उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, देहरादून समेत चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और नैनीताल जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य जिलों में भी गर्जन और बिजली चमकने के साथ कई दौर की तेज बारिश होने के आसार हैं। भारी बारिश के मद्देनजर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
कई मार्ग बाधित
लोगों की मुश्किल और बढ़ी है। मंगलवार को 103 मार्ग थे, वहीं बुधवार को संख्या बढ़कर 126 हो गई है। सबसे अधिक प्रभावित सीमांत पिथौरागढ़ जिला है। यहां पिथौरागढ़- तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग, एक बार्डर रोड और 23 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। रुद्रप्रयाग में 10, बागेश्वर में आठ, टिहरी में 11, चंपावत में दो और टिहरी में 11 मोटर मार्ग बंद है। उत्तरकाशी में तीन राज्य मार्ग और छह ग्रामीण मोटर मार्ग, देहरादून में एक राज्य मार्ग और 17 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं। अल्मोड़ा में एक राज्य मार्ग, एक अन्य जिला मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग, चमोली में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग, ऊधम सिंह नगर में एक मुख्य जिला मार्ग और 22 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं।
इन दिनों उत्तराखंड में मौसम का मिजाज हर दिन बदलता नजर आ रहा है. बीते बुधवार को मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश को लेकर दो दिनों का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. बुधवार को उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश आफत बनकर बरसी. वहीं 1 अगस्त को भारी बारिश की संभावना के चलते नैनीताल, ऊधम सिंह नगर, देहरादून और पौड़ी गढ़वाल जिले में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के निर्देश जारी किए गए।
हालांकि 1 अगस्त को देहरादून का मौसम साफ रहा और बारिश नहीं हुई लेकिन 2 अगस्त यानी आज देहरादून समेत कई जिलों में बादल बरस सकते हैं. मौसम विभाग की ओर से गुरुवार को 5 अगस्त तक मौसम की पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी की गई है।
मौसम विभाग केंद्र देहरादून की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक, 2 अगस्त को उत्तराखंड के देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल और ऊधम सिंह नगर के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सभी जिलों में प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है. पर्वतीय जिलों के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं. अधिकारियों को बारीकी से नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड में आफत बनकर बरसी बारिश
गौरतलब है कि बुधवार को उत्तराखंड के देहरादून, बागेश्वर, चमोली, टिहरी, अल्मोड़ा, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के चलते नदी- नाले उफान पर रहे. बारिश से संबंधित हादसों में 10 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए. गुरुवार को सचिवालय में सीएम धामी प्रदेश स्तरीय आपदा कंट्रोल रूम में गए और आपदा प्रबंधन से संबंधित कार्यों का जायजा लिया।
इसके अलावा जिला स्तरीय अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात की और उन्हें दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही रहनी चाहिए कि जानमाल की हानि न हो. अधिकारी और आपदा प्रबंधन की टीमें सतर्क रहें. 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहें और कहीं से भी आपदा संबंधित सूचना मिलने पर तत्काल मदद मुहैया कराएं।
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