राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार (17 मई) को आतंकवाद, नशे के तस्करों और गैंगस्टरों के गठजोड़ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने छह राज्यों हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में 100 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की. प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी के सहयोगियों के परिसरों पर भी तलाशी ली।
एनआईए ने पंजाब के 30 इलाकों में छापेमारी की है, तो वहीं राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है। एनआईए ने खालिस्तान-आईएसआई और गैंगस्टर नेक्सस के खिलाफ कई सारे सबुत इकट्ठा किए हैं। कई गैंगस्टरों से पूछताछ के दौरान भी यह सामने आया है कि वह नेक्सस का इस्तेमाल टेटर फंडिंग, हथियार सप्लाई और विदेशों से देशी विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए करते हैं।
एनआईए ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब कनाडा में खलिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि उनकी हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने उन्हें कनाडाई नागरिक बताते हुए भारत पर हत्या का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने कनाडा से भारतीय राजनयिक को भी बाहर कर दिया। इसके जवाब में भारत ने में दिल्ली से कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया और कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा भी रोक दी।
जसविंदर सिंह मुल्तानी पिछले साल चंडीगढ़ में मॉडल बुड़ैल जेल के पास बम लगाने में शामिल था. उसे 2021 में लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के मास्टरमाइंड के आरोप में जर्मनी में गिरफ्तार किया गया था. एनआईए की टीमों ने आतंक-नशीले पदार्थों-तस्करों-गैंगस्टरों की सांठगांठ के खिलाफ दर्ज पांच मामलों के जवाब ये छापेमारी अभियान चला रखा है।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक विदेशों में बैठे गैंगस्टर कथित तौर पर खालिस्तानी अलगाववादियों को फंडिंग कर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि एनआईए के 200 से अधिक रेड टीम के सदस्य 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी में मौजूद थे. जसविंदर सिंह मुल्तानी को एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी माना जाता है और कथित तौर पर अलगाववादी गतिविधियों में शामिल है।
जसविंदर सिंह मुल्तानी ने कथित तौर पर 2020-2021 में किसानों के विरोध के दौरान सिंघू बॉर्डर पर किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल की हत्या की साजिश रची थी. उसने कथित तौर पर बलबीर सिंह राजेवाल को मारने के लिए एक जीवन सिंह को कट्टरपंथी बनाया. 2019 में, केंद्र ने पंजाब में अलगाववादी एजेंडे और हिंसक उग्रवाद को बढ़ावा देने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एसएफजे पर प्रतिबंध लगा दिया था. सरकार ने कहा कि उनकी गतिविधियों का उद्देश्य समुदायों के बीच विभाजन पैदा करना और राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना है।
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब, राजधानी दिल्ली के कई लोकेशन पर चल रही है NIA की रैड !!
खालिस्तानी आतंकियों, समर्थकों और उससे जुड़े प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोगों के यहां चल रहा है सर्च ऑपरेशन !!
उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर के बाजपुर क्षेत्र स्थित एक गन हाउस में भी रैड जारी, शास्त्र व असलों की अवैध तस्करी की आशंका !!
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर बाजपुर एनआईए के छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। वहीं देहरादून टर्नर रोड के पास भी एनआईए के छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। यहां पिछले साल कारतूस का मामला सामने आया था। देहरादून के गन डीलर परिक्षित नेगी के गन स्टोर से कारतूस ले जाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने नेगी को गिरफ्तार था जोकि फिलहाल जमानत पर बाहर है।
जानिये कौन है परिक्षित नेगी
पिछले साल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पांच लोगों को दो हजार कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। अगस्त में हुई इस कार्रवाई में पता चला कि यह कारतूस देहरादून के गन डीलर से खरीदे गए थे। दिल्ली पुलिस ने पड़ताल की तो यहां रॉयल गन हाउस का नाम सामने आया। रॉयल गन हाउस पर स्थानीय पुलिस ने भी छापा मारा तो मालूम हुआ कि यह दुकान बीते दो माह से खुली ही नहीं। इस गन हाउस को टर्नर रोड निवासी परिक्षित नेगी चलाता है। प्रशासन ने भी इस दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया था।
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