आतंकियों की सूचना देने पर 20 लाख का इनाम..


जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक के बाद पाकिस्तान पर 5 बड़े फैसले लिए गए हैं. इधर जम्मू कश्मीर में सुरक्षा-व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है. हर संवेदनशील स्थान पर जवानों की चौकसी बढ़ा दी गई है. राज्य पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षाबल पूरे जम्मू-कश्मीर में दशहतगर्तों की तलाश में चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पुलिस ने बड़ा एलान किया है। जो भी हमले में शामिल आतंकियों की जानकारी देगा उसे 20 लाख का इनाम दिया जाएगा। पुलिस ने जानकारी साझा करने के लिए नंबर भी जारी किए हैं। आतंकियों से जुड़ी सूचना, 9596777666, 9596777669 या फिर ई-मेल dpoanantnag-jk@nic.in पर भेज सकते हैं।
पहलगाम आतंकी हमले की में शामिल आतंकियों के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख के इनाम की घोषणा की गई है. यह घोषणा अनंतनाग पुलिस ने की है. जम्मू-कश्मीर में करीब 1500 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है. इन सभी से पूछताछ की जा रही है. आतंकियों के 3 स्केच सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किए हैं। जिनकी तलाश के लिए इनाम घोषित किया गया है।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बुधवार को जम्मू कश्मीर में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में सभी जिम्मेदार अधिकारियों को गृह मंत्री के निर्देशों को पालन करने का आदेश दिया गया है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना को लेकर कैबिनेट बैठक की है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में पीएमओ में कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक हुई. ढाई घंटे तक चली कई बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल व अन्य मौजूद थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री ने बताया कि सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. यह संधि तभी बहाल की जाएगी, जब पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करना बंद कर देगा. अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है, जो लोग वैध दस्तावेजों के साथ इस मार्ग से भारत आए हैं, वे 1 मई से पहले लौट सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर सामने आ गई है. जो तस्वीर सामने आई है उसमें दिख रहे 3 आतंकी इस हमले में शामिल बताए जा रहे हैं. अभी तक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में कुल 6 आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है।
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के से जुड़े- द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. माना जाता है कि TRF को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का समर्थन मिला हुआ है और यह लश्कर के संस्थापक और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का प्रॉक्सी है।
NIA की टीमें दिल्ली और जम्मू से रवाना हो रही है. फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंचेगी. आर्मी, सीआरपीएफ, एसओजी, जम्मू पुलिस ने पूरे इलाके को घेर रखा है. हेलीकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल कर आतंकियों की तलाश की जा रही है।
इस हमले को लेकर पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है. पहलगाम में बुधवार को बाजार पूरी तरह से बंद हैं. इसके साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के अन्य शहरों में भी विरोध-प्रदर्शन किया गया. खास बात यह रही कि करीब 35 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ जब किसी आतंकी हमले के विरोध में कश्मीर पूरी तरह से बंद है।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए सैलानियों के शवों को अब उनके घर भेजा जा रहा है. जैसे-जैसे सैलानियों का शव उनके घर पर पहुंच रहा है, वैसे ही उन लोगों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी जा रही है. करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को बुधवार शाम अंतिम विदाई दी गई।
कश्मीर में आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. सुरक्षाबलों को बारामूला में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. यहां LoC के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने 2 आतंकियों को ढेर कर दिया है।


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