ब्रह्म ज्ञान : जीवन में आंतरिक शांति और मानवता की ओर एक कदम

ख़बर शेयर करें


हल्द्वानी के स्थानीय बैंक्विट हॉल में 6 जनवरी को एक विशाल सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से बहन जोगिंदर कौर जी (चंडीगढ़) ने मुख्य रूप से भाग लिया। इस आयोजन में निरंकारी संत महात्माओं के साथ-साथ आस-पास के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। नव वर्ष के अवसर पर बहन जोगिंदर कौर जी ने ब्रह्म ज्ञान के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए बताया कि ब्रह्म ज्ञान जीवन को एक नई दिशा और उद्देश्य देता है।

उन्होंने कहा कि ब्रह्म ज्ञान प्राप्ति के बाद, व्यक्ति ईश्वर की भक्ति और मानवता के प्रति प्यार और नम्रता से जीवन जीने की ओर अग्रसर होता है। सतगुरु की कृपा से ब्रह्म की प्राप्ति होती है, और यह हमें भ्रमों से मुक्ति दिलाती है। इस ज्ञान के द्वारा हम अपने जीवन को सुंदर और सार्थक बना सकते हैं।

सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज का संदेश “ब्रह्म की प्राप्ति, भ्रम की समाप्ति” को सभी उपस्थित श्रद्धालुओं तक पहुंचाया गया। बहन जोगिंदर कौर जी ने अपने वचनों में यह भी बताया कि जब हम मिलजुल कर सतगुरु के मार्ग पर चलते हैं, तो हम सच्चे भक्ति मार्ग पर होते हुए एक दूसरे के साथ मानवता की राह पर कदम से कदम मिलाकर चल सकते हैं।

कार्यक्रम के अंत में, स्थानीय संयोजक श्री आनंद सिंह नेगी जी ने बहन जोगिंदर कौर जी और सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया और मानवता की राह पर एक साथ चलने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर भाई साहब नंदन सत्यार्थी जी ने कार्यक्रम का संचालन किया। उपस्थित वक्ताओं ने गुरु के आदेशों और उपदेशों पर चलने का संकल्प लिया, और गीतों व भजनों के माध्यम से श्रद्धा और भक्ति का माहौल बनाया।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page