उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। बुधवार को मौसम ने करवट बदली। उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश तो कही बर्फबारी हो रही है। जिससे लोगों के चेहरे खिल उठे। प्रदेश में पिछले लंबे समय से बारिश और बर्फबारी नहीं हुई थी। जिससे सभी परेशान थे। वहीं, जनवरी के अंतिम दिन मौसम में बदलाव से थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग ने बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गुरुवार के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी है।
ढाई महीने के इंतजार के बाद प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश से सूखी ठंड से राहत मिली है। मसूरी में ओले पड़ने से ठंड में बढ़ोतरी हो गई है। मौसम विभाग ने आज भी पर्वतीय क्षेत्रों में ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई पर भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है। फरवरी के पहले सप्ताह में भी कई बार बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
बारिश और बर्फवारी से तापमान पर खास असर नहीं पड़ रहा है लेकिन सूखी ठंड से राहत मिल गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश में आज गुरुवार को बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है।
उत्तराखंड में आज गुरुवार सुबह गढ़वाल और कुमाऊं के कई जिलों में बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कही-कही भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है।
कुमाऊं में जसपुर, रुद्रपुर, खटीमा और गढ़वाल में चमोली, पौड़ी सहित कई जिलों में सुबह से बारिश का सिलसिला जारी है। आज ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी होने से मैदानी इलाकों में कोहरे से राहत मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फरवरी के पहले सप्ताह में अगर उत्तर-पश्चिम हवाओं की गतिविधि तेज रही तो ठंड का अहसास होगा, नहीं तो तापमान में कोई खास कमी देखने को नहीं मिलेगी। कुछ जिलों में बिजली चमकने के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है।
मौसम अब करवट बदलता रहेगा। आज जहां कई जगह पर बारिश हो रही है। वहीं कल दो फरवरी को मौसम साफ रहेगा। तीन फरवरी की रात मौसम एक बार फिर करवट लेगा और चार-पांच फरवरी को बारिश-बर्फबारी की संभावना है।
पहाड़ी इलाके बर्फबारी से सफेद हो गए। पहाड़ों की रानी मसूरी में भी ओलों की बौछार के बाद मौसम का मिजाज बदल गया है। शहर में बारिश के बाद जमकर ओले पड़े। ओलावृष्टि से मसूरी पर सफेद चादर पसर गई और तापमान में भारी गिरावट के साथ ठंड बढ़ गई।
मौसम विभाग का मानना है कि फरवरी के पहले सप्ताह में भी कई बार बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना यह भी है कि बारिश और बर्फबारी से तापमान पर कुछ ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को सूखी ठंड से राहत मिलेगी।फरवरी के पहले सप्ताह में भी 2500-3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में एक से डेढ़ फीट तक की बर्फबारी होने की संभावना है।
देहरादून के चकराता में भी बर्फबारी का दौर शुरु हो गया है। क्षेत्र का मौसम खामोश था लेकिन ऐसा मिजाज बदला कि पर्यटन स्थल नगरी चकराता के लोखंडी में सीजन की पहली बर्फबारी हो गयी। वहीं दूसरी ओर अन्य इलाकों में बारिश भी होती रही।
बर्फबारी देख कर लोग खुशी से झूम उठे।उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। अब एक बार फिर से पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरु हो गया है। क्षेत्र के ऊंचाई वाले लोखंडी क्षेत्र में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई। जिसके चलते यहां का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस होने से ठंड में इजाफा हुआ। कड़ाके की ठंड के बावजूद स्थानीय व बाहरी पर्यटकों ने बर्फ गिरने का आनंद उठाया।
खुशी में नाच कर वीडियो व फोटोग्राफी की। लोग बर्फबारी का आनंद उठाते नजर आए। चकराता के लोखंडी क्षेत्र में सीजन की पहली बर्फबारी होने के साथ ही जौनसार बावर के निचले इलाकों में हल्की वर्षा हुई। जिस तरह का मौसम का मिजाज है, उससे लगता है कि पर्यटन स्थल चकराता छावनी बाजार भी जल्द ही बर्फ की सफेद चादर ओढ़ लेगा
भारी बर्फबारी के कारण बिजली और पानी की लाइनें भी प्रभावित हो सकती हैं। संवेदनशील स्थानों पर चट्टान गिरने या भूस्खलन होने के भी आसार हैं। भारी बर्फबारी को देखते हुए जिलों में अलर्ट किया गया है। इसके साथ ही मार्गों से बर्फ हटाने के लिए टीमों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
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