नई संसद में हंगामा, सुरक्षा में चूक_दर्शक दीर्घा से कूदे शख्स ने जलाई स्मोक…धुआं-धुआं Video

ख़बर शेयर करें

www. gkmnews

ख़बर शेयर करें

देश की नई पार्लियामेंट से इस वक्त की बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार (13 दिसंबर) को उस समय हंगामा मच गया, जब दर्शक दीर्घा में बैठा अज्ञात शख्स कुर्सियों पर कूद गया. संसद के भीतर हुई इस घटना से लोकसभा में हंगामा मच गया.  हालात तब और बिगड़ गए, जब आरोपी ने जूते से स्मोक कैंडल निकालकर वहां जला दिया. अनहोनी की आशंका से सांसदो में अफरातफरी का माहौल वहां बन गया. घटना के तुरंत बाद ही लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और ऐसे में लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दो लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए दर्शक दीर्घा से छलांग लगा दी. इस दौरान इन लोगों ने स्मोक कैंडल जलाई जिसके बाद पूरी लोकसभा में धुंआ-धुआं नजर आने लगा. हालांकि बाद में इन दोनों को हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद संसद के दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया।

दर्शक दीर्घा में कूदे युवक को सबसे पहले बीएसपी सांसद मलूक नागर ने काबू किया। उन्होंने बताया, ‘लोकसभा में इतना ज्यादा धुआं धुआं हो गया था कि मानों की उसने धुएं की पिटारी खोल दी हो। सारे सांसद इस घटना के बाद दहशत में आ गए थे। इसके बाद सांसदों ने उसे दबोच लिया। कुछ सांसदों ने उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। उसकी पिटाई हो रही थी और धुआं निकल रहा था।’

संयोग से उसी दौरान संसद के बाहर भी नीलम और अमोल शिंदे नाम के 2 शख्स को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। नीलम हरियाणा के हिसार की रहने वाली है जबकि अमोल महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है। ये दोनों भारत माता की जय और तानाशाही नहीं चलेगी के नारा लगा रहे थे। इन दोनों ने नारेबाजी करते हुए स्मोक गन का इस्तेमाल किया। इससे भी पीली गैस निकली। इससे जाहिर है कि सदन के भीतर दर्शक दीर्घा से कूदने वाले और संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाले संभवतः एक दूसरे के संपर्क में थे और वे सुनियोजित ढंग से काम कर रहे थे।

संसद भवन में दो शख्स ने कूदकर दहशत मचा दी। वहीं लोकसभा के बाहर बाहर पीले और लाल धुएं वाले डिब्बे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस ग्रुप में एक युवती भी शामिल है। युवती हरियाणा के हिसार की रहने वाली 42 वर्षीय नीलम है। गिरफ्तार नीलम ने पुलिस हिरासत में लगातार भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। नीलम के परिवार को कतई अंदाजा नहीं था कि वह क्या करने जा रही है। परिवार को जब लोगों के फोन आए तो उन्होंने टीवी खोलगर देखा और तब उन्हें पता चला कि नीलम को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। नीलम के भाई ने कहा कि उसने बहुत मेहनत से पढ़ाई की। वह बस नौकरी चाहती थी और नौकरी न मिलने से तनाव में थी।

नीलम जींद जिले के घसो कला की रहने वाली है। नीलम के छोटे भाई ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, ‘हमें यह भी पता नहीं था कि वह दिल्ली गई थी। हमें बस इतना पता था कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है। वह कल एक दिन पहले हमसे मिलने आई थी और कल लौटी थी।’
तमाम पढ़ाई के बाद भी नहीं मिली नौकरी

नीलम की पढ़ाई के बारे में उसके भाई ने बताया कि उन्होंने BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET पास किया है। इतनी पढ़ाई और तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली थी। वह 42 साल की हो गई हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी है। परिवार एक लोअर मिडिल क्लास है।

विपक्षी सांसदों ने इस मामले में सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया है. कार्यवाही में मौजूद सांसदों के मुताबिक, दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर थे. हालांकि, इन्हें सांसदों ने पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया।

जो दो लोग कार्यवाही के दौरान घुसे, उनमें एक का नाम सागर है. दोनों सांसद के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे. सांसद दानिश अली ने बताया कि दोनों लोग मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर लोकसभा विजिटर पास से आए थे. बहुजन समाजवादी पार्टी से निलंबित  सांसद अली ने कहा है कि पब्लिक गैलरी से दो लोग कूदे थे. एकदम से धुआं उठने लगा. दोनों को पकड़ लिया गया. लेकिन कुछ समय के लिए भगदड़ मच गई थी. ये बड़ी लापरवाही है।

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर चौधरी ने बताया कि अचानक दो लोग ऊपर से नीचे कूद गए. अजीब माहौल बन गया था. उन्हें सांसदों ने ही पकड़कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले किया. यह बहुत चिंता की बात है. उनके द्वारा कुछ फेंका गया, जिससे गैस निकल रही थी. उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया. सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया. सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. यह निश्चित रूप से सुरक्षा में बड़ी चूक है, क्योंकि आज हम संसद हमले में अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की पुण्य तिथि मना रहे हैं।

तृणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा कि यह डरावना अनुभव था. दो लोग अचानक सांसदों के बीच कुर्सी पर कूद गए. वे लगातार आगे बढ़ रहे थे. उनके हाथ में थोड़ी ही देर में धुएं की मशाल दिखने लगी. हम सभी लोग घबरा गए थे. वे लगातार आगे बढ़ रहे थे. बाद में सांसदों ने उन्हें पकड़कर सुरक्षा कर्मियों के हवाले किया।

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक है. उन्होंने आगे कहा कि अचानक करीब 20 साल के दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े और उनके हाथ में कनस्तर थे. इन कनस्तरों से पीला धुआं निकल रहा था. उनमें से एक अध्यक्ष की कुर्सी की ओर भागने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कुछ नारे लगाए. यह धुआं जहरीला हो सकता था. यह सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है खासकर आज के दिन जिस दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था।

संसद के अंदर हुई घटना पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा है कि जब युवकों ने संसद के अंदर कनस्तरों से तीखी गंध वाली पीली गैस छोड़ी तो सांसद इन्हें पकड़ने के लिए दौड़े. एक शख्स कुछ नारे लगा रहा था. इस घटना के बाद नए संसद भवन की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. यह सुरक्षा में चूक का मामला है।

नई संसद में सुरक्षा में चूक का ये पहला मामला उसी दिन आया है जब 22 साल पहले 13 दिसंबर के दिन ही आतंकी हमला हुआ था। संसद में बुधवार सुबह उस आतंकी हमले में बलिदान हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई थी। खास बात ये है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 13 दिसंबर को संसद पर आतंकी हमले की बरसी पर भारतीय संसद पर हमले की धमकी दी थी।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page