सी एम ने दिया नैतिक मूल्यों का संदेश, कुमाउँनी भाषाओ की पुस्तकों का किया अनावरण, पर आशा वर्कर नाराज़

ख़बर शेयर करें

नैनीताल (GKM न्यूज़ समीर शाह ) नैनीताल में मुख्यमंन्त्री ने राज्य सिविल सेवा के नए बैच को कार्यालयों में महिलाओं के साथ दुराचार संबंधी विषय पर नैतिक मूल्यों का संदेश दिया और आम लोगों के साथ अच्छा व्यवहार बनाए रखने का निर्देश दिया । इस दौरान छात्र छात्राओं के लिए कुमाऊनी भाषा की पुस्तकों का भी अनावरण किया ।

बता दे कि आर.एस.टोलिया प्रशासनिक अकेडमी में 12 हफ्ते के नायब तहसीलदार ट्रेनियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है । कार्यालयों में महिला कर्मचारियों के साथ शारीरिक शोषण नामक सब्जेक्ट पर चल रहे इस महत्वपूर्ण कोर्स में 47 ट्रेनी अधिकारी शामिल हैं। मुख्यमंन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संबोधन में कहा कि प्रशिक्षुओं को अच्छा व्यवहार और काम करना चाहिए । मुख्यमंन्त्री ने ट्रेनीज को बताया कि आपका सामना अच्छे और गंदे लोगों के साथ पड़ेगा, आप लोग भी तो हमारे बीच से ही हो । जिम्मेदारी, नैतिक मूल्यों के लिए जगह होने के बाद आएगी ।

आप अपने काम को दायित्व समझकर करें। मुख्यमंन्त्री के साथ इस बीच उनके सचिव मेहरबान सिंह नेगी और सलाहकार रमेश भट्ट रहे । इसके अलावा आयुक्त राजीव रौतेला, डी.आई.जी.जगत राम जोशी, जिलाधिकारी सवीन बंसल, एस.एस.पी. सुनील कुमार मीणा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी आदि मौजूद रहे । मुख्यमंन्त्री को ज्ञापन देने के लिए रुकी आशा कार्यकत्री उनके नहीं रुकने से नाराज हो गई । आशा वर्कस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री उनकी मांगों को बिना सुने वापस लौट गए जिसकी वो घोर निंदा करते है।

आशाओं ने बताया कि वो अपनी 11सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुँचे थे लेकिन मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने से मना कर दिया,जिस कारण उन्हें विरोध करने पर मजबूर होना पड़ा। जिसमें आशाओं ने अपनी प्रमुख मांग बताते हुए कहा कि चुनाव से पहले प्रोत्साहन राशि 7000 हजार से बढ़ाकर 17000 हजार करने की बात कही थी जो अभी तक सरकार द्वारा पूरी नही की गई है

बयान त्रिवेन्द्र सिंह रावत

बयान :- कमल कुंजवाल, प्रदेश अध्यक्ष आशा हेल्थ वर्कर्स।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 Join our WhatsApp Group

👉 Subscribe our YouTube Channel

👉 Like our Facebook Page