डरावना दौर , पत्रकार को जान से मारने की कोशिश.. पुलिस क्यों बनी रही तमाशबीन ?

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नोएडाः नोएडा एक्सटेंशन में नेटवर्क18 के एक सीनियर पत्रकार पर आधी रात को लाउडस्पीकर बजाने से रोकने पर जगरतियों ने हमला किया है। उनकी पत्नी को घर में घुसकर कपड़े फाड़ देने की धमकी दी है। छह साल का उनका बच्चा दहशत में है। पुलिस तमाशा देखती रही। गुंडों ने थाने में पुलिस वालों के सामने धमकाया। सबके चेहरे साफ हैं लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह बेहद डरावना है।

जिस पत्रकार के साथ यह घटना हुई है, वह न्यूज 18 के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन पर जानलेवा हमले का प्रयास सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि वे देर रात सोसायटी में जगराते के नाम पर बज रहा लाउडस्पीकर बंद करवाने गए थे। आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे और भीड़ ने उनकी परवाह न करते हुए हमला कर दिया और उन्हें जान बचाने के लिए मौके से भागना पड़ा।

न्यूज़ 18 की एक रिपोर्टे के मुताबिक़ बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ ने इस दौरान उनका काफी दूर तक पीछा किया लेकिन जब वे अपने घर के पास पहुंचे और वहां मौजूद गनमैन से मदद मांगी साथ ही शोर मचा कर पड़ोसियों को बुलाया तो भीड़ वापस मुड़ गई। हालांकि इससे पहले उनके साथ धक्का मुक्की की गई और उनके परिवार को मारने साथ ही नग्न कर घुमाने की धमकी भी दी गई। घटना से संबंधित सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग न्यूज 18 के पास मौजूद है।

जानकारी के अनुसार न्यूज 18 हिंदी में कार्यरत और नोएडा एक्सटेंशन की सोसायटी ऑक्सफोर्ड स्‍क्वायर सुपर टेक इकोविलेज 3 में रहने वाले सौरभ शर्मा ने देर रात 11:30 बजे जगराते के नाम पर बज रहे गानों को बंद करवाने के लिए 112 नंबर पर कॉल कर मदद मांगी। इसके बाद उनके पास पुलिसकर्मी का कॉल आया और उन्होंने उनसे कहा कि वे मौके पर पहुंचे और हम भी आ रहे हैं। वहां पहुंचने पर पुलिस ने जगराते के गानों को बंद करने को कहा तो भीड़ भड़क गई। साथ ही जगराते के आयोजक ने कहा कि पुलिस ने उन्हें रात भर लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दी है।

बताया राष्ट्रविरोधी पाकिस्तानी

सौरभ के अनुसार जब उन्होंने अनुमति पत्र दिखाने की बात कही तो उन्हें राष्ट्रविरोधी बताते हुए पाकिस्तानी करार देकर जान से मारने के लिए कहा गया। उन्होंने इस बात का विरोध किया और कहा कि कानूनन आप लाउडस्पीकर रात दस बजे बाद नहीं बजा सकते हैं। ये बात सुन कर आयोजक ने कहा कि ये पाकिस्तानी है और इसे यहीं पर खत्म कर देते हैं। सौरभ ने बताया कि इस दौरान पीसीआर के दो पुलिस कर्मी मौजूद थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।

फिर बना मॉब लिंचिंग का माहौल

सौरभ के अनुसार भीड़ किसी भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं हुई और उन पर हमला बोल दिया। सौरभ को इस दौरान भागना पड़ा और अपनी जान बचानी के लिए संघर्ष करना पड़ा। किसी तरह वहां से बच कर सौरभ अपने घर पहुंचे और तहरीर देने के लिए थाने गए। पीछे से उनकी पत्नी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर खतरा होने की बात कही तो उन्होंने कुछ पुलिसकर्मी मौके पर भेजे। मौक पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सौरभ की पत्नी अंकिता शर्मा को मौके पर बुलाया। मौके पर पहुंचने पर भीड़ ने अंकिता के साथ भी अभद्रता की और उनको अपशब्द कहे। पुलिस व ऑक्सफोर्ड स्‍क्वॉयर के आरडब्‍ल्यूए अध्यक्ष के डी सिंह ने बीच बचाव कर लोगों को समझाने का प्रयास किया और अंकिता को बचाया। भीड़ के बवाल करने के दौरान अंकिता के हाथ से उनका 6 साल का बच्चा लोगों के बीच में रह गया और करीब 45 मिनट तक बच्चा अपनी मां के पास जाने के लिए परेशान होता रहा।

सौरभ के अनुसार उन्होंने तहरीर वारदात के तुरंत बाद देर रात 12 बजे बिसरख थाने में दे दी थी। लेकिन इसके बावजूद सोमवार को पुलिस मामला दर्ज करने से टालती रही। सोमवार शाम करीब 3 बजे बिसरख थाने से पुलिस अधिकारी सोसायटी पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज को रिकॉर्ड किया और कहा कि वरिष्ठों से बातचीत कर मामला दर्ज किया जाएगा। इस दौरान सौरभ ने लगातार मामला दर्ज करने की गुहार पुलिस अधिकारियों से लगाई लेकिन उन्होंने मंगलवार को कोई निर्णय लेने की बात कही। सौरभ ने इस दौरान पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई कि उनकी पत्नी और 6 साल के बच्चे को जान का खतरा है और आरोपियों को पकड़ा जाए लेकिन सोमवार देर रात तक ऐसा नहीं हो सका।

अब आज सुपरटेक इको विलेज 3 सोसायटी में रविवार रात माता के जागरण में बज रहे तेज म्यूजिक को धीमा करने के लिए कहने पर मीडियाकर्मी के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने 2 दिन बाद 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ में केस दर्ज किया। दूसरी ओर सोसायटी के लोगों ने भी संयुक्त शिकायत देकर मीडियाकर्मी पर जागरण में विघ्न डालने समेत कई आरोप लगाते हुए बिसरख कोतवाली में शिकायत दी है। पुलिस शिकायत पर जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।

जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार का विश्लेषणक्या हो रहा है

क्या News18 उस सीसीटीवी फ़ुटेज को चला रहा है जिसमें उसके पत्रकार सौरभ शर्मा को धमकी दी गई? उनकी पत्नी के साथ अभद्रता हुई? क्या सौरभ शर्मा के साथी कुछ लिख बोल रहे हैं या चुप हो गए हैं? इस खबर की एक एक डिटेल को आप ध्यान से पढ़िए। समाज किस तरह खोखला होता जा रहा है। पुलिस की मौजूदगी में सौरभ शर्मा की पत्नी अंकिता शर्मा के साथ अभद्रता की गई है। पुलिस की मौजूदगी में यह सब हुआ है और लिखा है कि मौक़े पर खड़े दो पुलिसकर्मी ने कुछ नहीं किया। सौरव News18 की वेबसाइट में काम करते हैं।

उनका छह साल का बच्चा भीड़ के हाथों में चला गया था। जैसे रोज़ लाखों लोगों का दिल और दिमाग़ भीड़ की दहशत से घिरा रहता है उसी तरह वो बच्चा घिर गया। उस पर कितना भयानक असर पड़ा होगा। पत्नी का भरोसा कितना टूट गया होगा। समाज और पुलिस पर। पत्नी अंकिता ने बयान जारी किया है कि पुलिस के बाद भी रात भर लाउडस्पीकर बजता रहा ।

सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि चैनल के ऐंकर भी चुप है। वो सारे लोग जो धर्म की आड़ लेकर दूसरों की चुप्पी को ललकारते हैं वो भी चुप हैं। पत्रकार नवीन कुमार ने एक तस्वीर ट्विट किया है, जिसमें कथित उत्पातियों का चेहरा है, उन सबके नाम भी होंगे मगर कार्रवाई नहीं हुई है। अफ़सोस कि पत्नी और बच्चे को यह सब झेलना पड़ा लेकिन यह तो न जाने कितने लोग झेल रहे हैं।

इस चैनल का रोल भी नफ़रत फैलाने में रहा है। मुझे सौरभ शर्मा के फ़ेसबुक पोस्ट और लाइक की जानकारी नहीं है न कभी कोई कार्यक्रम देखा है, मगर सौरभ और अंकिता को भी पाकिस्तानी कहा गया और जान से मारने की धमकी दी गई। क्या मुझे कोई बता सकता है कि नफ़रत को लेकर सौरभ शर्मा के क्या विचार रहे हैं? किस तरह के पोस्ट हुआ करते थे? क्या सौरभ शर्मा ने अपने साथियों के नफरती शो को याद किया होगा कि उसके नतीजे में खुद उनकी जान ख़तरे में पड़ सकती है? क्या सौरभ शर्मा यह सब सोच रहे होंगे? कि उनके साथी चुप हैं और रवीश कुमार पोस्ट लिख रहा है? यह मौक़ा कहने का नहीं है लेकिन इसी मौक़े पर कहने की ज़रूरत है। यह प्रोजेक्ट अल्पमत को डराने के नाम पर बहुमत के लड़कों को दंगाई बनाने का है जो पूरा हो चुका है। सौरभ शर्मा ने उसकी झलक देख ली। जिसे हम रोज़ हिंसा के अनगिनत वीडियो में देख रहे हैं।

पुलिस का बयान आया है कि-इसमें आरोप है कि ऐंकर शराब पिए था! जाँच हो रही है। थाना बिसरख क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 10.04.2022 की रात्रि में ईकोविलेज 3 के निवासियों द्वारा माता भगवती का जागरण किया जा रहा था। जिसके सम्बन्ध में पीआरवी को कॉलर द्वारा सूचना प्राप्त हुयी कि हमारे यहां तेज आवाज में भजन/गाने चलाये जा रहें है, उक्त सूचना पर पीआरवी द्वारा मौके पर पहुॅच कर आवाज को धीमी कराया गया।

तक्तपश्चात कॉलर पक्ष द्वारा थाना बिसरख पर प्रार्थना पत्र दिया गया है कि डीजे बन्द कराने को कहने को लेकर जागरण के आयोजकों/जागरण में उपस्थित लोगों द्वारा मेरे साथ अभद्रता की गयी है। वहीं जागरण के आयोजकों/जागरण में उपस्थित लोगों के द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया है कि उक्त कॉलर द्वारा शराब के नशे में जागरण में आकर लोगों को अपशब्द बोले और अभद्रता की गयी है।

थाना बिसरख पुलिस द्वारा दोनों पक्षों के द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्रों के आधार पर जॉच की जा रही है। मारपीट जैसी घटना के संबंध में सीसीटीवी फुटेज की भी तलाशी ली गई है, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, फिर भी पुलिस द्वारा दोनो पक्षों द्वारा लगाए आरोपों के संबंध में गहनता से जांच/पूछताछ की जा रही है बाद जॉच तथ्यों के आधार पर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जायेगी ।

(लेखक जाने माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, यह लेख उनके पेज से लिया गया है)

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