गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी में एक केबल पुल के टूटने की खबर आ रही है। बताया गया है कि जिस वक्त पुल टूटा उस वक्त करीब 400 लोग पुल पर ही थे। गुजरात के पंचायत मंत्री ब्रजेश मेर्जा के मुताबिक, इस हादसे में कम से कम 60 लोगों की मौत हुई है। वहीं, दर्जनों घायल हैं। पीएम मोदी ने भी घटना को लेकर अधिकारियों से तत्काल राहत-बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सिलसिले में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और घटना पर निगरानी रखने के लिए कहा।
गुजरात के मोरबी जिले में मणि मंदिर के पास मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज टूट गया है. अचानक पुल (हैंगिंग ब्रिज) के टूटने से बड़ी संख्या में उस पर मौजूद लोग पानी में गिर गए. प्रेस रिपोर्ट के मुताबिक जिस वक्त पुल गिरा उस समय उस पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. इस हादसे में अभी तक लगभग 60 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. पुल टूटने से नदी में सैंकड़ो लोगों के गिरने की जानकारी सामने आई है. पुल के गिरने के बाद तुरंत मौके पर पुलिस और जिला प्रशासन के लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए. गांधीनगर से मोरबी के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें रवाना हो गई हैं. वहीं, राजकोट से भी एसडीआरएफ की टीम भेजी जा रही है. वहीं, खुद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौके पर पहुंच रहे हैं.
हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के अधिकारियों से बात की है. उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल भेजे जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने स्थिति की बारीकी से निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने को कहा है. मोरबी के विधायक और गुजरात सरकार में मंत्री ब्रजेश मेरजा ने बताया कि इस हादसे में अभी तक लगभग 60 लोगों की मौत हो चुकी है.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं. गुजरात के गृह राज्य मंत्री व अन्य अधिकारियों से बात की. स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है. घायलों के तुरंत उपचार के निर्देश दिए हैं.’
मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा, ‘मैं मोरबी की त्रासदी में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देगी.’स्थानीय विधायक एवं राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा, पुल टूटने से कई लोग नदी में गिर गए. बचाव अभियान जारी है. ऐसी जानकारी है कि इसमें कई लोग घायल हुए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है.
दरअसल, मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. जहां लोगों को नदी से निकालने के लिए पुलिस टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वीडियों में नजर आ रहा है कि ब्रिज टूटने के बाद कई लोग बीच में भी फंस गए, जो टूटे हुए ब्रिज की रस्सी को पकड़कर किसी तरह बचने की कोशिश करते दिखे.
2 करोड़ की लागत से हुआ था पुल का निर्माण
बताया जा रहा है कि नए साल के मौके पर मोरबी का केबल ब्रिज दर्शकों के लिए खोल दिया गया था. वहीं, 2 करोड़ रुपए की लागत से इसका जीर्णोद्धार किया गया था. हालांकि, रिनोवेशन के बाद भी इतना बड़ा हादसा होने पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
जानिए केबल ब्रिज का क्या है इतिहास?
वहीं, केबल ब्रिज के इतिहास पर नजर डालें तो इस ब्रिज का उद्घाटन 20 फरवरी, 1879 को मुंबई के गवर्नर श्री रिचर्ड टेम्पल ने किया था. यह उस समय लगभग 3.5 लाख की लागत से 1880 में बनकर तैयार हुआ था. इस समय पुल बनाने का सामान इंग्लैंड से आया था. यह पुल दरबारगढ़ को नजरबाग से जोड़ने के लिए बनाया गया था.
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