कलयुग : 20 घंटे पत्नी और बेटी के शव के साथ अकेला रहा बुज़ुर्ग,तीन बेटों में से कोई नहीं आया.. पड़ोसियों ने भी नहीं दिखाई इंसानियत..रोंगटे खड़े कर देगी यह खबर

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Patna Bihar : बिहार की राजधानी पटना से रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है. जिसे सुनकर आपके आँखों मे आंसू आ जायगे. खबर ऐसी कि हर इंसान कहे कि कश वह बेऔलाद होता.. दरअसल पटना के बेउर की हुलास विहार कॉलोनी मे एक माँ बेटी की मौत हों गई. दोनों शव कों कन्धा देने वाले लोग नहीं मिले. लोगों की इंसानियत शायद कही मर गई.बताया जा रहा है कि माँ और बेटी की मौत उनके घर हुई लेकिन आस पास के लोग हाल तक पूछने नहीं आये. हैरानगी की बात है कि जिस जिस इंसान कों दोनों की मौत की खबर हुई तो उन्होंने अपने घर के दरवाज़े बंद कर लिए.

जब माँ और बहन की मौत की खबर तीन बेटों कों पता चली तो उन तीनों बेटों मे से कोई भी अपनी माँ और बहन के अंतिम संस्कार मे नहीं आया. घर पर मौजूद मज़बूर अकेले बुज़ुर्ग आदमी राजेंद्र प्रसाद 20 घंटे तक पत्नी और बेटी के शवों के साथ अकेले रहें.थक हारकर बुज़ुर्ग राजेंद्र प्रसाद ने उन्होंने आपातकालीन सहायता के लिए 100 नंबर पर फ़ोन किया. जिसके बाद पास के थानेदार एम्बुलेंस लेकर राजेंद्र प्रसाद के घर पहुंचे.

बताया जा रहा है कि माँ बेटी की मौत के बाद आस पास के इलाके मे यह खबर फैल गई कि माँ बेटी की मौत कोरोना से हुई है. इस वज़ह से पड़ोसी अपने घरो मे ताला लगाकर रिश्तेदारों के घर चले गए. 20 घंटे राजेंद्र प्रसाद ने इस बात का इंतज़ार किया कि शायद कोई इंसानियत के नाते शवों कों कन्धा देने आ जाये लेकिन कोई नहीं आया.बताया जा रहा है कि बुज़ुर्ग राजेंद्र प्रसाद के साथ घर मे उनका नाती भी था जिस का रों रों कर बुरा हाल हों गया था.

बताया जा रहा है राजेंद्र प्रसाद के तीन बेटों मे से एक बेटा माँ का शव देखने के बजाय बाहर से ही लोट गया बाकि दो बेटे भी नहीं आये. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों कों पोस्टमार्टम के लिए भेजा बुज़ुर्ग राजेंद्र और उनके मासूम नाती ने शवों कों उठाकर एम्बुलेंस मे रखा और बाद मे कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक माँ बेटी का अंतिम संस्कार किया गया

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