हल्द्वानी से बड़ी खबर: शोएब अहमद_ समाजवादी पार्टी से निष्कासित
हल्द्वानी से बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों से प्राप्त हो रही जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ नेता और हल्द्वानी मेयर सीट से नामांकन वापस लेने वाले शोएब अहमद को समाजवादी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।
आपको बताते चलें हल्द्वानी काठगोदाम नगर निगम सीट से महापौर पद के लिए बतौर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने के बाद शोएब अहमद ने अंतिम दिन अपना नामांकन वापस ले लिया था।
दो दिन पहले भंग हुई थी प्रदेश कार्यकिरिणी
जानकारी के लिए आपको बताते चलें दो दिन पहले समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निजी सचिव गंगाराम की ओर से शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किए गए । इससे पहले सपा के उत्तराखंड प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने निजी सचिव के हवाले से ही एक पत्र मीडिया को जारी किया था। जिसमें निजी सचिव की ओर से समाजवादी पार्टी के उत्तराखंड प्रमुख महासचिव शुएब अहमद को पद से हटाने की बात लिखी गई थी। दरअसल प्रमुख महासचिव शुएब अहमद ने नगर निगम हल्द्वानी से मेयर पद के लिए नामांकन किया था। बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद से ही प्रदेश कार्यकारिणी में गुटबाजी चल रही थी। जिसके चलते केन्द्रीय नेतृत्व को कार्यकारिणी भंग करने का निर्णय लेना पड़ा।
प्रदेश प्रभारी हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी का बयान
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रभारी हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी उत्तराखण्ड के महासचिव शुएब अहमद के पद मुक्त होने पर कुछ समाचार पत्रों एवं पोर्टल समाचारों में यह प्रचार किया जा रहा है।कि सपा. उत्तराखण्ड प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी ने शुएब अहमद को हटवाया, और शुएब अहमद ने पूरी प्रदेश कार्यकारिणी भंग करा दी।
मतीन सिद्दीक़ी ने कहा यह बड़ा ही हास्यस्पद सा लगता है।कि जिस व्यक्ति ने पार्टी व स्थानीय जनता को धोखा दिया हो।और जिसको ख़ुद पार्टी पद से मुक्त किया गया हो , वह कैसे प्रदेश कार्यकारिणी भंग करा सकता है। सिद्दीक़ी ने कहा कि प्रदेश प्रभारी होने के नाते हम नें राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव यादव जी को हल्द्वानी प्रकरण शुऐब अहमद के नाम वापसी से लेकर पूरे उत्तराखण्ड के संगठन की स्तिथि से अवगत कराया दिया है।
दूसरी ओर शुऐब अहमद के नाम वापसी को लेकर मेरे व निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष द्वारा शुऐब अहमद के निष्कासन की सिफ़ारिश की गई थी। पार्टी द्वारा निष्कासन से पूर्व कारण बताओ नोटिस दिया जाता है। जो कि निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष द्वारा शुऐब अहमद को पूर्व में दे दिया गया है।
लेकिन शुऐब अहमद ने अभी तक कारण बताओ नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है। नोटिस का जवाब संतोषजनक ना आने पर निष्कासन की कार्यवाही होती है।
सिद्दीक़ी ने कहा कि जहॉं तक शुऐब अहमद का यह कहना है। कि प्रदेश कार्यकारिणी उन्होंने भँग कराई है। तो यह मात्र एक भ्रामक एवं लोगों को गुमराह करने वाला बयान है।राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी ने उत्तराखण्ड निकाय चुनाव का पूरे प्रदेश का आँकलन करते हुए ही प्रदेश कार्यकारिणी को भँग किया है।
उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी कार्यालय द्वारा शुऐब अहमद का पद मुक्त का पत्र व प्रदेश कार्यकारिणी भँग का पत्र मेरे द्वारा ही समस्त समाचार पत्रों एवं मीडिया चैनलों को भेजा गया है।अंत में सिद्दीक़ी ने बताया कि जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी द्वारा प्रदेश के नये प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी और इस बार मेहनतकश, ईमानदार और झुझारू कार्यकर्ताओं को ही तरजीह दी जाएगी।
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