उत्तराखंड : मानसी नेगी समेत इन खिलाड़ियों को मिला खेल रत्न,द्रोणाचार्य अवार्ड से नवाज़े गए कोच

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उत्तराखंड : उत्तराखंड में खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में एथलेटिक्स में 19 राष्ट्रीय खिलाड़ियों को नकद धनराशि से पुरस्कृत किया। पायल को आठ लाख और मानसी नेगी को नौ लाख का चेक दिया गया। अंकिता को साढ़े सात लाख व सूरज पंवार को छह लाख का चेक दिया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून स्थित नवीन बहुद्देशीय क्रीड़ा भवन, परेड ग्राउण्ड में खेल विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिन्टन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, वर्ष 2020-21 के लिए एथलेटिक्स खिलाड़ी चन्दन सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए बैडमिन्टन प्रशिक्षक धीरेन्द्र कुमार सेन, वर्ष 2020-21 के लिए ताईक्वांडो प्रशिक्षक कमलेश कुमार तिवारी, एवं वर्ष 2021- 22 के लिए तीरंदाजी प्रशिक्षक संदीप कुमार डुकलान को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

साथ ही खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिए जाने पर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार वर्ष 2021-22 से एथलेटिक्स खिलाड़ी सुरेश चन्द्र पाण्डे को सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वर्ष 2021 एवं 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों एवं 42 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को कुल 2.08 करोड़ रूपये की धनराशि वितरित की गई।

अंकिता, मानसी नेगी, सूरज पंवार, अनु कुमार व रेशमा पटेल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर बैंगलुरू में होने की वजह से इनका पुरस्कार एक्सीलेंस सेंटर देहरादून के छात्र-छात्राओं ने प्राप्त किया। समारोह में रेखा सिंह को चार लाख 50 हजार, रेशमा पटेल को चार लाख, विकास शर्मा को एक लाख का चेक दिया गया। इसके अलावा सोनिया, गौरी कोठियाल, सूरज पंवार, सचिन सिंह बोरा, रमनीत कौर, माया कुमारी, परमजीत बिष्ट, अनु कुमार, आदित्य नेगी, अंशुल ढोंडियाल, चंदन सिंह और प्रियांशु को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय एंव अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर एवं पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। जब कोई खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहा होता है, तो पूरे देश की भावनाएं उससे जुड़ी होती हैं। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं।

राज्य में “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ प्रारंभ की गई है। प्रत्येक जिले के 150 बालक और 150 बालिकाओं अर्थात प्रदेश के कुल 3900 उभरते खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को भी पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं।

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