शादी बौसी थाना क्षेत्र के शोभा गांव के रहने वाले अरविंद मंडल होनी थी. इसी तरह तय वक़्त पर आई. खासबात यह ही आदिवासी परंपरा के मुताबिक ग्राम प्रधान को ही सारी रस्म रिवाज़ करनी पड़ी है.बिना प्रधान के आदिवासी समुदाय में शादी नहीं होती.

आदिवासी परंपरा के मुताबिक गांव के प्रधान गोपाल सोरेन हो ही शादी की सारी रस्म रिवाज़ को ही करना था. रस्मे रिवाज़ चल ही रहे थे कि अचानक पुलिस आ गई. और पुलिस ग्राम प्रधान को अपने साथ ले गई. आदिवासी समुदाय की परंपरा के मुताबिक यह भी बताया जाता है कि दूल्हा बिना शादी के लौट जाता तो दुल्हन को विधवा घोषित कर दिया जाता और फिर उसकी कहीं शादी नहीं होती.

बताया जा रहा है कि बांका जिले के लौगांय पंचायत के कुशवाहा गांव में आदिवासी समुदाय की पंचायत ने यह फैसला किया कि दुल्हन की विदाई बिना शादी के होगी. क्योकि समुदाय की यह भी परंपरा है कि दूल्हा बिना शादी के लौट जाता तो दुल्हन को विधवा घोषित कर दिया जाता और फिर उसकी कहीं शादी नहीं होती. उधर दुल्हन के भाई ने बताया कि हमने प्रशासन से इस बात की सिफारिश भी कि प्रधान को छोड़ दे ताकि शादी ठीक से हो गए. लेकिन प्रशासन ने प्रधान को नही छोड़ा. जिसके बाद आदिवासी परंपरा के मुताबिक पंचायत को यह फैसला लेना पड़ा

उधर गांववालों का कहना है कि हमारे आदिवासी समुदाय ने यह परंपरा है कि देसी शराब को चढ़ावे के रूप में देव-देवतओं चढ़ाया जाता है. चढ़ावे को लेकर डेढ़-दो लीटर शराब घर में थी.लेकिन इस मामले में पुलिस का कहना है कि 15 लीटर शराब बरामद हुई.

प्रधान को जेल में होने के कारण,बारात गाँव में दो दिन तक रुकी रही लेकिन प्रधान की रिहाई न हुई.इस पर लड़की और लड़का के घरवालो ने और गांववालों ने मिलकर एक विकल्प तैयार किया गया.प्रधान के वापसी के बाद पुनः शादी की रस्में होगी.

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