हल्द्वानी : बेहिसाब आसमानी आफत में हुई तबाही से जान और माल का अब इस हद तक हो चुका बड़ा नुकसान..कुमाऊं कमिश्नर

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उत्तराखण्ड ( हल्द्वानी ) : प्रदेश में पिछले दिनों आई आपदा में जनपद समेत पूरे राज्य में बेहिसाब तबाही देखने को मिली है कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा की आपदा से कुमाऊं मंडल में भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि मंडल में सभी जिलाधिकारियों को राहत एवं बचाव के लिए 10 करोड़ की राशि दी जायेगी। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत, सर्च एवं रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है।


श्री कुमार आज यहां कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जिले में आपदा से निपटने के लिए हल्द्वानी मंडी में खाद्यान्न सेंटर बनाया गया है। आपदा ग्रस्त इलाकों के लिए खाद्यान्न, एवं राहत सामग्री हेलिकॉप्टरों के द्वारा भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कोश्या कुटोली, लोहली क्षेत्र में खाद्यान्न लगातार पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कुमाऊं मंडल में आपदा से 12 पुलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही बिजली, पेयजल और संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं । कई जगहों पर सड़कें बुरी तरह से ध्वस्त हुई है जिन्हें खोलने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। मंडल में सरकारी संपत्ति को लगभग दो हजार करोड़ के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। कुमाऊं कमिश्नर ने यह भी बताया कि नुकसान का यह आकलन आगे और बढ़ सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मंडल में आपदा से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है,जिसमें 4 लोग अभी भी लापता हैं। आपदा के दौरान 36 घायलों लोगों को अभी तक रेस्क्यू किया गया है। लगातार राहत एवं बचाव कार्य के लिए एयरफोर्स के साथ एक निजी हेलीकॉप्टर को काम पर लगाया गया हैं। एनडीआरएफ एसडीआरएफ सहित आर्मी की तीन बटालियन रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि ध्वस्त सड़कों से अब तक 8315 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।क्षेत्र में लगातार बचाव एवं राहत कार्य जारी है। इधर मारे गए लोगों में बिहार राज्य के आठ शवों को उनके घर भेजा जा रहा है। अब तक कुमाऊं मंडल में दो राष्ट्रीय राजमार्ग बंद पड़े हुए हैं जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं।


श्री कुमार आज यहां कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जिले में आपदा से निपटने के लिए हल्द्वानी मंडी में खाद्यान्न सेंटर बनाया गया है। आपदा ग्रस्त इलाकों के लिए खाद्यान्न, एवं राहत सामग्री हेलिकॉप्टरों के द्वारा भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कोश्या कुटोली, लोहली क्षेत्र में खाद्यान्न लगातार पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कुमाऊं मंडल में आपदा से 12 पुलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही बिजली, पेयजल और संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं । कई जगहों पर सड़कें बुरी तरह से ध्वस्त हुई है जिन्हें खोलने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। मंडल में सरकारी संपत्ति को लगभग दो हजार करोड़ के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। कुमाऊं कमिश्नर ने यह भी बताया कि नुकसान का यह आकलन आगे और बढ़ सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मंडल में आपदा से अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है,जिसमें 4 लोग अभी भी लापता हैं। आपदा के दौरान 36 घायलों लोगों को अभी तक रेस्क्यू किया गया है। लगातार राहत एवं बचाव कार्य के लिए एयरफोर्स के साथ एक निजी हेलीकॉप्टर को काम पर लगाया गया हैं। एनडीआरएफ एसडीआरएफ सहित आर्मी की तीन बटालियन रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि ध्वस्त सड़कों से अब तक 8315 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।क्षेत्र में लगातार बचाव एवं राहत कार्य जारी है। इधर मारे गए लोगों में बिहार राज्य के आठ शवों को उनके घर भेजा जा रहा है। अब तक कुमाऊं मंडल में दो राष्ट्रीय राजमार्ग बंद पड़े हुए हैं जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं।

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