किसी दर्दमंद के काम आ ,किसी डूबते को उछाल दे.. आईये दें साथ वीरांगना का..

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बेसहारों और ज़रूरतमंदों की मदद को आगे आना भी एक तरह से इबादत का मुकाम है ज़रूरी नहीं इसके लिये बड़े पैमाने पर खर्च किया जाये, थोड़ी सी कोशिश भी किसी के आंसुओं को मुस्कुराहटों में तब्दील कर सकती है
उन बेघर और बेसहारा मासूमों की जरूरत को समझें, दान जरूर करें, बच्चे रिश्तों की गर्माहट का इंतज़ार कर रहे हैं,
दो वक़्त का खाना, पीने के लिए पानी, पहनने के लिए कपड़े और सिर पर छत ये हम इंसानों की मूलभूत ज़रूरतें हैं। विडम्बना यह है कि हमारे देश में एक तबका ऐसा है जिसके पास साधनों की कोई कमी नहीं है और उन्हें लगता है कि दुनिया बहुत खूबसूरत और आरामदायक है। वहीं दूसरी तरफ एक तबका ऐसा है जो दिन-रात इस जद्दोजहद में लगा है कि किसी तरह इन चंद मूलभूत ज़रूरतों को पूरा कर सकें। ऐसे में, जो समर्थ लोग हैं उनकी ज़िम्मेदारी बनती है कि वे किसी ज़रूरतमंद के काम आएं।

आइये हम आपको कुछ ऐसा बताते हैं शायद आपको ना पता हो,कुछ साल पहले हल्द्वानी शहर में जिन गरीब और तंग हालात का शिकार बच्चों के हाथ में कटोरे या फिर कूड़ा उड़ाने वाले थैले हुआ करते थे, आज उन बच्चों के हाथ में किताबें हैं। वीरांगना समिति की संचालिका इन बच्चों के जीवन में उम्मीद की किरण बनकर आई हैं। उन्होंने निर्धन बच्चों को चिन्हित कर काउंसिंग की और पढ़ाई के लिए राजी किया। पिछले आठ सालों के दौरान गुंजन ने 232 बच्चों को स्कूल भेजा है।

आप भी इन मासूमों के लिये मदद का ज़रिया बन सकते हैं इसके लिए बहुत ज्यादा कुछ करने की ज़रूरत नहीं है बल्कि छोटे-छोटे कदम भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। जैसे कि कपड़े दान करना। जी हाँ, हम सबके पास ऐसे बहुत से कपड़े होते हैं जिन्हें हम कभी नहीं पहनते हैं, सिर्फ अलमारी में जमा करके रखते हैं। यदि इन कपड़ों को हम किसी ज़रूरतमंद तक पहुंचा दें तो यह उनके लिए बहुत बड़ी मदद होगी। अब सवाल आता है कि कहाँ और कैसे कपड़े डोनेट कर सकते हैं? ऐसे में आप Veerangana Haldwani की टीम से संपर्क कर सकते हैं, संपर्क सूत्र गुंजन बिष्ट अरोड़ा 9410588666 पता रामपुर रोड गली no 1 हलद्वानी.

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