सावधान : (third wave ) कोविड की तीसरी लहर भी हो सकती है घातक..जानियें एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों में क्या होंगे बदलाव, कैसे करें बचाव,

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नई दिल्ली : देश में कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई है. सिलसिला अभी तक जारी है. लेकिन अब कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है.. जानकारों का कहना है कि तीसरी अगले कुछ महीनों में आ सकती है. तीसरी लहर में 18 साल के कम आयु के व्यक्तियों को सबसे ज़्यादा प्रभावित होने की आशंका है.तीसरी लहर को देखते हुए केंद्र और सभी राज्य सरकारों ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके साथ ही अस्पतालों में में बच्चों के डॉक्टर और बेडो की संख्या में इज़ाफ़ा किया जा रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि परिवार कैसे अपने बच्चों की सेहत का ध्यान रखें और उन्हें कैसे बिमारी से बचाये..

दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में बाल विकास क्लिनिक के निदेशक डॉ प्रवीण सुमन ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि माता-पिता को अपने बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए किन सावधानियों का पालन करना चाहिए और बच्चों के मामले में क्या कदम उठाए जाने चाहिए।

तीसरी लहर में बच्चों में कैसे होंगे कोरोना के लक्षण
डॉक्टर ने बताया कि बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण बहुत कम नजर आते हैं या बहुत हल्के होते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तीसरी लहर में भी बच्चों में कम लक्षण नजर आ सकते हैं। हालांकि कई मामलों में मध्यम से गंभीर लक्षण भी देखने को मिले हैं।

बच्चों के संक्रमित होने पर क्या करें
वैसे तो बच्चों में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आते लेकिन आपको फिर भी उनके लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए। संक्रमित होने के दो से छह हफ्ते के बीच बच्चों में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमआईएस) के लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत इलाज शुरू करा देना चाहिए।

हल्के लक्षणों में क्या करें
अगर बच्चे में हल्के लक्षण हैं और उसकी उम्र दस साल से ज्यादा है, तो उसे घर में अलग रखें और उस दौरान कोरोना नियमों का पालन करें। खासकर डाइटका ध्यान रखें। अगर लक्षण गंभीर हो रहे हैं, तो तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।

घर में बच्चों को किस तरह का खाना दें
होम आइसोलेशन के दौरान बच्चों को हेल्दी डाइट दें और उसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा बच्चों को तरल पदार्थों की कमी न होने दें। डायरिया या दस्त जैसी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

गंभीर लक्षण के मामले में क्या करें
अगर बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही है, भूख की कमी है, नाक की समस्या है, ऑक्सीजन की कमी है, पेट की गड़बड़ के लक्षण हैं, तो ऐसे में आपको तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।या डॉक्टर से सलाह लेकर सावधानी बरतनी चाहिए।

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