नेपाल के उत्तराखंड बॉर्डर से लगे इन हिस्सों में घूमने की शानदार लोकेशन, जानें वन्य जीव विहार और एडवेंचर स्पोर्ट्स के डेस्टिनेशन..

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नैपाल के धनगढ़ी में तीन दिवसीय फ़ारवेस्ट ट्रेवल मार्ट 2022 में शिरकत करके नैनीताल व आसपास का 20 सदस्यीय दल लौट आया है । आठ नौ और दस अप्रैल को आयोजित इस कार्यक्रम में नैपाल सरकार के पर्यटन मंत्री प्रेम आलय मगर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे जिन्होंने भारत नैपाल के प्रबल रिश्तों को और सुदृढ़ बनाने की बात कही ।


नैपाल सरकार में महत्वपूर्ण पर्यटन मंत्रालय की कमान संभाल रहे आलय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले भारतीय भक्तों की सुविधा के लिए जो रुपया दिया था उसका उनकी सरकार अब रिकवरी कर सदुपयोग करेगी । इससे नैपाल के धार्मिक प्रतिष्ठानों में दर्शनों को जाने वाले हिन्दू भक्तों को अब सस्ता और सुलभ रहना खाना मिलेगा । नैपाल के कैलाली में शुक्रवार को शुरू हुए ट्रैवल महोत्सव में मीडिया से बात करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पहले जब भारत के पी.एम.नरेंद्र मोदी नैपाल आए थे तो उन्होंने यहां आने वाले हिंदुओं के दर्शनों के लिए सस्ती और सुलभ व्यवस्था करने के लिए नैपाल को 25 करोड़ भारतीय यानी 40 करोड़ नैपाली रुपये की धनराशि दी थी ।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने उसे सस्ते दामों में किसी व्यापारी को दे दिया । आलय ने कहा कि वो इस प्रोजेक्ट को वापस लेकर, आम भक्तोंके रहने और खाने की व्यवस्था उनकी पॉकेट के अनुसार बना देंगे ।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटन की संभावनाओं को जानने के लिए दिल्ली, लखनऊ, देहरादून, हिमांचल, गुड़गांव और उत्तराखंड के नैनीताल, मुक्तेश्वर, हल्द्वानी, सितारगंज आदि जगहों से पर्यटन विकास और व्यापार से जुड़े लोग पहुंचे थे ।

इसके अलावा नैपाल के अलग अलग क्षेत्रों से पर्यटन व्यवसायी इस ट्रेवल मार्ट में मौजूद रहे । नैपाल में फरवेस्ट रीजन के कैलाली, लुम्बिनी, करनाली, मध्यदेश, कंचनपुर, अछाम, बैतड़ी, बजहांग, बजुरा, डादेलधूरा, दार्चुला, लोटी से ट्रैवल और होटल व्यवसायियों ने शिरकत की । नैपाल पर्यटन बोर्ड ने भारतीय पर्यटकों को इस क्षेत्र में धार्मिक, प्राकृतिक, वन्यजीव और साहसिक खेलों का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया है । उन्होंने कहा कि नैपाल के अन्य हिस्सों की तरह ही इस फ़ारवेस्ट क्षेत्र में भी बहुत संभावनाएं हैं ।


नैपाल पर्यटन बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य हिकमत सिंह ने बताया कि भारतीय पर्यटक हल्द्वानी से यहां के वन्यजीव अभ्यारण्य में ढाई घंटे में पहुंच सकते हैं जबकी राफ्टिंग वाली करनाली नदी में साढ़े पांच घंटे में आसानी से पहुंचा जा सकता है । उन्होंने कहा कि यहां कई धार्मिक मान्यताओं वाले मंदिर हैं, इसके अलावा हिल स्टेशनों में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ठंड का आनंद लिया जा सकता है । इस मौके पर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े विजय मोहन सिंह खाती, रमेश तिवारी, राजा साह, विनय बिष्ट, विक्रम बिष्ट, राजेन्द्र बिष्ट, रवि फरतियाल, जित्तू बिष्ट, दिनेश लोहानी, महावीर बिष्ट, कुनाल आदि दर्जनों व्यापारी गए थे । इसके अलावा भारतीय पत्रकारों का एक पांच सदस्यीय दल भी नैपाल ट्रैवल मार्ट 2022 में हिस्सा लेने गया था ।

वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती

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