नैनीताल पहुंचे स्वामी शंकराचार्य श्री गुप्ताचार्य, समर्थकों की पुलिस से तीखी झड़प_Video

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उत्तराखण्ड के नैनीताल में नाबालिग दुराचार मामले में जुम्मे की नमाज होते ही हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली के सामने आरोपी को मृत्युदंड देने की मांग कर दी।

तभी अचानक जगतगुरु डॉ.स्वामी सचिदानंद, श्री गुप्ताचार्य अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और धक्का मुक्की में वो जमीन पर गिर पड़े। जगतगुरु ने आरोपी के घर को पीड़िता को सौंपने की मांग की है। वहीं नगर में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने जगत गुरु को अपने वाहन से हल्द्वानी डिपोर्ट कर दिया।


नैनीताल में शांतिपूर्ण जुम्मे की नमाज के लिए भारी पुलिस बल लगाया गया था। नमाज पूरी होने के बाद नमाजी अपने घरों को निकाल गए। कोतवाली के दूसरी तरफ खड़े हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। तभी वहां मथुरा के चित्रगुप्त पीठ अखाड़े से पहुंचे जगत गुरु स्वामी संकराचार्य श्री गुप्ताचार्य अपने समर्थकों के साथ पहुँच गए।

उन्हें देखकर पुलिस ने बैरिकेटिंग लगाई तो धक्का मुक्की में जगतगुरु जमीन पर गिर गए। इसपर उनके समर्थकों ने हंगामा काट दिया। उन्होंने, हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा। जगतगुरु की एस.पी.जगदीश चंद्रा और सी.ओ.सुमित पाण्डे से तीखी झड़प हुई। आंदोलनकारी लगातार आरोपी को मृत्युदंड की मांग कर रहे हैं। इस दौरान पूरे क्षेत्र की ड्रोन से निगरानी रखी गई। उन्होंने कहा कि वो राष्ट्र में शुद्धिकरण यात्रा पर निकले हैं।

नैनीताल की घटना के बाद वो नैनीताल की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने राज्य सरकार को दुराचारी का एनकाउंटर करने का आदेश देते हुए आरोपी का घर पीड़ित को देने की मांग की।

संत महासभा के राष्ट्रीय महासचिव जगतगुरु ने कहा कि बांग्लादेश और रोहिंग्या मूल के छह करोड़ लोगों को निकालने के बाद वो पाकिस्तान में रहने वाले शौहरों की पांच लाख बीवियों को बच्चों समेट बाहर करेंगे। जगतगुरु के लिए कहा जाता है कि उन्होंने 22 दिसंबर 2015 को दाऊद इब्राहिम की गाड़ी खरीदकर उसे अपने फार्म हाउस में जल दिया था। उन्होंने हाल में कश्मीर के लाल चौक पर भी झण्डा फहरा दिया था।

वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती

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