हरेला बंटा, भावनाएं टूटीं – कांग्रेस-भाजपा के सियासी टकराव में पिसी हरेला प्रेमियों की आस्था


उत्तराखंड के भीमताल में लोकपर्व हरेला महोत्सव का कार्यक्रम राजनीति की भेंट चढ़ गया। आम जनता की भावनाओं से जुड़े इस महत्वपूर्ण मेले को कांग्रेस और भाजपा की टकराव के बीच पीस कर रख दिया गया है। इसपर जब इन शीर्ष पदाधिकारियों से पूछा गया तो जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
भीमताल का प्रतिष्ठित हरेला मेला बुधवार को उद्घाटन के बाद शुरू हो गया। इस मेले में कांग्रेस बैकग्राउंड की महिला चैयरमैन ने नेता प्रतिपक्ष को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया, तो भाजपा के स्थानीय नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को स्टेज के ठीक बगल के हनुमान मंदिर में आयोजित हवन और हरेले पर्व में शामिल हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्या लगभग एकसाथ अपने अपने कार्यक्रम स्थलों पर पहुंचे लेकिन अलग अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए। बड़े स्टेज में आयोजित हरेला महोत्सव में मुख्य अतिथि यशपाल और उनके पूर्व विधायक पुत्र संजीव आर्या का स्वागत चैयरमैन सीमा टम्टा ने किया। जबकी पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का स्वागत आदर्श रामलीला कमिटी के अध्यक्ष संदीप पाण्डे समेत अन्य सदस्यों ने किया।
मेला आयोजन का निरीक्षण करने पहुंचे उप जिलाधिकारी नवाज़िश खलिक और नगर पालिका भीमताल के सभासदों के बीच मेला परिसर में स्थानीय विधायक की फ्लेक्सी को लेकर हल्की कहासुनी भी हुई।
हरियाली के प्रतीक त्योहार पर आयोजित आम जनता के इस मेले में, आम जनता के सामने ही राजनीति का ये घिनौना रुप साफ प्रदर्शित हुआ। वर्ष के सबसे खुशहाल दिन माने जाने वाले इस त्यौहार को यहां के लोग दशकों से मनाते आ रहे हैं।
नगर पालिका वार्ड नंबर 7 के निर्दलीय सदस्य उमेश पाठक से जब ये सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल ठीक नहीं है। इसी माह तैयारी की बोर्ड बैठक में विधायक को बुलाने की मांग उठी थी। अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने समय नहीं दिया है, इसलिए नेता प्रतिपक्ष को बुलाया गया है। ऐसा मैंने पहली बार देखा है। मैं, इस बोर्ड में रहते हुए पहला मेला देख रहा हूँ और दुकान आवंटन समिति का अध्यक्ष हूं। कहा कि आम लोगों की खरीददारी के लिए अच्छी दुकानें लगी हुई हैं।
पालिका के वार्ड नंबर 6 के निर्दलीय सदस्य दीपक आर्या ने इस सवाल पर कहा कि मेला संबंधी मीटिंग में एस.डी.एम.नहीं आए और आज स्वागत के दौरान आकर कह रहे हैं कि मेरी मेले पर नजर थी। वो निमंत्रण देने वाले कौन होते हैं ? विधायक राम सिंह केड़ा और सांसद अजय भट्ट के पोस्टर लगे थे, जिनकी व्यस्तता की जानकारी के बाद दूसरे मुख्य अतिथि को बुलाया गया।
नगर पालिकाध्यक्ष सीमा टम्टा ने राजनीति सबंधी सवाल पर कहा कि उन्होंने अपने ई.ओ. के माध्यम से पहले सांसद और विधायक को आमंत्रित किया था, लेकिन उनकी व्यस्तता के कारण उनका समय 17 जुलाई को मिला। इसलिए मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष को बनाया गया। कहा कि विधि विधान के अनुसार हरेला मुख्य अतिथि ही काटता है, लेकिन यहां तो पूर्व मुख्यमंत्री ने बगल के मंदिर में ही हरेला काट दिया।
भीमताल के भाजपा मंडलाध्यक्ष कमल जोशी से जब इस बावत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कोश्यारी किसी अन्य कार्यक्रम में आए थे और इसी बीच उनके एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ध्रुव रौतेला के जन्मदिन पर आशीर्वाद देने के लिए मुख्य मंच के समीप मंदिर में पहुंचे। अल्पविराम के बाद कोश्यारी अपने अगले कार्यक्रम के लिए निकल गए और इसमें किसी तरह का कोई नैगेटिव पहलू नहीं था।
मुख्य अतिथि के साथ पूर्व विधायक नारायण पाल, कुंदन सिंह बिष्ट, राकेश बृजवासी, डी.के.डालाकोटी, कमरू निशा, सभासद शिप्रा जोशी, विमला देवी, रामपाल सिंह गंगोला, हेमा दुमका, प्रकाश चंदोला, दीपक आर्या, उमेश पाठक, शुभम नैनवाल आदि मौजूद रहे।
वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती


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