दुःखद : हल्द्वानी से लौट रहे बैंक प्रबंधक और कैशियर की सड़क हादसे में दर्दनाक़ मौत

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उत्तराखंड : पिथौरागढ़ से डीडीहाट को लौट रहे उत्तराखंड ग्रामीण बैंक डीडीहाट के प्रबंधक और कैशियर की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई है। दरअसल डीडीहाट शाखा के बैंक प्रबंधक रविकांत मेहता और कैशियर त्रिवेणी महादेव रविवार को हल्द्वानी से अन्य बैंक कर्मियों के साथ पिथौरागढ़ आए थे।


पिथौरागढ़ में अन्य कर्मचारियों को छोड़ने के बाद रात 10:30 बजे दोनों डीडीहाट के लिए रवाना हो गए लेकिन डीडीहाट नहीं पहुंचे। सुबह दोनों के बैंक में नहीं पहुंचने तक उन्हें लापता माना जा रहा था।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से बेहद ही दुखद खबर सामने आई है। उत्तराखंड ग्रामीण बैंक डीडीहाट के शाखा प्रबंधक और कैशियर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पिथौरागढ़ से डीडीहाट के लिए रवाना हुए दोनों लोग रविवार रात से लापता थे। ढूंढखोज के बाद उनके शव जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से 33 किमी दूर रणगांव के पास 400 मीटर गहरी खाई में गिरी कार के भीतर मिले। क्षतिग्रस्त कार को कटर की मदद से काटकर दोनों शवों को निकाला गया।


उत्तराखंड ग्रामीण बैंक पिथौरागढ़ और डीडीहाट के कर्मचारी रविवार को हल्द्वानी में हुए एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे थे। डीडीहाट के शाखा प्रबंधक रविकांत मेहता (35) पुत्र गोपाल प्रसाद निवासी ग्राम सागर विहार कॉलोनी आवास विकास लखनऊ उत्तर प्रदेश और कैशियर त्रिवेणी माधव पलड़िया (34) पुत्र नवीन चंद्र पलड़िया निवासी ग्राम बानना जाला भीमताल अन्य कर्मचारियों को पिथौरागढ़ में उतारकर रात करीब 10:30 बजे डीडीहाट के लिए रवाना हुए लेकिन वे डीडीहाट नहीं पहुंचे। सुबह दोनों के बैंक में न पहुंचने पर पूछताछ की गई तो अनहोनी की आशंका हुई।

बैंककर्मियों समेत कैशियर त्रिवेणी के चचेरे भाई कृष्णचंद्र पलड़िया ने भी थाने में पहुंचकर दोनों के लापता होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही डीडीहाट थाना प्रभारी हिमांशु पंत और कनालीछीना थाना प्रभारी जावेद हसन के नेतृत्व में पुलिस जवान दोनों बैंककर्मियों की खोज में जुटे। दोनों के फोन भी स्विच ऑफ थे।

सर्विलांस में उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन हचीला के पास मिली। दुर्घटना की आशंका को देखते हुए कनालीछीना से मिर्थी के बीच करीब 25 किमी दूरी तक खाई क्षेत्र में खोजबीन की गई। इसी दौरान उनकी कार बंदरलीमा और हचीला के बीच लगभग 400 मीटर गहरी खाई में नजर आई। इसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ के जवान रस्सियों की मदद से खाई में उतरे। दोनों के शव कार में बुरी तरह फंसे थे। कटर की मदद से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया। फिर दोनों शवों को सड़क तक लाया गया। इस दौरान क्षेत्रीय कार्यालय पिथौरागढ़ के विजय सिंह भंडारी सहित कई अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। पिथौरागढ़ मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस ने हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दे दी है। हादसे पर ग्रामीण बैंक की सभी शाखाओं के कर्मचारियों ने शोक जताया है।

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