BIG NEWS : उत्तराखंड हाई कोर्ट के नए न्यायाधीश बने संजय कुमार मिश्रा..उच्च न्यायालयों के 15 जजों के हुए स्थानांतरण..
उड़ीसा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा का स्थानांतरण उत्तराखंड उच्च न्यायालय को हो गया है। मंगलवार को भारत सरकार के न्याय एवं कानून मंत्रालय के न्याय विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेंद्र कश्यप ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यालय की कोलेजियम ने गत माह 17 सितंबर को देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में कार्यरत पांच न्यायाधीशों को स्थानांतरित करने, आठ न्यायाधीशों केा मुख्य न्यायाधीश बनाने एवं 28 न्यायधीशों को स्थानांतरित करने की संस्तुति की थी। इनमें न्यायमूर्ति मिश्रा का उड़ीसा से उत्तराखंड स्थानांतरित करने की संस्तुति भी शामिल थी।
विदित हो कि न्यायमूर्ति मिश्रा उड़ीसा के बोलांगीर के निवासी हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एम कॉम एवं एलएलबी की डिग्री ली है। मार्च 1988 से बोलांगीर जिला न्यायालय से अपने पिता मार्कंण मिश्रा के संरक्षण में प्रैक्टिस शुरू करने के बाद 1999 में जिला जज की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 7 अक्टूबर 2009 को वह उड़ीसा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश बने और अब उत्तराखंड उच्च न्यायालय के लिए स्थानांतरित हुए हैं।
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो नैनीताल द्वारा भवाली स्थित उत्तराखंड न्यायिक एवं विधिक अकादमी ‘उजाला’ में आयोजित स्वतंत्रता प्राप्ति की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित ‘अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में न्यायमूर्ति चौहान ने बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कर्नाटक की रानी चिनप्पा सहित कई महत्वपूर्ण स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जिक्र किया जिनके त्याग और संघर्ष बारे में लोगों को कम जानकारी है।
उन्होंने लोगों से घृणा, हिंसा, द्वेष जैसी विभाजन करने वाले प्रवृत्तियों से खुद को मुक्त रहने की आवश्यकता पर भी बल दिया और इसमें न्यायपालिका की महत्वपूर्ण भूमिका की चर्चा की। कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा ने संवैधानिक मूल्यों के महत्व को अधिक स्पष्टता से समझने की आवश्यकता पर बल दिया।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
GKM News is a reliable digital medium of latest news updates of Uttarakhand. Contact us to broadcast your thoughts or a news from your area. Email: [email protected]