UP उपचुनाव- मतदान जारी : रामपुर में गढ़ तो मैनपुरी में विरासत बचाने की चुनौती..

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उत्तर प्रदेश उपचुनाव : मैनपुरी और रामपुर के लिए यह चुनाव हार-जीत से बढ़कर प्रतिष्ठा के सवाल का चुनाव है। कैलेंडर की यह तारीख चुनावी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी।

UP की मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर, खतौली विधानसभा सीट पर मतदान डाले जा रहे हैं। इस चुनाव को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है। एक तरफ मैनपुरी सीट का रिजल्ट देश की राजनीति में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का राजनीतिक कद तय करेगा, तो दूसरी तरफ रामपुर सीट आजम खान के परिवार की राजनीति का भविष्य तय करेगी। वहीं, मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर भाजपा अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहती है।

बहरहाल, इन तीनों सीट का रिजल्ट 8 दिसंबर को आएगा, लेकिन राजनीतिक जानकार बताते हैं कि तीनों ही जगह कांटे की टक्कर है।

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस और प्रशासन पर मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग इससे जुड़ी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है. अखिलेश यादव ने मैनपुरी में संवाददाताओं से कहा, आखिर पुलिस को क्या हिदायत दी गयी है. उनसे कहा गया है कि मैनपुरी में लोगों को मतदान से रोकें. रामपुर में भी प्रशासन लोगों को वोट नहीं डालने दे रहा. हर हथकंडा अपनाया जा रहा है ताकि लोग वोट डालने के लिये बाहर ही न निकलें.

लाइव अपडेट्स-

मैनपुरी में भोगांव विधानसभा क्षेत्र के मोहल्ला पथरिया में बूथ संख्या 250 पर भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा पैसे बांटने का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में जहां पैसे बांटे जा रहे हैं। उसके पीछे भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य का बैनर भी लगा हुआ है। gkm इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

11 बजे तक मैनपुरी में 18.72%, रामपुर में 11.30% और खतौली में 20.70% तक मतदान हुआ है।

बीजेपी के 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा ज्ञापन। कहा, रामपुर में सपा प्रत्याशी का प्रदर्शन सिर्फ सहानुभूति लेने के लिए किया गया। समाजवादी पार्टी अपने गुंडों और अराजक तत्वों के साथ मिलकर चुनाव में गड़बड़ी कर रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि आज का मतदान नेता जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। जबसे चुनाव शुरू हुआ है। प्रशासन पता नहीं किसके इशारे पर काम कर रहा है। जब हम नॉमिनेशन करने जा रहे थे तो हमारी गाड़ी को रोका गया। पुलिस को बोला गया है कि समाजवादी पार्टी को वोट नहीं पड़ने देना है। सुबह से ही शिकायतें आ रही है। केवल मैनपुरी में ही नहीं बल्कि रामपुर में भी यही हाल है। समाजवादियों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा।

कैलेंडर में आज 5 दिसंबर की तारीख है। हर रोज की तरह एक नार्मल दिन, जिसकी शुरुआत मॉनिंग में 6 बजे सनराइज के साथ होती है और शाम 6 बजे सनसेट के साथ खत्म। लेकिन आज इन 12 घंटों में मैनपुरी, रामपुर, खतौली में यहां क जनता अपने वोट से राजनीतिक इतिहास लिखेगी।
कैलेंडर की यह तारीख चुनावी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी। इन जिलों में आज लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार यानी चुनाव का दिन है। मैनपुरी में जहां मुलायम सिंह यादव के विरासत की जंग है तो वहीं रामपुर में आजम के अभेद किले को बचाने की।

मुलायम स‍िंह यादव के न‍िधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट, आजम खान को सजा सुनाए जाने से खाली हुई रामपुर सीट और पूर्व व‍िधायक व‍िक्रम सैनी की व‍िधानसभा सदस्‍यता रद्द होने के बाद खाली हुई खतौली व‍िधानसभा सीट पर आज वोटिंग हो रही है।

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आने वाले इटावा के जसवंतनगर में भी मतदान कराया जा रहा है। यहां सैफई के पोलिंग बूथ पर सुबह-सुबह ही सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने मतदान किया। मतदान करने के बाद रामगोपाल यादव ने कहा कि आम चुनाव 2019 में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को जितने वोट मिलते थे, उससे तीन गुना ज्यादा वोटों से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव जीतेंगी। 

सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने रामपुर उपचुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि रामपुर में मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा। उन्होंने पुलिस पर लोगों की पिटाई करने का आरोप लगाया। रामगोपाल यादव ने कहा कि रामपुर के एसएसपी वही हैं, जिन्हें चुनाव के दौरान मेरी शिकायत पर फिरोजाबाद से हटा दिया गया था। ये एसएसपी पिछली बार भी थे और अब भी हैं।

आजम खां ने भी पुलिस पर लगाया आरोप 

उधर, सपा नेता आजम खां ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोगों से बर्बरता की जा रही है, लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, पीटा जा रहा है। पुलिस मोहल्लों में जाकर कह रही कि वोट मत डालना। एक मोहल्ले में पुलिस ने इतना धमकाया कि लोगों ने घरों में ताला लगाकर पलायन किया। हर जगह कहा जा रहा कि वोट डालने मत जाना। 

आपको मैनपुरी लोकसभा सीट के बारे में बताते हैं।

यादव वोट तय करते हैं मैनपुरी का भविष्य

मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। मुलायम यहां से 2019 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे। मैनपुरी सीट पर मुलायम की बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही है तो भाजपा ने कभी मुलायम के करीबी रहे रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है।

दरअसल, मैनपुरी में यादव वोट बड़ी संख्या में हैं। जबकि उसके बाद शाक्य वोट हैं। मैनपरी सीट पर लगभग 17 लाख वोटर हैं। इनमें तकरीबन 4.30 लाख वोटर यादव हैं। इसके बाद 2.90 लाख शाक्य वोटर हैं। साथ ही यहां 1.80 लाख दलित वोटर हैं। चुनावी मैदान से बसपा गायब है। राजनीतिक पंडित मानते हैं कि यह वोट अगर भाजपा के साथ आ गए तो मैनपुरी में यादव परिवार का वर्चस्व खत्म हाे सकता है।

सपा को डिंपल पर है भरोसा

मुलायम के निधन के बाद सुर्खियों में था कि मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव या धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन एन वक्त पर अखिलेश यादव ने अपना फैसला बदल कर डिंपल यादव को चुनाव में उतारा। दरअसल, इसके पीछे कई कारण राजनीतिक जानकार बताते हैं। अखिलेश यादव खुद उत्तर प्रदेश पर ही फोकस रखना चाहते हैं। वह करहल को छोड़ लोकसभा नहीं जाना चाहते।

अखिलेश ने डिंपल का चयन इसलिए किया कि यह सीट मुलायम के परिवार के पास ही रहे। क्योंकि बीते सालों से शिवपाल से राजनीतिक विवाद चल रहा है। ऐसे में वे डिंपल से ज्यादा किसी और पर भरोसा नहीं कर सकते।

हालांकि, 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में मैनपुरी की चार विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 2 सीटों में सेंध लगा दी है। साथ ही 2019 चुनावों में मुलायम की जीत का अंतर भी कम हुआ था। जबकि सपा-बसपा का गठबंधन भी था। तब भाजपा का वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को लगता है कि मैनपुरी का चक्रव्यूह तोड़ने का यह अच्छा मौका है। इसलिए भाजपा मैनपुरी में पूरी ताकत मैदान में लड़ रही है

भाजपा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग से सपा की शिकायत की।

भाजपा के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग से सपा की शिकायत की।

  • अखिलेश ने कहा, चुनाव में जीत का मार्जिन ज्यादा ही होगा। महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। हम लोगों को भी चाहिए कि महिलाओं को बढ़ावा मिले।
  • तीन दिन से फोर्स हमारे कार्यकर्ताओं को पकड़ रही थी। यह लोग डरे नहीं। आज एजेंट बनकर वोट डलवा रहे हैं। चुनाव आयोग शिकायतों को नजर अंदाज कर रहा है। चुनाव आयोग आंख मूंद कर काम कर रहा है।
  • जो वीडियो आ रहे हैं। उसमें पुलिस आईडी चेक की जा रही है। रामपुर से जो फोटो वीडियो आ रहे हैं। उसमें पुलिस लोगों को वापस कर रही है। नाम पूछे जा रहे हैं। मैं यह जानना चाहता हूं कि जो बाहर की फोर्स आ रही है। उसे किस तरह की ब्रीफिंग की जा रही है।
  • कई लोगों को गांव से नहीं निकलने दिया जा रहा है। जब डीएम को फोन मिलाया गया तो वह अपना फोन चपरासी को दे दिया। लेकिन मैं जानता हूं कि यह मैनुपरी का चुनाव है। यहां से राजनीति कर वह उंचाइयों तक पहुंचे। जो भी यहां काम हुआ वह नेता जी ने कराया है।
  • भाजपा को यहां प्रत्याशी नहीं मिला। इसीलिए बाहर का प्रत्याशी उतारा है। मैं कहना चाहता हूं कि जनता सपा और नेता जी के साथ है। मुझे खुशी है कि हर वर्ग के लोग सपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं।
  • अखिलेश यादव ने कहा कि आज का मतदान नेता जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। जबसे चुनाव शुरू हुआ है। प्रशासन पता नहीं किसके इशारे पर काम कर रहा है। जब हम नॉमिनेशन करने जा रहे थे तो हमारी गाड़ी को रोका गया। पुलिस को बोला गया है कि समाजवादी पार्टी को वोट नहीं पड़ने देना है। सुबह से ही शिकायतें आ रही है। केवल मैनपुरी में ही नहीं बल्कि रामपुर में भी यही हाल है। समाजवादियों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा।
  • रामपुर में आजम खान के विरोधी पूर्व कांग्रेसी नेता नवाब काजिम अली उर्फ नावेद मियां ने कहा कि आजम अब राजनीति से संन्यास लें और अपने वतन नहटौर लौट जाए। नवेद मियां ने कहा कि रामपुर में प्रशासन निष्पक्ष चुनाव करा रहा है।
  • अखिलेश यादव के चचेरे भाई और इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव ने कहा कि तीन दिन पहले ही पता लग गया था कि भाजपा चुनाव हार रही है। इसीलिए उसने अपनी बी टीम प्रशासन को जनता को डराने में लगा दिया। इस बार डिंपल यादव को मैनपुरी की जनता चुनाव लड़ा रही है। तीन गुना वोटों से वह जीतेंगी।
  • डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट किया है, “सपा हार के डर से उपचुनाव वाली तीनों सीटों पर गुंडागर्दी और प्रशासन के दुरूपयोग का दुष्प्रचार कर रही है! चुनाव आयोग बूथ क़ब्ज़ा एवं फ़र्ज़ी मतदान रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे।
  • मैनपुरी में सुबह 9 बजे तक 5.5%, खतौली में 6.9%, रामपुर में 3.97% मतदान हुआ है।
  • रामपुर के दनियापुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पत्नी के साथ वोट डाला।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रामपुर में वोट डाला। नकवी ने कहा कि फरेब करके कोई बदलाव नहीं ला सकता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रामपुर में वोट डाला। नकवी ने कहा कि फरेब करके कोई बदलाव नहीं ला सकता है।

  • पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब होगा। डिंपल बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगी।
  • भाजपा ने ट्वीट कर आरोप लगा है कि मैनपुरी के भोगांव विधानसभा के बूथ संख्या 424 पर दबंगों द्वारा मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है।
  • यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा, “लोकतंत्र का पर्व मनाएं, 5 दिसंबर को कमल का बटन दबाएं। आगामी 5 दिसंबर 2022 को मैनपुरी लोकसभा, खतौली एवं रामपुर विधानसभा के उपचुनाव में बढ़- चढ़कर करें मतदान एवं अपने-अपने बूथ पर जाकर दबाएं कमल का निशान।”
  • इटावा में मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने वोट डाला। उन्होंने कहा हमारी पार्टी जिस प्रकार से जीतते आ रही है वैसे ही जीतेगी। आम चुनाव में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को जितने वोट मिलते थे, उससे तीन गुना ज्यादा वोट से सपा प्रत्याशी डिंपल जीतेंगी।
मतदान करने के बाद सपा के राष्ट्रीय सचिव रामगोपाल ने कहा कि यह चुनाव डिंपल और प्रशासन के बीच हो रहा है।

मतदान करने के बाद सपा के राष्ट्रीय सचिव रामगोपाल ने कहा कि यह चुनाव डिंपल और प्रशासन के बीच हो रहा है।

  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा है, “मैनपुरी लोकसभा, रामपुर व खतौली विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भाइयो-बहनो। सुरक्षा, विकास व सुशासन के लिए आज मतदान अवश्य करें। हर वोट अमूल्य है। पहले मतदान-फिर जलपान।”
  • रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने कहा कि आजम खान की पत्नी उनकी मां के समान हैं, उन्हें आशीर्वाद दें।
  • मुलायम के छोटे भाई व पूर्व सांसद बदायूं धर्मेंद्र यादव के पिता अभय राम सिंह यादव ने मतदान किया। अभ्याराम ने कहा कि बहू डिंपल 3 लाख से अधिक वोट से जीतेंगी।
  • मैनपुरी के जसवंत नगर विधानसभा के ताखा के नगरिया खनांबांध में EVM में तकनीकी खराबी आने से लगभग आधा घंटे तक मतदान रुका।
  • खतौली-मंसूरपुर में 150 नंबर बूथ पर EVM खराब होने से मतदान रुका।
  • समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
  • मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के तहत जिले के 1756 मतदेय स्थलों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मोकपोल के बाद मतदान शुरू कराया गया।
मैनपुरी से भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य समर्थकों के साथ वोटिंग के लिए जाते हुए।

मैनपुरी से भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य समर्थकों के साथ वोटिंग के लिए जाते हुए।

मतदान करने पहुंचे मुलायम सिंह यादव के भाई अभय राम सिंह यादव।

मतदान करने पहुंचे मुलायम सिंह यादव के भाई अभय राम सिंह यादव।

रामपुर में वोट डालने के बाद बाहर निकलीं मां-बेटी ने कहा कि वोट जरूर दें।

रामपुर में वोट डालने के बाद बाहर निकलीं मां-बेटी ने कहा कि वोट जरूर दें।

शिवपाल बोले- तरक्की, खुशहाली व मैनपुरी के विकास के लिए वोट जरूर डालें

शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर लिखा, “मैं आप सभी मैनपुरी लोकसभा के मतदाताओं से मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव -2022 में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील करता हूं। आपका हर एक मत, लोकतंत्र की ताकत है। तरक्की, खुशहाली व मैनपुरी के सर्वांगीण विकास के लिए आज अपना वोट डालने जरूर जाएं।”

आजम का आरोप- पुलिस ने धमकाया, लोग कर रहे पलायन
आजम खान ने कहा, “बर्बरता की जा रही है, लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, पीटा जा रहा है। पुलिस मोहल्लों में जाकर कह रही कि वोट मत डालना। एक मोहल्ले में पुलिस ने इतना धमकाया कि लोगों ने घरों में ताला लगाकर पलायन किया। हर जगह कहा जा रहा कि वोट डालने मत जाना।”

जिला पंचायत के मतदान केंद्र में पहला वोट डालने गए व्यक्ति ने बताया की मशीन खराब होने के चलते उनका पहला वोट 10 मिनट के बाद पड़ा।

यह तस्वीर सैफई के एक मतदान केंद्र की है। मतदाता वोट डालने पहुंच रहे हैं। इसी बूथ पर अखिलेश यादव पूरे परिवार के साथ वोट डालेंगे।

यह तस्वीर सैफई के एक मतदान केंद्र की है। मतदाता वोट डालने पहुंच रहे हैं। इसी बूथ पर अखिलेश यादव पूरे परिवार के साथ वोट डालेंगे।

रामपुर में सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल मुस्तैद है।

रामपुर में सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल मुस्तैद है।

रामपुर में वोट डालने के बाद बाहर निकली महिला ने कहा कि सभी को मतदान करना चाहिए।

आपको मैनपुरी लोकसभा सीट के बारे में बताते हैं।

यादव वोट तय करते हैं मैनपुरी का भविष्य

मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। मुलायम यहां से 2019 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे। मैनपुरी सीट पर मुलायम की बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही है तो भाजपा ने कभी मुलायम के करीबी रहे रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है।

दरअसल, मैनपुरी में यादव वोट बड़ी संख्या में हैं। जबकि उसके बाद शाक्य वोट हैं। मैनपरी सीट पर लगभग 17 लाख वोटर हैं। इनमें तकरीबन 4.30 लाख वोटर यादव हैं। इसके बाद 2.90 लाख शाक्य वोटर हैं। साथ ही यहां 1.80 लाख दलित वोटर हैं। चुनावी मैदान से बसपा गायब है। राजनीतिक पंडित मानते हैं कि यह वोट अगर भाजपा के साथ आ गए तो मैनपुरी में यादव परिवार का वर्चस्व खत्म हाे सकता है।

सपा को डिंपल पर है भरोसा

मुलायम के निधन के बाद सुर्खियों में था कि मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव या धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन एन वक्त पर अखिलेश यादव ने अपना फैसला बदल कर डिंपल यादव को चुनाव में उतारा। दरअसल, इसके पीछे कई कारण राजनीतिक जानकार बताते हैं।

  • अखिलेश यादव खुद उत्तर प्रदेश पर ही फोकस रखना चाहते हैं। वह करहल को छोड़ लोकसभा नहीं जाना चाहते।
  • अखिलेश ने डिंपल का चयन इसलिए किया कि यह सीट मुलायम के परिवार के पास ही रहे। क्योंकि बीते सालों से शिवपाल से राजनीतिक विवाद चल रहा है। ऐसे में वे डिंपल से ज्यादा किसी और पर भरोसा नहीं कर सकते।
  • डिंपल सीधे मुलायम की बहू हैं, ऐसे में जितनी संवेदना और सहानुभूति का लाभ डिंपल को मिलेगा शायद किसी और प्रत्याशी को न मिले।
  • मुलायम पिछली बार यह सीट कम अंतर से जीते थे। ऐसे में डिंपल के आने से महिलाओं का समर्थन बढ़ेगा। अखिलेश का करहल विधानसभा से विधायक होने का फायदा मिलेगा।
  • इस फैसले से परिवार में इस सीट को लेकर तेज प्रताप, धर्मेंद्र यादव और शिवपाल के बीच चल रही रेस को भी विराम दे दिया है।

पिछले लोकसभा में बढ़े वोट प्रतिशत से उत्साहित है भाजपा

मैनपुरी लोकसभा सीट पर यादव परिवार का 1996 से कब्जा है। कहा जाता है कि मुलायम जब से राजनीति में आए हैं तब से ही मैनपुरी में उनके ही समर्थन से कैंडिडेट जीतता रहा है। भाजपा चाह कर भी लोकसभा चुनावों में सपा का वर्चस्व खत्म नहीं कर पा रही है।

हालांकि, 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में मैनपुरी की चार विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 2 सीटों में सेंध लगा दी है। साथ ही 2019 चुनावों में मुलायम की जीत का अंतर भी कम हुआ था। जबकि सपा-बसपा का गठबंधन भी था। तब भाजपा का वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को लगता है कि मैनपुरी का चक्रव्यूह तोड़ने का यह अच्छा मौका है। इसलिए भाजपा मैनपुरी में पूरी ताकत से लड़ रही है।

  • अब बात रामपुर विधानसभा चुनावों की

आजम खान की विधानसभा सदस्यता खत्म हाेने के बाद रामपुर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव में आजम खान के परिवार का कोई सदस्य मैदान में नहीं है लेकिन आजम खान के करीबी आसिम रजा जरूर चुनाव में हैं। आसिम रजा रामपुर लोकसभा का उपचुनाव भाजपा से हार चुके हैं। जानकार कहते हैं कि इस चुनाव में आसिम रजा से ज्यादा आजम खान एक्टिव हैं। वह किसी भी कीमत में इस सीट को भाजपा की झोली में नहीं डालना चाहते हैं। दरअसल, इस सीट की जीत से ही उनका राजनीतिक अस्तित्व बचा रहेगा। वहीं आसिम रजा के मुकाबले में आजम को जेल भिजवाने और उनके राजनीतिक कैरियर पर ब्रेक लगाने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना मैदान में हैं।

आजम पर कार्रवाई ने सपा के वोटरों को डराया, लोग खुलकर बोलने से बच रहे हैं

आजम खान पर सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई से रामपुर में सपा के वोटर मीडिया के सामने खुलकर बोलने से बचते हैं। कइयों ने बात की और अपने पॉलिटिकल थॉट भी रखे लेकिन कुछ लोगों को इस बात का डर है कि अगर वो मीडिया में आ गए तो हो सकता है की सरकार उनके खिलाफ एक्शन ले ले।

रामपुर में बीजेपी ने सेट किया नरेटिव, जिसकी सरकार उसी का विधायक बने तभी क्षेत्र का फायदा

आजम के विधायकी रद्द होने के बाद बीजेपी ने रामपुर के वोटरों को यह बात को समझाने में लगी रही कि जिस पार्टी की सरकार है, विधायक भी अगर उसी पार्टी का होगा तो क्षेत्र में विकास होगा। डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड से काम करेगी।

कुछ वोटरों ने यह भी कहा कि आकाश सक्सेना की जगह अगर बृजभूषण चुनाव लड़ते तो बीजेपी जीत की गारंटी हो जाती। क्योंकि उनकी मुस्लिम कम्युनिटी में अच्छी पकड़ मानी जाती है।

रामपुर में 60% से ज्यादा मुस्लिम तो मैनपुरी में 4.50 लाख यादव, दलित वोटर निर्णायकरामपुर विधानसभा सीट पर कुल 3 लाख 80 हजार के करीब वोटर हैं। जिसमें मुस्लिम वोटरों की संख्या 60% के करीब है। इसके अलावा वैश्य, लोधी, एससी और यादव वोटर निर्णायक की भूमिका में हैं।

कम वोटिंग हुई तो मुश्किल में पड़ेगी सपा, बीजेपी को होगा सीधा फायदा

रामपुर सीट पर सपा नेता और पूर्व व‍िधायक आजम खां ने समाजवादी पार्टी के प्रत्‍याशी असीम रजा के ल‍िए प्रचार क‍िया। मैनपुरी और रामपुर सीट पर सपा की प्रत‍िष्‍ठा दांव पर लगी है। ये दोनों सीटें जीतने के ल‍िए सपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

इस सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना की चुनावी जनसभा में वोटरों से अपील करते हुए कहा था क‍ि भाजपा की जीत रामपुर के विकास की गारंटी होगी।
सपा नेता आजम खान का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए बोले थे कि जो लोग रामपुर की धरोहर को नष्ट करना चाहते थे, उन्हें सबक मिलेगा। यहां पांडुलिपियों को नष्ट करने का काम हुआ।
इन सीटों पर वोटिंग कम हुई तो सपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। क्योंकि यहां का बहुसंख्यक वोटर सपा का कोर वोटर है। ऐसे में कम वोटिंग परसेंटेज सपा के वोट को ज्यादा प्रभावित करेगा।

खतौली में बाहुबली से है भाजपा का मुकाबला

मुजफ्फरनगर दंगों के मामले में भड़काऊ भाषण देने के मामले में भाजपा विधायक विक्रम सैनी की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। जिसकी वजह से खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। यहां भाजपा ने विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को टिकट दिया है। जबकि सपा-रालोद गठबंधन से बाहुबली मदन भैया को टिकट मिला है।

भाजपा के लिए इस सीट का चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिमी यूपी के लिए लिटमस टेस्ट की तरह माना जा रहा है। दरअसल, भाजपा ने 24 साल बाद 2017 में यह सीट जीती थी। 2022 में इस सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार रहा था। यही वजह है कि भाजपा इस सीट पर पूरी ताकत झोंक रही है।

वहीं रालोद के पास कभी रही यह सीट एक संजीवनी की तरह सामने आई है। रालोद की सीट पर चुनाव प्रचार में जयंत चौधरी अपनी पूरी ताकत झोंके हुए हैं। यह सीट अगर निकलती है तो यह जयंत के कद को भी महत्वपूर्ण बना देगी।

खतौली विधानसभा सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 3,12,531 है। इनमे सबसे बड़ी संख्या मुस्लिमों की है। मुस्लिम यहां 27 फीसदी है। जबकि हिंदू आबादी 73 फीसदी है। रालोद प्रमुख ने 2022 में सैनी कैंडिडेट उतारा था। लेकिन यह दांव चल नहीं पाया था। इसके बाद उपचुनावों में रालोद ने 2012 का फार्मूला अपनाया है। तब जाट-गुर्जर और मुस्लिम मतदाताओं के गठजोड़ से अवतार सिंह भड़ाना जीत कर विधानसभा पहुंचे थे।

मैनपुरी लोकसभा में कुल 5 विधानसभा की सीटें हैं। जिसमें जसवंतनगर, करहल और किशनी में सपा के विधायक हैं जबकि मैनपुरी सदर और भोगांव में बीजेपी के। जसवंतनगर से शिवपाल यादव, करहल से अखिलेश यादव, किशनी से बृजेश कठेरिया विधायक हैं। इन तीनों पर सपा मजबूत स्थिति में है।

जातिगत समीकरण और ट्रैक रिकार्ड हमेशा यहां सपा के पक्ष में रहे। मैनपुरी से जयवीर सिंह और भोगावं से राम नरेश अग्निहोत्री बीजेपी कोटे से विधायक हैं।1967 में जसवंतनगर सीट पर पहली बार जीतकर मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक करिअर की शुरुआत की थी। 1980 से लेकर 1996 तक वो यहां से विधायक रहे।

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