यू ही नही कहते डॉक्टर्स को भगवान, अनन्या को दी नई जिंदगी।

ख़बर शेयर करें

हल्द्वानी, (GKM news) सहज अंदाजा लगाए की खेलते खेलते डेढ़ साल की बच्ची के  गले मे मोती का दाना फस जाए और वो सास लेने में भी महरूम होने लगे तो क्या बीत रही होगी उस मासूम पर , और उसको तड़पता देख उसके परिजन पर।कुछ ऐसी ही हालत में जब अनंन्या के परिजन उसे हल्द्वानी स्थित नीलकंठ हॉस्पिटल में डॉ गौरव सिंघल के पास पहुचे, तो डा गौरव सिंघल ले फौरन बच्ची के हालात का अंदाजा लगा लिया।और अपने सभी जरूरी काम छोड़ कर अपनी पूरी टीम के साथ ऑपरेशन थियेटर में पहुँच गय।उधर ot में डॉक्टर्स की टीम बच्ची के गले मे फसे दाने को निकालने में मशगूल थे, और बाहर बच्ची के परिजन बाहर हाथ जोड़ कर भगवान से अपनी मासूम की सलामती की दुआ मांग रहे थे।आप वीडियो में देख सकते है कि किस तरह बच्ची के गले से कम से कम वक्त में बच्ची के गले मे फसे दाने को बाहर निकाला।यह वीडियो यह भी सीख देती है कि  अपने दुधमुहे बच्चों को हमेशा अपनी नजरो के सामने रखे, 
18 महीने की अनन्या ने “मोती का दाना” निगल लिया था.अनुभवी डॉ गौरव सिंघल ने “ब्रोंकोस्कोपी” से मोती के दाने को सफलतम तरीकें से निकाला.डॉक्टर गौरव सिंघल  इस से पूर्व इमली का दाना ,मीट का पीस,आयुर्वेदिक टेबलेट जैसी चीजे कड़ी मशक्कत के बाद निकाल चुके है.कई लोगों को नयी जिंदगी मिली है.रAttachments area

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *