अब्दुल्लाह आजम खान को मिली जमानत ..23 महीने बाद हुए जेल से रिहा,गरमाया UP का सियासी पारा,देखिये Video
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सपा सांसद आज़म खान के बेटे और स्वार टांडा से विधायक अब्दुल्लाह आज़म खान आज ज़मानत पर सीतापुर जेल से रिहा हो गये. आपकों बता दें कि रामपुर के सांसद और सपा के सीनियर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम करीब 23 महीने से अपने पिता से साथ सीतापुर की जेल में बंद थे. .
जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ दर्ज 43 केसों में जमानत को मंजूरी मिल चुकी है. जिसके बाद उनकी सीतापुर जेल में रिहाई के आदेश हुए थे.
इसके साथ रामपुर कोर्ट से उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल गई थी. आज दोपहर तक जमानती कागज कारागार पहुंचे तभी उनकी जमानत आज हो पायी.
गौरतलब है कि आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की उम्र को लेकर विवाद हो गया था. उनके दो जन्म प्रमाण पत्र जारी कराए गए थे. इनमें से एक रामपुर और एक लखनऊ का था. अब्दुल्ला आजम खान की उम्र के विवाद के कारण हाईकोर्ट ने उनकी विधायकी को रद्द कर दिया था. इससे उनका निर्वाचन शून्य हो गया था.
इसके बाद अब्दुल्ला के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने का दौर चल गया था. अचानक मामले निकल रहे थे और मुकदमे दर्ज होते रहे. उनके खिलाफ विभिन्न थानों में 45 मुकदमे दर्ज किए गए थे, लेकिन दो मुकदमे झूठे पाए जाने के कारण रद्द कर दिए गए थे. अब सभी 43 मुकदमों में उन्हें जमानत मिल गई है.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुलायम परिवार के करीबी आजम खान रामपुर शहर विधानसभा सीट से 9 बार चुनाव जीत चुके हैं. उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा रामपुर शहर से विधायक हैं. 2017 विधानसभा के चुनाव में अब्दुल्ला आजम को स्वार विधानसभा से जीत हासिल हुई थी, लेकिन उम्र के विवाद के चलते उनकी विधायकी नहीं रही. अब 2022 के चुनाव में अब्दुल्ला आजम के बाहर आने से रामपुर का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्म हो जाएगा इस ख़बर ने उत्तर प्रदेश सियासी पारा चढ़ा दिया है राजनैतिक विश्लेषकों की मानें तो खासतौर से आजम खान का नाम यूपी के पूर्वांचल इलाकों में एक अपनी अलग पहचान अपना अलग रुतबा रखता है, जाहिर है यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के परिणामों में बड़ा असर होने के आसार है
कभी मिनी सीएम कहे जाने वाले आजम खान के खिलाफ 102 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से नौ मुकदमे शासन ने वापस ले लिए थे. अन्य अभी अलग-अलग स्थिति में लंबित हैं. आजम, उनकी पत्नी विधायक तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ सबसे अधिक मुकदमे 2019 में दर्ज किए गए थे.
कई मामलों में कोर्ट से गैरहाजिर रहने के कारण उनकी कुर्की के आदेश भी तामील हुए थे. इसी के चलते आज़म खां ने 26 फरवरी 2020 को पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ रामपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था. करीब 10 महीने बाद 34 मामलों में जमानत मिलने के बाद तंजीन फातिमा दिसंबर 2020 में रिहा हो सकी.
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