राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर नफरत और हिंसा के खिलाफ संघर्ष का संकल्प..

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उत्तराखंड सर्वोदय मंडल और आचार्य कुल द्वारा महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जन संगठनों और विपक्षी दलों के प्रतिनिधि एकत्रित हुए। इस मौके पर गांधीजी के विचारों को याद करते हुए उनके सपनों के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया गया।

कार्यक्रम में राज्य स्तरीय आंदोलन का एलान किया गया। 4 फरवरी को नफरत और हिंसा के खिलाफ धरना आयोजित होगा, वहीं 5 फरवरी को यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) पर राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि जनविरोधी और दमनकारी कानून के खिलाफ रणनीति बनाई जा सके।

सर्वोदय मंडल के हरबीर सिंह कुशवाहा ने कहा, “गांधीजी और स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष के बाद भी उनके सपने दूर हैं। आज समाज में हिंसा, नफरत और असमानता को बढ़ावा दिया जा रहा है।” समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. SN सचान ने राज्य में हो रहे अतिक्रमण और महिलाओं के अधिकारों के हनन पर चिंता व्यक्त की। उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. विजय शंकर शुक्ला ने कहा, “गांधीजी की श्रद्दांजलि सिर्फ उनके विचारों को पढ़ने से नहीं, बल्कि उनके मूल्यों के लिए संघर्ष करने से दी जा सकती है।”

इस अवसर पर आचार्य कुल की इंदु शर्मा, कांग्रेस के प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के समर भंडारी, अखिल भारतीय किसान सभा के सुरेंदर सिंह सजवाण, उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट और कई अन्य प्रमुख नेता और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सभी ने एकजुट होकर तय किया कि नफरत और हिंसा के खिलाफ आवाज उठानी होगी और गांधीजी के सपनों को साकार करने की दिशा में संघर्ष करना होगा।

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