Nainital : कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेस्क्यू सेंटर में बाघिन की मौत..

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रामनगर : कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज वन क्षेत्राधिकार द्वारा जानकारी दी गयी है। कि 08.03.2024 को रात्रि में ढेला रेंज अन्तगर्त ढेला रेस्क्यू सैन्टर में एक मादा बाघ की मृत्यु हो गयी। इस मादा बाघ को मानव वन्य जीव संघर्ष की रोकथाम हेतु कार्बेट टाइगर रिजर्व के सर्पदुली रेंज से दिनॉक 08.07.2022 को रेस्क्यू कर ढेला रेस्क्यू सैन्टर लाया गया था।

मृत मादा बाघ का शव-विच्छेदन नियमानुसार डॉ० दुष्यंत शर्मा वरिष्ठ पशु चिकित्सक कार्बेट टाइगर रिजर्व, रामनगर तथा डॉ० राहुल सती, वरिष्ठ पशु चिकित्सक पश्चिमी वृत्त, हल्द्वानी के संयुक्त पैनल द्वारा किया गया।

शव-विच्छेदन के उपरान्त मृत मादा बाघ के शव को जलाकर निस्तारित किया गया। इस दौरान धीरज पाण्डे, निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व, श्री अजय कुमार ध्यानी, वन क्षेत्राधिकारी, ढेला रेंज, कुन्दनसिंह खाती, एन०टी०सी०ए० द्वारा नामित सदस्य,ललित अधिकारी, प्रतिनिधि द कार्बेट फाउन्डेशन, सिद्धार्थ रावत, वन दरोगा, हरपालसिंह वन आरक्षी सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।

उत्तराखंड देश में बाघों की गिनती में तीसरे पायदान पर है। जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क के ढिकाला में पीएम मोदी भी Discovery Channel  के कार्यक्रम में नजर आए। जिम कॉर्बेट को लेकर पीएम भी यहां के बाघों के संरक्षण को लेकर बेहद उत्सुक रहते हैं ।

परंतु यहाँ, कई समय से जिम कॉर्बेट में बाघों और मानव के बीच संघर्ष में बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसमें कई लोगों की बाघों के हमले में जान जा चुकी है। जिसे लेकर बार-बार स्थानीय लोगों का विरोध वन विभाग पर टूटा है। वहीं जिमकॉर्बेट से बाघों को राजाजी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जा रहा है जिसकी प्रक्रिया वन विभाग की टीम द्वारा जारी है।

रेस्क्यू सेंटर में बाघिन की मौत से मचा हड़कंप

वहीं रामनगर में स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर में बीते शनिवार 9 मार्च को सेंटर में रेस्क्यू कि गई एक बाघिन ( Tigress ) की मौत के बाद वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है । घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगांथ नायक ने बताया कि इस बाघिन को वर्ष 2021-22 में धनगढ़ी क्षेत्र के समीप स्थित गर्जिया क्षेत्र में पनोद नाले के समीप इसके द्वारा मार्ग से गुजरने वाले कई बाइक सवारों पर हमला किया गया था जिसके बाद से इस इलाके में बाघ के आतंक को लेकर हड़कंप मचा हुआ था।

इस मामले में उच्चाधिकारियों की अनुमति मिलने के बाद इस बाघिन को विभागीय पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा ट्रेंकुलाइज ( बेहोश ) कर रेस्क्यू करने के बाद ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह इस बाघिन की अचानक मौत हो गई है। इस मामले में एक टीम गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही चल पाएगा ।

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