उत्तराखंड : अब कैसे घूमेंगे बसों के पहिये.. मुश्किलों से जूझ रहे रोडवेज़ के लिए बुरी ख़बर..

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देहरादून : कोरोना महामारी के दौरान उत्तराखंड रोडवेज को बहुत दिक्क़तो का सामना करना पड़ा. पहले तों लॉकडाउन की वजह से राज्य में यातायात पूर्ण रूप से बंद था.. बाद में रोडवेज़ अपने अच्छे दिनों को लौटा नही पाई.

खबर के मुताबिक उत्तराखंड रोडवेज के साथ कुछ भी सही नहीं चल रहा है आमदनी को नहीं रहे और सरकार के भरोसे वेतन मिल रहा है वही अब बस चालको की कमी से जूझ रहे रोडवेज को आउट सोर्स एजेंसी ने तगड़ा झटका दे दिया है एजेंसी ने रोडवेज से अपना करार तोड़ते हुए उसकी ओर से उपलब्ध कराएं चालको को वापस करने को कहा है।आरोप है कि रोडवेज चालकों को ना तो वेतन दे रहा है और ना ही उनका ईपीएफ जमा किया जा रहा है इस कारण चालक एजेंसी में हंगामा कर रहे हैं और संचालकों को परेशान कर रहे हैं एजेंसी ने 31 जुलाई तक अपनी सेवा देने की बात कही है

3 साल पहले सरकार के आदेश पर चालकों की कमी दूर करने के लिए रोडवेज ने आउटसोर्स के जरिए चालक भर्ती किए थे जेड सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से रोडवेज प्रबंधन ने करार किया एजेंसी ने 70 चालक रोडवेज को उपलब्ध कराया जबकि जरूरत के अनुसार समय-समय पर अतिरिक्त चालक उपलब्ध कराती रहती है अब एजेंसी के प्रबंध निदेशक की ओर से रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन को पत्र भेजकर सेवा देने में असमर्थता जताते हुए करार खत्म करने की बात कही है

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