नवनियुक्त चीफ जस्टिस विपिन सांघी ने जजों के साथ हुई फुल कोर्ट रैफरेंस के बाद ,कही ये अहम बातें…

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उत्तराखंड उच्च न्यायालय में नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी अन्य जजों के साथ फुल कोर्ट रैफ्रेन्स में भाग लिया । उनके साथ न्यायालय के छह अन्य न्यायाधीशों ने भी शिरकत की । मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी को मंगलवार शाम देहरादून राजभवन में राज्यपाल ले.जर्नल(से.नि.)गुरमीत सिंह ने शपथ दिलाई थी । मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वो इस युवा कोर्ट को देश का सबसे अच्छा कोर्ट बनाने का प्रयास करेंगे ।


उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जर्नल विवेक भारती शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश से प्रोसिडिंग शुरू करने की अनुमति मांगी । जिसके बाद पहले महाधिवक्ता और फिर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर जोशी ने नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश के बारे में विस्तार से जानकारी दी । आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की कोलॉजियम ने दिल्ली उच्च न्यायालय के वरिष्ठ जज न्यायमूर्ति विपिन सांघी को उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायधीश नियुक्त करने की सिफारिश 17 मई को की गई थी ।

न्यायमूर्ति विपिन सांघी का जन्म 27 अक्टूबर 1961 को नागपुर में हुआ। वर्ष 1965 में वो परिवार के साथ नागपुर से दिल्ली स्थानांतरित हो गए। उन्होंने दिल्ली में स्कूली शिक्षा प्राप्त की और वर्ष 1980 में दिल्ली पब्लिक स्कूल से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने 1983 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.एस.सी.गणित(ऑनर्स)से स्नातक किया और उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय की लॉ फैकल्टी से एल.एल.बी.किया । उसी वर्ष उन्होंने एक वकील के रूप में दिल्ली बार काउंसिल में दाखिला लिया।
उनके दादा स्वर्गीय वी.के.सांघी और पिता स्वर्गीय जी.एल.सांघी भी वरिष्ठ अधिवक्ता रहे हैं । न्यायमूर्ति सांघी ने शुरू में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व अटॉर्नी जर्नल मुकुल रोहतगी के साथ काम किया। वे सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के पैनल के अधिवक्ता के रूप में भी नियुक्त हुए। दिसंबर, 2005 में उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था।


उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय कानून सम्मेलनों में भाग लिया है। 29 मई, 2006 से दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त और 11 फरवरी, 2008 को एक न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किये गए ।


वरिष्ठ न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा ने नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश की अंतराष्ट्रीय उपलब्धियों के बारे में बताया ।
उनके साथ न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा, मनोज कुमार तिवारी, शरद कुमार शर्मा, आर.सी.खुल्बे, रविन्द्र मैठाणी, आलोक कुमार वर्मा भी मौजूद रहे। इस मौके पर महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर, चीफ स्टैंडिंग काउंसिल चंद्रशेखर सिंह रावत, जी.ए. जी.एस.सांधु वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत, देवेंद्र पाटनी, मनीषा भंडारी आदि मौजूद रहे । जिलाधिकारी धिराज सिंह गर्भयाल, एस.एस.पी.पंकज भट्ट समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे । मुख्य न्यायाधीश ने दोपहर से शाम तक कुछ मुकदमों को सुना और फिर फूल कोर्ट रैफ्रेन्स में शामिल हुए । उन्होंने कहा कि वो इस युवा कोर्ट को देश का बैस्ट कोर्ट बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे ।

वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती

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