उत्तराखंड के देहरादून में पुलिस और बदमाश के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान दरोगा को गोली मारने वाले बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में इस मामले में पकड़े गए शातिर क्रिमिनल ने अपने मुंह से कई छुपे हुए सनसनी खेज़ राज़ उगल दिए।
मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए हरियाणा के बदमाश ने देहरादून पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बदमाश अपने ही पिता का कातिल निकला। हरियाणा के सोनीपत में पिता की गुमशुदगी के मामले में हरियाणा पुलिस पिछले तीन माह से शिद्दत से उसे तलाश रही थी।
सोनीपत का शातिर शुभम पत्नी पर जानलेवा हमला करने से करीब चार माह पहले अपने पिता की भी हत्या कर चुका था। यह राज पत्नी को पता चला तो उसे भी शुभम ने रास्ते से हटाने के लिए गोली मार दी। मरा जानकर उसे पुल के नीचे फेंक दिया। इस दौरान उसने पुलिस से बचने के लिए कई पैंतरे भी अपनाए। फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ी चलाई। स्कूटर का इस्तेमाल किया। यही नहीं कई होटल और होमस्टे भी उसने बदले। पुलिस ने जब उसे पकड़ने की योजना बनाई तो शनिवार को उसने पुलिस पर गोली चला दी।
पुलिस की पूछताछ में उसने अपने पिता की हत्या का कुबूलनामा ही नहीं किया, बल्कि यह भी बताया कि यही राजफाश होने के डर से उसने पत्नी के सिर में गोली मारकर उसे पुल से नीचे फेंका था।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने पूरे मामले की जानकारी हरियाणा पुलिस को दी है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान पेट में गोली लगने से घायल चौकी प्रभारी मिथुन का हाल जानने के लिए डीजीपी अभिनव कुमार ने एसएसपी अजय सिंह के साथ ही अस्पताल के चिकित्सकों से भी बातचीत की।
वहीं दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 13 जनवरी को रायपुर-थानों रोड स्थित बड़ासी पुल के नीचे एक महिला बेहोशी की हालत में मिली थी। दून अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान उसके सिर से एक गोली निकली थी। सोशल मीडिया की मदद से महिला की बहन काव्या ने फेसबुक पोस्ट देखकर उसकी पहचान अपनी बड़ी बहन तान्या राजपूत पुत्री हेमराज चौहान, निवासी टाटा मोटर्स इंडस्ट्रीज एरिया, लोधामंडी, हरिद्वार के रूप में की थी।
तान्या ने आरोपी शुभम पुत्र प्रभुदयाल निवासी महावीर कालोनी, थाना- सिविल लाइन, सोनीपत, हरियाणा से वर्ष 2020 में प्रेम विवाह किया था। तभी से वह सोनीपत हरियाणा में ही रहती थी। शनिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि महिला का पति मसूरी किसी होटल में ठहरा हुआ है, ऐसे में पुलिस ने होटल की चेकिंग करनी शुरू कर दी।
एक होटल में ठहरे बदमाश ने अचानक पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान चौकी इंचार्ज मिथुन के पेट मे गोली लग गई। जवाबी हमले में एक गोली बदमाश के पैर में लगी है। चौकी इंचार्ज को तत्काल मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनके पेट से गोली निकाली गई। मुठभेड़ में बदमाश के पैर मे भी गोली लगी है, उसे भी मैक्स अस्पताल के भर्ती करवाया गया है।
पैसों की लालच पिता को उतारा था मौत के घाट
आरोपी शुभम ने प्रारम्भिक पूछताछ में बताया कि उसने हरियाणा में 40 से 50 लाख रुपयों का उधार लिया था। जो उस पर उधार वापस करने के लिये लगातार दबाव बना रहे थे। पिता ने उसे पैसे देने से मना कर दिया था। तब सम्पत्ति के लालच में अपने पिता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और सितम्बर 2023 में सोनीपत में उसने पिता को गोली मारी और मुजफ्फरनगर के पास जंगल में शव छिपा दिया। शाम के वक्त वह घर पर आ गया।
इस बात का किसी को पता नहीं था कि पिता प्रभुदयाल उसके साथ ही गए हैं। ऐसे में उसने ढोंग रच दिया कि पिता गायब हो गए हैं। अगले दिन उसने पिता की गुमशुदगी दर्ज करा दी। इसके बाद वह पत्नी तानिया को लेकर छिद्दरवाला क्षेत्र में आकर रहने लगा। दो महीने पहले तानिया ने अपनी बहन से बात की थी। इस बात का पता सोनीपत पुलिस को लगा तो उन्होंने हरिद्वार में तानिया के मायके पर नजर घुमाई। इसकी भनक जब शुभम को लगी तो वह तानिया को लेकर मुनिकीरेती स्थित होटल आराधना में आकर रहने लगा।
हत्या के बाद उसके शव को मुज्जफरनगर से हरिद्वार के बीच जंगल मे ठिकाने लगा दिया। उसके बाद अपनी पत्नी को लेकर फरार हो गया। सोनीपत से भागने के बाद शुभम अपनी पत्नी के साथ छिद्दरवाला, रायवाला में किराये पर कमरा लेकर रहने लगा, इसी बीच उसके पिता की गुमशुदगी के सम्बंध में शुभम की तलाश करते हुए हरियाणा पुलिस उसकी ससुराल हरिद्वार पहुंची।
यह जानकारी मिलने पर वह अपनी पत्नी के साथ छिददरवाला में किराया का कमरा छोडकर तपोवन, मुनिकिरेती भाग गया। 27 दिसम्बर से 14 जनवरी तक तपोवन मुनिकीरेती स्थित आराधना पैलेस होटल में रूका।
पिता की हत्या का राज़ छुपाने के लिए पत्नी को मारी गोली
इस बीच तानिया को पता चल गया कि शुभम ने पिता प्रभुदयाल की हत्या कर दी है। तानिया घबराई और उसने यह बात शुभम को बताई। तो शुभम ने राजदार तानिया को भी रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
वह 13 जनवरी की शाम तानिया को अपने स्कूटर से लेकर एयरपोर्ट तक आया। यहां उसने पहले से ही अपनी कार पार्क की हुई थी। वह कार से बड़ासी तक आया और यहां तानिया के सिर में गोली मारकर उसे पुल के नीचे फेंक दिया। इसके बाद वह फिर से होटल आराधना में आ गया। यहां से अगले दिन वह सामान लेकर मसूरी चला गया।
फिर से जौलीग्रांट लाकर अपनी कार को पार्किंग में खड़ा किया और स्कूटी से वापस तपोवन चला गया। घटना के अगले दिन भी शुभम तपोवन में ही रूका। 15 जनवरी 2024 को स्कूटी से मसूरी पहुंचा और साक्षी होम स्टे में रूका था। इधर, पुल के नीचे घायल मिली महिला से पूछताछ और उसके ससुराल जाकर सोनीपत से मिली जानकारी के आधार पर देहरादून पुलिस की टीमें आरोपी की खोजबीन में जुटी थी।
हत्यारे के गिरेबान तक ऐसे पहुंचे कानून के हाथ ..
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे खंगालने और सुरागरसी पतारसी करते हुए जॉलीग्रांट पार्किंग से कार बरामद होने पर पुलिस ने आरटीओ कार्यालय से वाहन की जानकारी जुटाई। वाहन में फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया जाना पाया गया। वाहन की तलाशी लेने पर एक नंबर प्लेट HR 26 DF 0996, एक जिंदा कारतूस, 02 खोखा कारतूस व अन्य सामान बरामद हुआ।
तब मार्ग पर लगे लगभग 250 से 300 सीसीटीवी कैमरों को चैक करते हुए पुलिस तपोवन पहुंची और होटलों की चेकिंग की। तपोवन, मुनिकीरेती स्थित अराधना पैलेस होटल में 27 दिसम्बर से 14 जनवरी तक रूके होनेे की जानकारी मिली। यहीं से पता चला कि 13 जनवरी को वह अपनी पत्नी तान्या के साथ बाहर घूमने जाने की बात कहकर गया था और शाम को अकेले ही वापस होटल आया था।
शुभम के एक संदिग्ध मोबाइल नम्बर की लोकेशन माल रोड मसूरी में मिलने पर उपनिरीक्षक मिथुन कुमार, उपनिरीक्षक सुनील नेगी व उपनिरीक्षक जयवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मसूरी में अलग-अलग होटलों में चेकिंग की। साक्षी होम स्टे मसूरी के रजिस्टर में शुभम नाम दर्ज मिला। कमरे का दरवाजा खुलवाकर टीम ने जैसे ही आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया, तो उसने अपने पास पहले से रखी देसी पिस्टल से पुलिस टीम पर फायर कर दिया।
जिसमें उपनिरीक्षक मिथुन कुमार के पेट में गोली लग गई आरोपी मौके से फरार हो गया। बाद में घेराबंदी करते हुए उसे पकड़ा गया। जवाबी फायर में शुभम के पैर पर गोली लगी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला करने और आर्म्स एक्ट में अलग-अलग दो मुकदमें दर्ज किए गए हैं।उसकी गिरफ्तारी के संबंध में सोनीपत के सिविल लाइन थाने की पुलिस को भी सूचित किया गया है।
पिता की हत्या करने के बाद उसी दौलत पर किया ऐश
अपनी गलत आदतों और लालच के कारण जिस पिता को मौत के घाट उतारा, बाद में उसी के पैसे से शुभम ऐश करता आ रहा था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पिता की हत्या के बाद उनके बैंक खातों से लगभग 6.50 लाख रुपये निकाले थे। जिनसे वो अपने सभी खर्चों की पूर्ति कर रहा था।
गाड़ी में लगी फर्जी नंबर प्लेट और बरामद अवैध देसी पिस्टल के बारे में उसने बताया कि देसी पिस्टल उसने मेरठ में एक व्यक्ति से खरीदा था, जिससे उसकी इंस्टाग्राम के माध्यम से पहचान हुई थी। पुलिस को चकमा देने के लिए उसने ओएलएक्स में अपनी गाड़ी के मॉडल व रंग से मिलती जुलती गाड़ी के नंबर की जानकारी कर उसी नंबर की फर्जी नंबर प्लेट बनाकर अपनी गाड़ी में प्रयोग की जा रही थी।
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