क्या ये मुद्दा दरका रहा है भाजपा का किला..पुरोहितों के पासे से क्या पस्त होगी भाजपा..

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उत्तराखंड – आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल का अभाव साफ दिखाई देने लगा है ताजा मामला गढ़वाल का है जोकि भाजपा का मजबूत किला माना जाता है

बीजेपी को चुनाव से पहले अपने मजबूत किले को बचाकर रखने की जरूरत है। कुमाऊं के बाद अब गढ़वाल में भी बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकर्ता बीजेपी संगठन को छोड़ने का मन बना रहे है। कुमाऊं में भले ही कारण कुछ भी रहा हो।


लेकीन गढ़वाल के केदारनाथ धाम में चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग करने की दिशा में कोई कार्यवाही न होता देख केदारनाथ धाम के 11 तीर्थ पुरोहितों ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखते हुए 11 सदस्यों ने अपना इस्तीफा भेजा है। साथ ही केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड के विरोध में अपना आंदोलन लगातार जारी रखा है। साथ ही आगे आंदोलन को और उग्र करने की बात कही है।

अब देखना ये है क्या पुरोहितों के इस बड़े क़दम को उठाने से बीजेपी को कितना नुकसान होगा लेकिन इतना तो तय है यदि समय रहते पार्टी नही सम्भली तो आने वाले विधानसभा चुनावों में बड़े खामियाज़े की शक्ल में भाजपा को अपना मज़बूत किला गंवाना पढ़ सकता है .

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