उत्तराखंड : जनपद नैनीताल में लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत रेलवे कालौनी में आरपीएफ के जवान एवं उसके पुत्र द्वारा एक दलित नाबालिग युवक को बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है। आरपीएफ जवान एवं उसके पुत्र द्वारा की गई बेरहमी से नाबालिग की पिटाई से युवक के आंख, सिर और शरीर अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं।
घायल युवक दो दिन तक उपचार के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती रहा जहां उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया।
इधर आरपीएफ जवान और उसके पुत्र पर कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़ित युवक के परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को लिखित शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश बना हुआ है। साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में जल्द कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बताते चले कि यहाँ रेलवे कालौनी वार्ड नम्बर सात निवासी संजय कुमार के 17 बर्षीय नाबालिग पुत्र अंकित कुमार सागर की बर्दी के नशे में चूर आरपीएफ जवान श्याम सिंह बोरा और उसके पुत्र ने जमकर बेरहमी से पिटाई कर दी इस घटना में युवक को गम्भीर चोटें आई हैं। इस घटना के बाद उक्त आरपीएफ जवान और उसके द्वारा पीड़ित परिवार को लगातार धमकी दी जा रही है। जिससे पीड़ित परिवार डरा हुआ है।
वही आरोपी आरपीएफ जवान और उसके पुत्र पर कार्रवाई को लेकर घायल नाबालिग के परिजनों ने नैनीताल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इधर घायल युवक के पिता ने बताया कि बीते 12 मार्च की शाम लगभग 6 बजे उसका पुत्र अंकित कुमार घर के पास स्थित दूसरी कालोनी में घूमने गया था।
उन्होंने बताया कि इसी बीच आरपीएफ जवान श्याम सिंह बोरा व उसके पुत्र ने अकिंत को अपने पास बुलाया और उसके पुत्र अकिंत पर फूल तोड़ने का आरोप लगाते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित किया जिसका अंकित ने विरोध किया तो जिसे गुस्साए आरपीएफ जवान और उसके पुत्र ने मिलकर अंकित की बेरहमी से पिटाई कर दी।
जिसमें अंकित गम्भीर रूप से घायल हो गया वही अकिंत की आंख और नाक से खून बहने लगा जिसे देख आरपीएफ जवान और उसका पुत्र मौके भाग निकाले जिसके बाद घायल अवस्था में अंकित को उसके परिजन लालकुआं कोतवाली लेकर आए और मामले की जानकारी पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नाकर उल्टा उन्हें वहां से भाग दिया जिसके बाद परिजन अंकित को उपचार के लिए स्थानीय विश्वास क्लिनिक लेकर पहुंचे जहां उसका प्राथमिक उपचार किया बाद में उसकी गंभीर हालत देखते हुए अंकित को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेज दिया।
जहां लगभग दो, तीन दिन तक अकिंत का उपचार किया गया। कल देर शाम उपचार के बाद घर पहुंचे परिजनों ने आज सुबह नैनीताल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा को रजिस्टर्ड डाक भेज उनसे न्याय की गुहार लगाई है।
इधर पीड़ित परिवार ने कहा कि घटना के बाद से लगातार आरपीएफ जवान, द्वारा धमकी दी जा रहीं हैं जिसे लेकर परिवार में डर बना हुआ है उन्होंने एसएसपी से इस मामले में आरोपी आरपीएफ जवान और उसके पुत्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।इस घटना को लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश बना हुआ है। साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में जल्द कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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