अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद दोनों भाइयों की ओर से लिखी गई चिट्ठियों की चर्चा है. अशरफ अहमद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी. अब यह बात भी सामने आई है कि अतीक अहमद ने भी मारे जाने से करीब दो हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखा था. अतीक अहमद की चिट्ठी का एक बंद लिफाफा सामने आया है।
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद सोशल मीडिया अशरफ का वो बयान तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उसने ये दावा किया था कि एक अफसर ने उसे धमकी दी है कि 15 दिन में उसे जेल से बाहर निकाला जाएगा और मार दिया जाएगा. अशरफ ने ये बयान 28 मार्च को नैनी जेल से बरेली जेल जाते वक्त मीडिया के कैमरों के सामने दिया था और ये बयान एकदम सच साबित हुआ. अतीक और अशरफ जेल से बाहर आए, और 17 दिन के भीतर उनकी हत्या हो गई.
ये बात उस समय की है जब अशरफ को उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी जबकि उसे भाई को दोषमुक्त कर दिया था. अशरफ को जब बरेली ले जाया जा रहा था. हालांकि इस दौरान अशरफ ने इस बात खुलासा नहीं किया था कि किस अफसर ने उसे ये धमकी दी थी. उसने कहा था कि अगर उसकी हत्या हुई तो उसने एक चिट्ठी लिखी है जो सीधा सुप्रीम कोर्ट के जज के पास पहुंच जाएगी, जिसमें उसका नाम लिखा है.
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने दी ये जानकारी
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने बताया कि वह बरेली की जेल में जब अशरफ से मिले थे, उस दौरान अशरफ ने कहा था कि जैसे ही उसे जेल से निकाला जाएगा, उसकी हत्या कर दी जाएगी. अशरफ ने दावा किया था कि जो व्यक्ति उसकी हत्या कर सकता है, वो नाम उसे पता है.
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उनके वकील विजय मिश्रा ने एक बार फिर इसी बात का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि प्रयागराज से बरेली ले जाने के दौरान अशरफ को पुलिस लाइन ले जाया गया जहां एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “इस बार बच गए हो लेकिन 15 दिन में जेल से निकल के काम तमाम कर देंगे.” उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए इस बात का उन्हें पता चला था तो वो बरेली जेल में अशरफ से मिलने गए थे.
विजय मिश्रा ने कहा कि “अशरफ ने जेल में मुझे बताया था किसी अधिकारी ने उनको धमकी दी है कि 15 दिन में तुमको बरेली से निकालकर हत्या कर देंगे. मैंने उसने जब अधिकारी का नाम पूछा तो उन्होंने बतााय नहीं और कहा कि मैं आपको नहीं बताऊंगा, इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि अगर हत्या हुई तो एक सीलबंद लिफाफा सुप्रीम कोर्ट के जज और सीएम योगी के पास पहुंचेगा. वकील ने शक जताया कि ये एक बहुत बड़ी साजिश करके हत्या कराई गई है. जिन शूटरों ने दोनों की हत्या की उनकी अतीक से कोई दुश्मनी नहीं थी.
अतीक के वकील ने दावा किया कि ये पॉलिटिकल मर्डर है, बंद लिफाफे में मरवाने वाले का नाम लिखा है, विजय मिश्रा ने दावा किया कि जल्द ही ये चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट और सीएम योगी तक पहुंच जाएगी. वहीं वकील ने दावा किया था कि उनका दस दिन पहले शाइस्ता से संपर्क हुआ था तो उसने सरेंडर की बात कही थी.
पुलिस हिरासत के दौरान हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
बता दें कि शनिवार (15 अप्रैल) को रात करीब साढ़े दस बजे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के पास अतीक और अशरफ की तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस हिरासत में हुई दोनों भाइयों की हत्या के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मच गया था. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया था जब अतीक और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था और इसी दरमियान जब वे मीडिया से बात करने के लिए रुके थे.
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