ऐतिहासिक पल : PM मोदी ने किया नेता जी की प्रतिमा का अनावरण, राजपथ अब कर्तव्य पथ..

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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया. ‘कर्तव्य पथ’ के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्वस में देश को आज नई प्रेरणा मिली है, नई ऊर्जा मिली है. आज हर तरफ ये नई आभा दिख रही है. यह नए भारत के आत्मविश्वास की आभा है. गुलामी का प्रतीक किंग्सवे यानी राजपथ आज से इतिहास की बात हो गया. यह हमेशा के लिए मिट गया. आज कर्तव्य पथ के रूप में नए इतिहास का सृजन हुआ है. मैं सभी देशवासियों को आजादी के इस अमृतकाल में गुलामी के एक और पहचान से मुक्ति के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि आज इंडिया गेट के पास आजादी के नायक नेताजी सुभाषी चंद्र बोस की एक प्रतिमा का भी अनावरण हुआ है. उन्होंने कहा कि यह अवसर ऐतिहासिक है, अभूतपूर्व है. हम सबका सौभाग्य है कि हम आज का यह दिन देख रहे हैं. इसके साक्षी बन रहे हैं. पीएम ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ऐसे महामानव थे जो पथ और संसाधनों की चुनौती से पड़े थे.

कर्तव्य पथ का उद्घाटन करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenue) पर प्रदर्शनी देखी. इस दौरान उन्होंने ‘श्रमजीवी’ से कहा कि वह 26 जनवरी गणतंत्र दिवस परेड के लिए सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास परियोजना पर काम करने वाले सभी लोगों को आमंत्रित करेंगे।

इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenue) कहते हैं, इसे राजपथ (Rajpath) भा कहा जाता था। इसका अब नाम बदलकर कर्तव्य पथ (Kartavya Path) कर दिया गया है। पीएम मोदी ने बृहस्पतिवार शाम को इसका उद्घाटन कर दिया। कर्तव्य पथ की कुल लंबाई तीन किमी से ज्यादा है।

पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है सेंट्रल विस्टा (Central Vista Project)

सेंट्रल विस्टा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। दिसंबर 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने नए भवन की आधारशिला रखी थी। पिछले महीने उन्होंने इमारत की छत पर बने राष्ट्रीय चिह्न का अनावरण किया था। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नए संसद भवन का निर्माण कर रहा है। इस परियोजना पर 971 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

नए प्रोजेक्ट में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक बिल्डिंग होगी, मंत्रालय के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय, प्रधानमंत्री आवास, उप राष्ट्रपति आवास शामिल हैं। नए संसद भवन एवं सेंट्रल विस्टा की अन्य नई इमारतों के निर्माण पर वर्ष 2026 तक कुल 20 हजार करोड़ रुपये खर्च होने हैं।

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